भारत और इटली मे छह सहयोगी करार होंगे

नई दिल्ली: भारत एवं इटली के इस दुनिया की दो बड़े वित्त व्यवस्था होकर दोनों देशों में सहयोग बढ़ाने के लिए बहुत अवसर उपलब्ध हैं। इटली के साथ सहयोग बढ़ाने में भारत उत्सुक होकर आनेवाले समय में दोनों देशों में सहयोग नई ऊंचाई पर पहुंचेगा, ऐसा विश्वास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीने व्यक्त किया है।

भारत और इटली में राजनीतिक स्तर पर संबंधों को मार्च महीने में ७० वर्ष पूर्ण हो रहे हैं। इस पृष्ठभूमि पर इटली के प्रधानमंत्री गेन्टीलोनी भारत के दौरे पर आए हैं। पिछले दशकभर के कालखंड में भारत दौरे पर आने वाले गेन्टीलोनी इटली के पहले प्रधानमंत्री है। इसकी वजह से इस दौरे का महत्व बढ़ा है। अपनी भारत भेंट दो देशों में सहयोग अधिक सक्षम करने का अवसर होने की बात इटली के प्रधानमंत्री ने कही है।

सहयोगी करारभारत एवं इटली में ८.७९ अब्ज डॉलर्स का वार्षिक व्यापार होता है। भारत इटली को ४.९० अब्ज डॉलर का निर्यात करता है और भारत इटली से ३.८९ अब्ज डॉलर्स का माल आयात करता है। यह व्यापार अधिक बढ़ाने पर इटली के प्रधानमंत्री गेन्टीलोनी ने जोर दिया है। तथा इटली के प्रधानमंत्री ने भारतीय प्रधानमंत्री से विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की है। इनमे क्षेत्रीय तथा अंतराष्ट्रीय स्तर के मुद्दों का समावेश था, ऐसा प्रधानमंत्री मोदी ने संयुक्त पत्रकार परिषद में स्पष्ट किया है। इटली के साथ आतंकवाद विरोध में सहयोग अधिक मजबूत करने के लिए निर्णय लिया गया है। इटली ने भारत के स्मार्ट सिटी मूलभूत सुविधा परियोजनाओं में निवेश के लिए उत्सुकता दिखाई है।

इटली के प्रधानमंत्री के इस दौरे में दोनों देशों में छह सहयोगी करार पर हस्ताक्षर हुए हैं। इनमें रेलवे की सुरक्षा के लिए किए सहयोगी करार का समावेश है। उसके सिवाय भारत एवं इटली में ऊर्जा क्षेत्र के सहयोग के बारे में भी करार संपन्न हुआ है।

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