‘कोविशिल्ड’ का निर्माण कर रही ‘सिरम’ के पुणे प्रकल्प में लगी आग – पांच की मौत

पुणे – ‘ऑक्सफर्ड-एस्ट्राजेनेका’ ने विकसित किए ‘कोविशिल्ड’ का उत्पादन कर रही भारतीय कंपनी ‘सिरम इन्स्टिट्युट ऑफ इंडिया’ के पुणे प्रकल्प में गुरूवार दोपहर भीषण आग भड़की। इस आग से झुलसकर पांच की मौत हुई है और छह लोग घायल हुए हैं। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दुर्घटना पर तीव्र शोक व्यक्त किया है। पांच दिन पहले ही देश में कोरोना का टीकाकरण शुरू हुआ है। इस पृष्ठभूमि पर ‘सिरम’ में आग लगने की घटना चिंता बढ़ानेवाली साबित हुई है। ‘शॉर्ट सर्किट’ से यह आग लगी होगी, ऐसी आशंका जताई जा रही है। लेकिन, फिर भी इस घटना के पीछे कोई साज़िश तो नहीं, इस नज़रिये से भी जाँच जारी होने की खबर है।

गुरूवार के दोपहर ‘सिरम’ के पुणे प्रकल्प के एक इमारत में यह आग भड़की। शुरू में यह आग ‘कोविशिल्ड’ का उत्पादन हो रही और इस टिके का भंड़ारण वाली इमारत में लगने की खबरें प्राप्त हुई थीं। लेकिन, ‘कोविशिल्ड’ का उत्पादन करनेवाली इमारत सुरक्षित है और इस प्रकल्प की अन्य इमारत में यह आग भड़की, यह बयान ‘सिरम’ ने जारी किया। इस इमारत की दूसरी मंज़िल से यह आग फैलने लगी और अल्पावधी में आग ने रौद्र रूप दिखाया। इस इमारत में ‘बीसीजी’ की वैक्सीन का भंड़ार था। साथ ही इमारत में निर्माणकार्य भी हो रहा था।

आग लगने के बाद सिरम ने यह दावा किया था कि, इमारत में मौजूद सभी लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है। लेकिन, दमकल के सैनिकों ने आग पर नियंत्रण पाने के बाद पांच लोगों के शव बरामद हुए। ‘सिरम’ ने इस आग की दुर्घटना में मारे गए लोगों के रिश्‍तेदारों को २५ लाख रुपये सहायता देने का ऐलान किया है। लेकिन, यह शव कामगारों के हैं या सिरम के कर्मचारियों के इसकी पहचान अभी होनी बाकी हैे। क्योंकि, बरामद हुए शव पहचानने की स्थिति में नहीं हैं।

यह आग ‘शॉर्ट सर्किट’ से या वहां पर जारी वेल्डिंग के काम से उड़ी चिंगारी से भड़की होगी, ऐसा प्राथमिक अनुमान है। साथ ही इस दुर्घटना के पीछे कोई साज़िश होगी, यह आशंका भी जताई जा रही है। इस पृष्ठभूमि पर गुप्तचर यंत्रणा भी इस हादसे की जाँच करने में जुटी होने का वृत्त है।

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