अमरीका या चीन में से एक का चयन करने के लिए यूरोप पर दबाव नहीं डालेंगे

– अमरीका के विदेशमंत्री एंथनी ब्लिंकन

ब्रुसेल्स – ‘चीन का विचार करके अमरीका अपने सहयोगी देशों पर हम या वह, इनमें से एक का चयन करने के लिए दबाव नहीं डालेंगे। मौसम के बदलाव जैसे अलग अलग मुद्दों पर जहाँ पर भी चीन से सहयोग मुमकिन हो, ऐसे में अन्य देश यकीनन सहयोग की भूमिका अपनाएं’, ऐसा बयान अमरिकी विदेशमंत्री एंथनी ब्लिंकन ने किया है। ब्रुसेल्स में नाटो की बैठक के दौरान ब्लिंकन ने यूरोपिय देशों को निर्णय करने की छूट देने के साथ ही नाटो की सुरक्षा के लिए चीन खतरा है, यह इशारा भी दिया।

अमरीका या चीन में से एक का चयन करने के लिए यूरोप पर दबाव नहीं डालेंगे - अमरीका के विदेशमंत्री एंथनी ब्लिंकनअमरीका के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने चीन के खिलाफ आक्रामक मु्हिम अपनाने के साथ ही अमरीका के मित्रदेश भी इस मुद्दे पर सहयोग करें, ऐसी भूमिका अपनाई थी। ट्रम्प प्रशासन ने इस मुद्दे पर चलाई मुहिम की वजह से यूरोपिय देशों के साथ नाटो ने भी अपनी चीन विषयक भूमिका में बदलाव करना शुरू किया था। बीते वर्ष नाटो द्वारा जारी की गई एक रपट में चीन ही सबसे बड़ा खतरा होने का स्पष्ट ज़िक्र किया था।

नाटो के प्रमुख जेन्स स्टॉल्टनबर्ग ने भी बुधवार के दिन नाटो सदस्य देश और चीन के मूल्य एक-दूसरे से मेल करनेवाले नहीं हैं, ऐसा इशारा दिया। इस पृष्ठभूमि पर अमरिकी विदेशमंत्री ने नाटो के सहयोगी देशों को निर्णय करने की खुली छूट देना ध्यान आकर्षित करता है। अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने ज़िम्मा संभालने के बाद चीन ही अमरीका का प्रमुख स्पर्धक होने का ऐलान किया था। लेकिन, साथ ही ट्रम्प प्रशासन ने चीन के खिलाफ किए कुछ आक्रामक निर्णय खारिज किए थे। चीन की हरकतों के खिलाफ बायडेन प्रशासन ने अपनाई भूमिका भी ट्रम्प प्रशासन की भूमिका की तुलना में सौम्य होने की बात स्पष्ट तौर पर दिख रही है।अमरीका या चीन में से एक का चयन करने के लिए यूरोप पर दबाव नहीं डालेंगे - अमरीका के विदेशमंत्री एंथनी ब्लिंकन

विदेशमंत्री ब्लिंकन ने नाटो की बैठक की पृष्ठभूमि पर किया बयान भी इसकी पुष्टी करता हुआ दिख रही हैअ। ब्लिंकन ने चीन अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था ध्वस्थ कर रहा है और नाटो ने एक होकर इसका मुकाबला किया तो चीन को पीछे छोड़ना संभव होगा, यह आवाहन किया था। लेकिन, इसके बाद अपने मित्रदेशों को चीन के मुद्दे पर निर्णय करने की छूट देकर बायडेन प्रशासन चीन के मुद्दे पर आक्रामक कार्रवाई करने के लिए ज्यादा उत्सुक ना होने की बात दिख रही है।

इसी बीच, नाटो की बैठक के दौरान चीन के रक्षामंत्री वेई फेंगहे बुधवार के दिन यूरोपिय देशों के दौरे पर दाखिल होने की बात सामने आयी है। फेंगहे यूरोप के ग्रीस, हंगेरी, सर्बिया और नॉर्थ मैसिडोनिया की यात्रा करेंगे।

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