…तो, रशिया के व्यापारी जहाज़ों को लक्ष्य करना संभव होगा – भूतपूर्व अमरिकी अधिकारी एवं विश्‍लेषक का दावा

वॉशिंग्टन/मॉस्को – रशिया ने यूरोपिय देशों पर हमला करने पर अमरीका के साथ नाटो विश्‍वभर में रशिया के जहाज़ों को लक्ष्य करके युद्ध का पलडा घुमा सकते है, यह दावा अमरिका के भूतपूर्व अधिकारी एवं विश्‍लेषक ने किया है। बीते कुछ दिनों में आर्क्टिक क्षेत्र में रशिया और यूरोपिय देशों की लष्करी गतिविधियों में बढ़ोतरी हुई है। रशिया के विदेशमंत्री ने भी नाटो पर आरोप किए हैं और शीतयुद्ध के दौर की तरह नाटो ने हरएक मोर्चे पर रशिया के साथ संघर्ष जारी होने की बात कही है।

...तो, रशिया के व्यापारी जहाज़ों को लक्ष्य करना संभव होगा - भूतपूर्व अमरिकी अधिकारी एवं विश्‍लेषक का दावाअंतरराष्ट्रीय स्तर पर सबसे अधिक व्यापारी जहाज़ रखनेवाले देशों में चीन के बाद रशिया दूसरे स्थान पर है। इनमें बड़े कार्गो जहाज़ों के साथ ही इंधन के टैंकर्स भी शामिल हैं। रशियन अर्थव्यवस्था के लिए नगद आमदनी प्राप्त करनेवाले इन व्यापारी जहाज़ों का योगदान काफी अहम है। लेकिन, अपने व्यापारी जहाज़ों के बेड़े को पूरी सुरक्षा प्रदान करे इतनी बड़ी क्षमता रशियन नौसेना नहीं रखती। यह मर्यादा ध्यान में रखकर अमरीक और यूरोपिय देश रशियन व्यापारी जहाज़ों को सागरी क्षेत्र में रोक सकते हैं, यह दावा अमरिकी नौसेना के भूतपूर्व अधिकारी एवं विश्‍लेषक ब्रैडफोर्ड डिसमक्स ने किया है। युद्ध के दौरान रशियन व्यापारी जहाज़ों को रोककर युद्ध का पलडा भी घुमाया जा सकता है, इस ओर डिसमक्स ने ध्यान आकर्षित किया।

...तो, रशिया के व्यापारी जहाज़ों को लक्ष्य करना संभव होगा - भूतपूर्व अमरिकी अधिकारी एवं विश्‍लेषक का दावाबीते कुछ दिनों में आर्क्टिक क्षेत्र में रशिया और नाटो की लष्करी गतिविधियां बढ़ी हैं और इस पृष्ठभूमि पर अमरिकी विश्‍लेषकों ने किया हुआ दावा ध्यान आकर्षित कर रहा है। रशिया ने नार्वे की सीमा के करीब प्रगत राड़ार यंत्रणा स्थापित करने का काम शुरू किया है और आर्क्टिक एवं बेलारुस की सीमा पर युद्धाभ्यास भी शुरू किया है। इस युद्धाभ्यास में रशिया के तीनों रक्षाबल शामिल हुए हैं और लाईव फायर एक्सरसाईज भी होने की बात कही जा रही हैए। इस दौरान रशिया ने मिसाइल परीक्षण किया है, यह जानकारी भी सूत्रों ने साझा की। रशिया की इस आक्रामकता पर प्रत्युत्तर देने के लिए अमरीका और नाटो सदस्य देशों ने भी अपनी गतिविधियां शुरू की हैं।

अमरीका और जर्मनी के साथ अन्य नाटो सदस्य देशों ने रशिया की गतिविधियों पर नज़र रखने के लिए हवाई गश्‍त शुरू की है। बीते चार दिनों में अमरीका के साथ जर्मनी, नार्वे एवं स्वीड़न इन देशों के विमानों ने रशियन युद्धाभ्यास के करीबी क्षेत्र में गश्‍त लगाने की जानकारी सामने आई है। रशिया ने इसकी पुष्टी की है और अपने लड़ाकू विमानों ने विदेशी लष्करी विमानों को वापिस भगाने का दावा किया। स्वीडन ने अपनी गॉटलैंड नामक रक्षा अड्डे पर युद्धाभ्यास शुरू किया है और यह युद्धाभ्यास रशिया के लिए संदेश होने की बात स्वीड़न के सेनाप्रमुख जैन थॉर्नक्विस्ट ने कही है।

...तो, रशिया के व्यापारी जहाज़ों को लक्ष्य करना संभव होगा - भूतपूर्व अमरिकी अधिकारी एवं विश्‍लेषक का दावाइसी बीच, रशिया के विदेशमंत्री सर्जेई लैवरोव ने यह आरोप लगाया है कि, शीतयुद्ध की तरह नाटो हरएक मोर्चे पर रशिया से संघर्ष शुरू कर रही है। रशिया के खिलाफ़ जारी यह संघर्ष ही अब नाटो के अस्तित्व का एकमात्र कारण होने का दावा भी उन्होंने किया। रशिया से सुरक्षा करने के नाम से नाटो यूरोप में लष्करी तैनाती बढ़ा रही है और यही बात यूरोप में अस्थिरता बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करनेवाली सबित हो रही है, ऐसी आलोचना रशियन विदेशमंत्री ने की है।

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