ईंधन उत्पादन में बढ़ोतरी करके दामों की बढत रोकने के लिए अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष ने की मांग रशिया और सऊदी ने ठुकराई

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रियाध/मॉस्को – अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा ईंधन उत्पादन की दामों में हो रही बढ़त रोकने के लिये किए मांग को रशिया और सऊदी अरेबिया ने ठुकराया है। इसकी वजह से ईंधन के मुद्दे पर अमरिका एवं रशिया-सऊदी में तनाव निर्माण होने के संकेत मिल रहे हैं। ईंधन के बढ़ते दामों पर, ओपेक सदस्य देशों ने उत्पादन बढ़ाकर दाम कम करें, ऐसी मांग की थी। पर रशिया और सऊदी अरेबिया ने फिलहाल उत्पादन में बढ़ोतरी की आवश्यकता ना होने की बात कहकर ट्रम्प को उजागर तौर पर इनकार किया है।

कच्चे तेल के दाम प्रति बैरल ८० डॉलर्स पर पहुंचे हैं और आनेवाले महीनों में १०० डॉलर्स तक जाने की इशारे दिए जा रहे हैं। बढ़ते दामों की वजह से अमरिकी जनता में तीव्र प्रतिक्रिया उमड़ सकती है, यह आशंका ध्यान में लेकर ट्रम्प ने यह दाम कम करने के लिए प्रयत्न शुरू किए हैं। पिछले हफ्ते में राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने इस बारे में ट्वीट करके ओपेक पर दबाव बढ़ाने की गतिविधियां शुरू की थी।

अमरिका खाड़ी देशों की सुरक्षा का जिम्मा लेता है। अमरिका के सिवाय खाड़ी देश अधिक समय तक सुरक्षित नहीं रह सकते, फिर भी यह देश ईंधन के लगातार दाम बढ़ने चाहिए, इसलिए प्रयत्न कर रहे हैं। यह बात अमरिका ध्यान में रखेगी। एकाधिकारशाही होने वाले ओपेक देशों ने तत्काल इंधन के दाम नीचे लाने चाहिए, ऐसे शब्दों में ट्रम्प ने सऊदी अरेबिया के साथ खाड़ी देशों को सूचित किया था।

पर अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष ने कि यह मांग सऊदी अरेबिया एवं रशिया ने ठुकराई है। रशिया ओपेक का सदस्य देश नहीं है, फिर भी इंधन उत्पादन करनेवाले अग्रणी देशों में से एक के तौर पर पहचाना जाता है। पिछले वर्ष रशिया ने पहल करके इंधन उत्पादन कम करने के लिए सऊदी के साथ हाथ मिलाया था। उसे मिली सफलता के बाद रशिया और सऊदी अरेबिया इन दोनों देशों ने नजदीकी बढ़ाई है और उनसे अमरीका को मात देने के प्रयत्न शुरू है।

इस पृष्ठभूमि पर सऊदी के ईंधन मंत्री खालिद अल फालिह ने ईंधन के दामों पर मैं प्रभाव नहीं डाल सकता एवं यह दर मांग तथा ईंधन शुद्धीकरण कंपनियों पर निर्भर है, ऐसे शब्दों में ट्रम्प इनके मांग का इनकार किया है। तथा रशिया के उर्जा मंत्री एलेग्जेंडर नोवाक ने फिलहाल क्षेत्र के उत्पादन में तत्काल बढ़ोतरी की कोई आवश्यकता नहीं है, ऐसे शब्दों में बढ़ोतरी के बारे में नजदिक के समय में निर्णय लेने की आशंका ठुकराई है।

राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प के ट्वीट मतलब खाड़ी देशों का बहुत बड़ा अपमान होने की प्रतिक्रिया ईरान ने दी है।

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