एफ-३५बी विमान से स्टॉर्मब्रेकर ग्लाईड बॉम्ब का अमरीका द्वारा परीक्षण

स्टॉर्मब्रेकर ग्लाईड बॉम्बवॉशिंग्टन – अमरीका के मरिन कॉर्प्स ने एफ-३५बी इस स्टेल्थ विमान से ‘स्टॉर्मब्रेकर ग्लाईड बॉम्ब’ का सफल परीक्षण किया। विमान से प्रक्षेपित किया जाने के बाद स्टॉर्मब्रेकर अपने पंख फैलाकर ६४ किलोमीटर की दूरी तक का प्रवास कर सकता है। इससे शत्रु की हवाई सुरक्षा यंत्रणा की कक्षा में प्रवेश न करते हुए ही हमला किया जा सकता है, ऐसा दावा अमेरिकन सुरक्षा यंत्रणाएँ कर रहीं हैं।

अमेरिकन हवाईबल, नौसेना और रेदॉन मिसाईल अँड डिफेन्स यह कंपनी, ये मिलकर अमरीका के अति प्रगत लड़ाकू विमानों को अत्याधुनिक बम से लैस कर रहे हैं। अमेरिकन हवाई बल के ‘एफ-१५ई स्ट्राईक इगल’ अतिप्रगत विमान को स्टॉर्मब्रेकर ग्लाईड बॉम्ब से इससे पहले ही लैस किया गया था। लेकिन अमरीका की नौसेना और मरिन कॉर्प्स भी स्टॉर्मब्रेकर को शामिल करा लेने की तैयारी में हैं।

स्टॉर्मब्रेकर ग्लाईड बॉम्बपिछले हफ्ते में मेरीलैंड के नौसेना के हवाई अड्डे पर एफ-३५बी इस पांचवीं श्रेणी के स्टेल्थ लड़ाकू विमान से इस बम का परीक्षण किया गया। किसी भी हवामान में स्टॉर्मब्रेकर, शत्रु के तेज़ लड़ाकू विमान, ड्रोन्स, क्षेपणास्त्रों को हवा में ही ही दे सकता है, ऐसा दावा अमरीका द्वारा किया जाता है। इससे एफ-३५बी की क्षमता में बढ़ोतरी हुई है, ऐसा अमेरिकन मरिन कॉर्प्स का कहना है।

एफ-३५बी स्टेल्थ विमान अमेरिकन नौसेना और मरिन कॉर्प्स द्वारा इस्तेमाल किए जाते हैं। अमरीका के विमानवाहक और अ‍ॅम्फिबियस युद्धपोतों पर ये विमान तैनात रहते हैं। इन विमानों को अत्याधुनिक बम से लैस करने के लिए अमेरिकन नौसेना के प्रयास जारी हैं। एफ-३५बी के बाद जल्द ही अमरीका की नौसेना एफ/ए-१८/एफ सुपर हॉर्नेट इन विमानों को भी स्टॉर्मब्रेकर ग्लाईड बमों से लैस करने की कोशिश कर रही है।

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