शीत युद्ध के समय में पाश्चिमात्य देशों के विनती के अनुसार सऊदी में वहाबी विचारधारा का पुरस्कार किया है – सऊदी के क्राउन प्रिंस का खुलासा

वॉशिंगटन: सन १९७० के दशक में सोवियत रशिया की कम्युनिस्ट तत्वज्ञान का इस्लामी देशों से प्रसार रोकने के लिए पाश्चिमात्य देशों ने सऊदी अरेबिया के वहाबी तत्वज्ञान का प्रसार करने की विनती की थी। इस विनती के बाद सऊदी ने अन्य देशों में वहाबी पंथ के प्रसार के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की थी, ऐसी जानकारी सऊदी अरेबिया के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने दी है। अमरिका के वृत्त माध्यम को दिए मुलाकात में प्रिंस मोहम्मद यह दावा किया है।

पिछले कई दिनों से सऊदी अरेबिया में सामाजिक सुधार की तरफ ध्यान केंद्रित करके प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने कई क्रांतिकारी निर्णय घोषित किए थे। इन में महिलाओं को ड्राइविंग की अनुमति देने से स्पोर्ट्स स्टेडियम में महिलाओं को प्रवेश देने का निर्णय का समावेश है। साथ ही महिलाओं के कपड़ों पर भी कड़े प्रतिबंध पीछे लेने की तैयारी सऊदी ने दिखाई है। सऊदी पहले से ही मुक्त एवं उदार विचारों का देश होता पर ईरान में इस्लामी क्रांति होने के बाद सऊदी को कट्टरता के मार्ग से जाना पड़ा, ऐसा प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने लगातार बताया है। साथ ही अन्य कट्टर वहाबी पंथ के प्रभाव के अंदर लाने वाले सऊदी अरब स्वयं अपने देश में सुधार लाने का सोच रहे हैं, ऐसा कहकर कई लोग सऊदी पर कभी टिका कर रहे हैं। इस पृष्ठभूमि और अमरिका के मोहम्मद ने किया खुलासा अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

शीतयुद्ध के समय में सोवियत रशिया में इस्लामी देशों के कम्युनिस्ट विचार का प्रसार करना शुरू किया था। सोवियत रशिया के यह डावपेच उधेड़ने के लिए इस्लामी देशों में वहाबी पंथ के प्रार्थना स्थल निर्माण करने की विनती पाश्चिमात्य देशों ने सऊदी के तत्कालीन सल्तनत से की थी। उसके लिए लगनेवाला पैसा भी सऊदी के सल्तनत में तथा सऊदी में स्थित संस्थाओं ने प्रदान किया था। पर उसके बाद सऊदी सल्तनत से संबंधित वहाबी पंथ के प्रार्थना स्थल का ब्यौरा करना कठिन हो गया था। अब सऊदी के सल्तनत के बदले सऊदी में स्थित संस्थाओं से प्रार्थना स्थलों को सहायता की जाती है, ऐसा प्रिंस मोहम्मद ने कहा है।

साथ ही वहाबी पंथ की प्रार्थना स्थलों के आड़ आतंकवादी तैयार करने वाले और कट्टरवादी विचारों को चेतावनी देनेवाले संस्थाओं से सऊदी के सल्तनत का संबंध ना होने का दावा प्रिंस मोहम्मद ने किया है।

दौरान अमरिका के दौरे पर होनेवाले प्रिंस मोहम्मद ने पिछले कई दिनों में बड़े राजनेता के साथ कई सीनेटर, उद्यमी तथा सेलिब्रिटी की भेंट की है। इनमें अमरिका के भूतपूर्व राष्ट्राध्यक्ष बिल क्लिंटन, भूतपूर्व विदेश मंत्री जॉन केरी के साथ न्यूयॉर्क शहर के भूतपूर्व गवर्नर ब्लूमबर्ग का समावेश है। इस तथा न्यूयॉर्क में अपने भेंट में प्रिंस मोहम्मद ने कई ज्यू धर्म उपदेशोंको एवं नेताओं से भेंट करने की जानकारी प्रसिद्ध हुई है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.