उत्तर कोरिया के खतरे के विरोध में दक्षिण कोरिया बनाएगा ‘थ्री-एक्सिस’ यंत्रणा

सेऊल – उत्तर कोरिया के परमाणु और मिसाइलों के खतरे के जवाब में दक्षिण कोरिया ने नया रणनीतिक कमांड सेंटर स्थापित करने का ऐलान किया। इसके तहत अगले दो सालों में ‘थ्री-एक्सिस’ यानी तीन स्तरों पर आधारित सुरक्षा यंत्रणा कार्यरत होगी। ऐसे में नया कमांड सेंटर आनेवाले दिनों में ‘एफ-३५ए’ स्टेल्थ विमान, पैट्रियॉट जैसी प्रगत हवाई सुरक्षा यंत्रणा, बैलेस्टिक मिसाइल और गश्त उपग्रह से जुड़ा होगा।

दक्षिण कोरिया के राष्ट्राध्यक्ष युन सूक-येओल ने दो दिन पहले गेरियाँदे सैन्य अड्डे पर वरिष्ठ अधिकारियों की शीघ्रता से बैठक बुलाई। पिछले साल से उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षण और नए परमाणु परीक्षण के लिए शुरू की हुई खतरनाक गतिविधियों पर चर्चा हुई। इसके बाद माध्यमों से बोलते हुए राष्ट्राध्यक्ष येओल ने उत्तर कोरिया की आलोचना की। उत्तर कोरिया से दक्षिण कोरिया की जनता और संप्रभुता को खतरा होने का आरोप राष्ट्राध्यक्ष येओल ने लगाया।

‘दक्षिण कोरियन जनता, संपत्ति, सरहदी क्षेत्र और संप्रभुता की सुरक्षा करना ही दक्षिण कोरिया की सेना का उद्देश्य है। इसके लिए हमारी सेना पूरी तरह से तैयार है’, यह ऐलान राष्ट्राध्यक्ष येओल ने किया। साथ ही उत्तर कोरिया के परमाणु खतरे के विरोध में ज़रूरी कदम उठाने होंगे। इसके लिए दक्षिण कोरिया नई रणनीतिक स्ट्रैटेजिक कमांड स्थापित करेगा, यह घोषणा राष्ट्राध्यक्ष येओल ने की।

दक्षिण कोरिया में तीनों रक्षाबलों का संयुक्त कमांड सेंटर है। लेकिन, उत्तर कोरिया से परमाणु और मिसाइल खतरों के मद्देनज़र ‘थ्री-एक्सिस’ नामक स्वतंत्र विशेष यंत्रणा अहम साबित होगी, ऐसा दक्षिण कोरिया के राष्ट्राध्यक्ष ने कहा। उत्तर कोरिया के हमलों को नाकाम करना और इन हमलों से पहले ही उत्तर कोरिया के ठिकानों को नष्ट करना और दक्षिण कोरिया की स्वतंत्र हवाई और मिसाइल विरोधी सुरक्षा यंत्रणा का निर्माण करने के मुद्दे का इस ‘थ्री-एक्सिस’ में समावेश है। पिछले महीने दक्षिण कोरिया की बागड़ोर संभालने के बाद राष्ट्राध्यक्ष येओल ने ‘थ्री-एक्सिस’ के संकेत दिए थे।

इसी पर आधारित कमांड सेंटर स्थापित करने के लिए आवश्यक योजना पेश करने के बाद साल २०२४ तक यह यंत्रणा कार्यरत होगी, ऐसा दक्षिण कोरिया के सैन्य सूत्रों का कहना है। ‘थ्री-एक्सिस’ के लिए अमरीका और मित्रदेशों की सहायता दक्षिण कोरिया को मिल सकती है। दक्षिण कोरिया राड़ार यंत्रणा को चकमा देनेवाली अमरीका के अति प्रगत लड़ाकू विमान ‘एफ ३५-ए’ प्राप्त करने की कोशिश करेगा। साथ ही अपने देश में पैट्रियॉट हवाई सुरक्षा यंत्रणा तैनात कराने के लिए राष्ट्राध्यक्ष येओल की सरकार अमरीका के साथ फिर से चर्चा कर सकती है।

इंडोनेशिया के बाली में आयोजित ‘जी २०’ की बैठक में अमरीका, जापान और दक्षिण कोरिया के विदेशमंत्रियों की उत्तर कोरिया से होनेवाले खतरे के मुद्दे पर चर्चा की। उत्तर कोरिया की आर्थिक, व्यापारी घेराबंदी करने पर तीनों देशों के नेताओं में बातचीत होने का दावा किया जा रहा है। लेकिन, इसका पूरा ब्यौरा अभी सामने नहीं आया है।

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