अरुणाचल प्रदेश में सुरक्षा बलों की कार्रवाई में छह आतंकी ढ़ेर – चिनी बनावट के हथियार बरामद

इटानगर – अरुणाचल प्रदेश में म्यानमार की सीमा से करीबी क्षेत्र में सुरक्षा बलों के साथ हुई मुठभेड़ में ‘एनएससीएन’ (आयएम) के छः आतंकी ढ़ेर हुए। इस मुठभेड़ में असम रायफल का एक सैनिक घायल हुआ है। मुठभेड़ के दौरान सुरक्षा बलों ने हथियारों का बड़ा भंड़ार बरामद किया है और इनमें चीन में बने हथियार भी हैं। इसके साथ ही, ईशान्य भारत में गतिविधियाँ कर रहें आतंकियों को चीन से सहायता प्राप्त हो रही है, यह बात फिर एक बार स्पष्ट हुई है।

Arunachal-Pradesh-Terroristsइटानगर से ३१० किलोमीटर की दूरी पर म्यानमार की सीमा पर स्थित नगिनु गांव से करीबी घने जंगल में ‘नैशनल सोशालिस्ट कौन्सिल ऑफ नागालैण्ड’ (आयसाक-मुवाह) यानी ‘एनएससीएन (आयएम) इस संगठन के आतंकी छिपे थे। सुरक्षा यंत्रणाओं को इसकी जानकारी प्राप्त होते ही शनिवार की सुबह ही सुरक्षाबलों ने संयुक्त सर्च मुहिम शुरू की। भारतीय सेना, असम रायफल्स और अरुणाचल प्रदेश पुलिस इस संयुक्त मुहिम में शामिल हुए थे। सुरक्षा बलों ने घेर रखा है, यह ध्यान में आ जाते ही आतंकियों ने गोलीबारी शुरू की। इसके बाद हुई मुठभेड़ में ‘एनएससीएन’ के छः आतंकी मारे गए। मुठभेड़ में असम रायफल का एक जवान घायल हुआ। इस मुठभेड़ के दौरान कुछ आतंकी भाग गए हैं। उनकी खोज़ जारी हैं। इस कारण अभी यह मुहिम ख़त्म नही हुई हैं, यह जानकारी अधिकारी ने साझा की।

मुठभेड़ की ज़गह से छः लौंग रेंज वेपन्स, चार एके-४७ रायफल्स, दो चायनीज्‌ एमएजी रायफल, पाँच किलो विस्फ़ोटक, देसी बम, आयईडी और अन्य हथियार भी बरामद किए गए हैं। इससे यह स्पष्ट होता है कि किसी बड़े आतंकी हमले की साज़िश को अंजाम देने की तैयारी में ये आतंकी थे और अब उनकी यह साज़िश नाकाम की गई है। इस साज़िश के पीछे चीन का हाथ होने की गहरी आशंका है। इसी कारण इस घटना की जाँच ‘एनआयए’ के हाथ में दी जाएगी, ऐसी भी ख़बर है। ‘एनएससीएन’ यह संगठन नागालैण्ड, अरुणाचल प्रदेश और असम में सक्रिय है।

इसी बीच, ईशान्य भारत में कार्यरत सभी आतंकी संगठनों को चीन से सहायता प्राप्त होती है, यह बात पहले भी स्पष्ट हुई है। लेकिन, पिछले चार-पाँच वर्षों में सुरक्षा यंत्रणाओं ने, इस संगठन के अस्तित्व को ख़त्म करने की कगार पर पहुँचाया है। कई आतंकी मुठभेड़ में ढ़ेर हुए हैं। कुछ आतंकी संगठन और उनके प्रमुख नेता हथियार रखकर मुख्य धारा में शामिल हुए हैं। इन संगठनों ने बांगलादेश और म्यानमार में बनाए अड्डें, वहाँ की यंत्रणा और सेना की सहायता से तबाह किए गए हैं। इस दौरान, इन संगठनों के कुछ नेता भी ढ़ेर हुए हैं और कुछ आतंकी शरणागत हुए हैं। इससे ईशान्य भारत में जारी हिंसक आतंकी गतिविधियाँ अब ७० प्रतिशत कम होने की रिपोर्ट तीन महीने पहले ही जारी हुई थी।

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