पाकिस्तान की संप्रभुता का उल्लंघन करनेवाले ड्रोन हमले रोको

संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तानी राजदूत का आवाहन

संयुक्त राष्ट्रसंघ, दि. २ (वृत्तसंस्था) – संयुक्त राष्ट्रों में पाकिस्तान की राजदूत मलिहा लोधी ने माँग की है कि अमरीका पाकिस्तान पर किये जानेवाले ड्रोन हमलें तुरंत रोक दे। लोधी ने बताया कि ड्रोन हमलों की वजह से पाकिस्तान की संप्रभुता का उल्लंघन हो रहा है तथा इसके विपरित परिणाम सामने आ रहे हैं। तालिबानप्रमुख मुल्ला अख्तर मन्सूर का खातमा करने के लिए अमरीका द्वारा पाकिस्तान में ड्रोन हमला किया गया था। इस हमले की पाकिस्तान ने कडी आलोचना की थी। लेकिन अमरीका ने चेतावनी दी है कि आनेवाले समय में भी आतंकवादियों का खातमा करने के लिए पाकिस्तान पर ड्रोन हमले होते रहेंगे।

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‘ड्रोन हमले पाकिस्तान की संप्रभुता का उल्लंघन करनेवाले साबित हो रहे है। इन गैरकानूनी हमलों की वजह से आतंकवाद कम होने की बजाय और फैलता जा रहा है। ड्रोन हमलों की वजह से मजहबी उग्रवाद को बढावा मिल रहा है’ ऐसे शब्दों में मलीहा लोधी ने पाकिस्तान में हो रहे अमरिकी ड्रोन हमलों की तीखी आलोचना की। हाल ही में प्रकाशित हुए एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए लोधी ने कहा कि यह रिपोर्ट सही दिशा में डाला गया कदम है। लोधी द्वारा किये गये वक्तव्य की पाकिस्तानी अखबारों में काफी तारीफ हो रही है।

अमरिका ने सन २००४ से ही पाकिस्तान में ड्रोन हमले शुरु किये थे। उस समय पाकिस्तान में सत्ता की बाग़डोर संभालनेवाले सेना के तानाशाह परवेज मुशर्रफ ने अमरीका को ड्रोन हमलों की इजाजत दी थी। मुशर्रफ के बाद आयीं सरकारों द्वारा हमेशा इसकी आलोचना की गयी है। मुशर्रफ द्वारा किये गये छुपे समझौते की वजह से ही हाँथ बँधे हुए होने की बात राष्ट्रपति झरदारी और तत्कालीन पाकिस्तानी हुकुमत ने की थी। प्रधानमंत्री नवाझ शरीफ ने भी ड्रोन हमलों के लिए मुशर्रफ को जिम्मेदार ठहराया था। पर मुशर्रफ द्वारा इन सभी इल्जामों का खंडन किया गया था।

मुशर्रफ ने कहा कि जब वे सत्ता में थे, तब ड्रोन हमलों की संख्या काफी कम थी। उस वक्त अमरिकी ड्रोन हमले काबू में थे। उन्होंने आलोचना करते हुए कहा कि मेरी सत्ता ख़त्म होने के बाद हुकुमत सँभालनेवाले ‘पाकिस्तान पीपल्स पार्टी’ के शासन के दौरान ड्रोन हमलों की संख्या में बढोतरी हुई। पाकिस्तान में होनेवाले ड्रोन हमलों के मसले पर यह इल्जाम लगाने का खेल काफी समय तक चलता रहा।

इस दौरान अमरीका पाकिस्तान के हवाई अड्डे से ही ड्रोन हमले करता था। सन २०११ के नवंबर महीने में अमरीका ने पाकिस्तान-अफगानिस्तान सरहद के ‘सलाला’ क्षेत्र पर हमला कर २२ पाकिस्तानी जवानों का खातमा किया था। इस हमले के बाद खफा हुए पाकिस्तान ने अमरीका को यह हवाई अड्डा खाली करने को कहा था। इसके बाद अमरीका ने अपने ड्रोन, पाकिस्तानी सरहद से जुडे अफगानी क्षेत्र में तैनात किये गये। साथ ही पाकिस्तान को चेतावनी दी गयी कि अड्डा खाली करने के बाद भी ड्रोन हमले चालू रहेंगे।

इसके बाद भी अमरीका का पाकिस्तान पर ड्रोन हमलों का सिलसिला चालू रहा। पाकिस्तान की हुकुमत ने ड्रोन हमलों के खिलाफ चिल्लंचिल्ली के बाद भी, ये सब बातें सिर्फ दिखावा होने का दावा किया गया। पाकिस्तान ड्रोन हमलों का समर्थन कर रहा होने की बात का सनसनीखेज खुलासा भी सामने आया था। इसके बाद पाकिस्तानी हुकुमत पर बडी आफत आयी थी। अब २१ मई को तालिबानप्रमुख मुल्ला अख्तर मन्सूर का खातमा करने के लिए किये गये हमले के बाद काफी शोर मचाया जा रहा है। संयुक्त राष्ट्र में मलीहा लोधी का वक्तव्य, पाकिस्तान के इसी अभियान का हिस्सा बताया जा रहा है।

पर अमरीका के नेतृत्व द्वारा यह स्पष्ट कर दिया गया है कि आतंकवाद ख़त्म होने तक पाकिस्तान पर होनेवाले ड्रोन हमले नही रुक सकते। इसे देखते, पाकिस्तान द्वारा ड्रोन हमलो के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान पर कोई भी विशेष ध्यान नहीं दे रहा है, यह बात स्पष्ट हो गयी है।

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