चीन से नजदिकी सीमा पर खास ध्यान देना होगा – नए सेनाप्रमुख जनरल नरवणे

नई दिल्ली – आजतक देश की पश्‍चिमी सीमा की ओर सबसे अधिक ध्यान दिया गया है| पर, अगले दिनों में देश की उत्तरी सीमा पर खास ध्यान देना होगा, यह बयान नए सेनाप्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने किया है| पाकिस्तान उतनी ही चीन पर भी नजर रखनी होगी, यह चेतावनी जनरल नरवणे ने अपने बयान से दिया है|

मंगलवार के दिन सेनाप्रमुख के तौर पर जिम्मेदारी स्वीकारने के बाद जनरल नरवणे ने पाकिस्तान को कडी चेतावनी दी थी| ‘पाकिस्तान ने भारत में आतंकी भेजने का काम जारी रखा तो उसे जवाब देने का अधिकार भारत रखता है| सर्जिकल स्ट्राईक और बालाकोट में किए हवाई हमले के जरिए भारत ने पाकिस्तान को उचित चेतावनी पहले ही दी है, यह बयान जनरल नरवणे ने किया था| इसके बाद नए सेनाप्रमुख ने चीन पर अपनी नजर होने की बात भी दिखाई है

चीन से जुडी सीमा क्षेत्र में रक्षा की तैयारी और भी मजबूत करने की जरूरत होने का दावा सेनाप्रमुख ने किया है, फिर भी इस मोर्चेपर सेना की तैयारी को लेकर भी उन्होंने संतोष व्यक्त किया| सेना किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार होने की बात जनरल नरवणे ने कही| इससे पहले लेफ्टनंट जनरल पद पर कार्यरत होेत हुए नवरणे ने डोकलामके मुद्दे पर किया बयान काफी चर्चा में था|

वर्ष २०१७ में भारत, भूटान और चीन की सीमा एक दुसरे से मिलती है उस डोकलाम क्षेत्र में भारत और चीन की सेना लंबे ७२ दिनों के समय तक एक दुसरे की सामने खडी रही थी| उस समय चीन ने भारत को युद्ध की धमकी दी थी| उसके बाद भी भारत ने डोकलाम से पीछे हटने से इन्कार किया था| इस वजह से चीन इस मोर्चे पर समझौता करने के लिए विवश हुआ था| दुबारा ऐसी स्थिति बनी तो भारतीय सेना इसके लिए पुरी तरह से तैयार है, यह इशारा लेफ्टनंट जनरल पद की जिम्मेदारी संभालते समय नरवणे ने अगस्त महीने में दिया था|

सेनाप्रमुख होने पर दुबारा उत्तरी सीमा पर ध्यान आकर्षित करनेवाला जनरल नरवणे ने बयान करना अहम साबित हो रहा है| फिलहाल चीन ने लद्दाख की भारतीय सीमा के नजदिकी क्षेत्र में भूमिगत रास्तों का निर्माण शुरू करने की खबरें सामने आयी है| इस जगह पर गश्त कर रहे भारतीय सैनिकों को चीन की सेना ने रोकने की खबरें भी प्राप्त हुई थी| इस वजह से चीन फिर से डोकलाम जैसी स्थिति बनाकर भारत के सामने नई चुनौती खडी करने की संभावना भी सामने आयी है|

ऐसी स्थिति में भारतीय सेना को चीन से जुडी सीमा पर अधिक सावधानी दिखानी होगी| एक ओर पाकिस्तान पश्‍चिमी सीमापर गोलिबारी एवं मॉर्टर्स के हमलें करके भारत को चुनौती दे रहा है| इसका लाभ उठाकर चीन भी भारतीय सेना पर दबाव बढाने की तैयारी में होने के संकेत प्राप्त हो रहे है| इस वजह से भारत को दो मोर्चों पर ध्यान केंद्रीत करना होगा और इसका एहसास रखनेवाले सेना ने आवश्यक तैयारी शुरू की है, यही संदेशा सेनाप्रमुख ने अपने बयान से दिया दिख रहा है|

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