ब्रिटेन के प्रधानमंत्री द्वारा येमन में सेना तैनाती के संकेत

लंडन – पिछले छह सालों से येमन में जारी गृहयुद्ध को खत्म करने के लिए सऊदी अरब ने दिए संघर्षबंदी के प्रस्ताव का ब्रिटेन ने स्वागत किया। इस प्रस्ताव के अनुसार, येमन के सभी गुट इस संघर्ष बंदी में सहभागी हुए, तो ब्रिटेन भी येमन में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए अपनी सेना रवाना करेगा, ऐसी घोषणा ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉन्सन ने की। 2 दिन पहले ब्रिटेन, फ्रान्स और जर्मनी के नेताओं में येमन में संघर्ष बंदी करने पर चर्चा संपन्न हुई थी।

uk-johnsonसऊदी अरब के विदेश मंत्री प्रिन्स फैझल ने, येमन की सऊदी समर्थक गठबंधन सरकार और हाउथी बागियों को संघर्ष बंदी का प्रस्ताव दिया था। पूरे येमन में जारी हिंसाचार को रोककर संघर्ष बंदी लागू करें, ऐसा आवाहन सऊदी ने किया था। दुनियाभर से सऊदी के इस प्रस्ताव का स्वागत स्वागत किया गया था। इससे पिछले छह सालों से जारी गृहयुद्ध खत्म होकर, येमन की जनता के लिए सहायता शुरू होगी, ऐसी उम्मीद ज़ाहिर की जा रही थी। ब्रिटेन के विदेश मंत्री डॉमनिक राब ने भी सऊदी के इस प्रस्ताव को समर्थन दिया था।

ब्रिटेन की संसद में इसपर बात करते हुए प्रधानमंत्री जॉन्सन ने, संघर्ष बंदी के लिए सऊदी ने की हुई पहल का कौतुक किया। सऊदी के इस प्रस्ताव के कारण येमन के मसले पर राजनीतिक हल प्राप्त होने की संभावना बढ़ी है, ऐसा प्रधानमंत्री जॉन्सन ने कहा। साथ ही, येमन के गुटों ने अगर संघर्ष बंदी का पालन किया, तो इस देश में शांति स्थापित करने के लिए ब्रिटेन अपने जवान रवाना करेगा, ऐसा उन्होंने कहा ।

uk-troopsसंयुक्त राष्ट्र संघ की शांति मुहिम के तहत यह कदम उठाया जाएगा, ऐसी जानकारी ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने दी। लेकिन इसके लिए येमन में परिस्थिति सुधरने की आवश्यकता है, यह भी जॉन्सन ने स्पष्ट किया।

सौदी ने येमन के हाउथियों को संघर्ष बंदी का आवाहन करने के बाद ब्रिटेन, फ्रान्स और जर्मनी के नेताओं में चर्चा संपन्न हुई थी। येमन में शांति सैनिक तैनात करने के मुद्दे पर इन तीन युरोपीय देशों में चर्चा होने का दावा किया जाता है। लेकिन इस बारे में अभी तक अधिकृत जानकारी सामने नहीं आई है। Yemen-houthisअमरीका ने भी खाड़ी क्षेत्र के लिए नियुक्त अपने विशेष दूत टिम लेंडरकिंग को अरब देशों के दौरे पर रवाना किया है। ईरान से जुड़े हाउथी बागी, सऊदी के प्रस्ताव का स्वीकार करके संघर्ष बंदी में सहभागी हों, ऐसा आवाहन विशेष दूत लेंडरकिंग करेंगे, ऐसी जानकारी अमरीका के विदेश विभाग ने दी।

पाँच दिन पहले सऊदी ने दिया संघर्ष बंदी का प्रस्ताव हाउथियों ने ठुकरा दिया है। सऊदी के इस प्रस्ताव में नया कुछ भी न होने की आलोचना हाउथी तथा ईरान ने की है। इसके बाद हाउथियों ने सऊदी के इंधन प्रोजेक्ट्स, इंधन अड्डे तथा लष्करी और रिहायशी स्थानों पर ड्रोन हमले बढ़ाए हैं। हाउथियों के इस हमले के बाद भी सऊदी ने संयमी भूमिका अपनायी है। इससे येमन में संघर्ष बंदी लागू करने के लिए हाउथी बागियों पर अन्तर्राष्ट्रीय दबाव बढ़ सकता है।

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