विदेशमंत्री जयशंकर सौदी के दौरे पर

रियाध – विदेशमंत्री एस.जयशंकर तीन दिन के लिए सौदी के दौरे पर गए हुए हैं। यूक्रेन युद्ध के कारण उछलती ईंधन की कीमतों की पृष्ठभूमि पर भारत के सबसे बड़े ईंधन निर्यातक सौदी की विदेशमंत्री जयशंकर की यह यात्रा अहमियत रखती है। अपने इस यात्रा के पहले ही दिन जयशंकर ने सौदी में भारतीय समुदाय को संबोधित किया। साथ ही सौदी के माध्यमों को दिए गए साक्षात्कार के दौरान विदेशमंत्री जयशंकर ने मौजूदा समय में भारत के लिए सौदी अहम आर्थिक भागीदार देश है, यह भी स्पष्ट किया।

सौदी के दौरेवित्तीय वर्ष २०२१-२२ में भारत और सौदी के बीच व्यापार ४२.८६ अरब डॉलर्स तक पहुँचा और आनेवाले समय में इसमें अधिक बढ़ोतरी होगी, ऐसे संकेत विदेशमंत्री ने दिए। भारत में निवेष करने वाले देशों में सौदी १८ वें स्थान पर हैं और सौदी ने भारत में अब तक ३.१५ अरब डॉलर्स निवेष किया है। इस दौरान भारत ने सौदी में तकरीबन दो अरब डॉलर्स निवेष किया है। आनेवाले समय में दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश बढ़ेंगे, यह संकेत विदेशमंत्री ने इस दौरान दिए।

अगले साल भारत में आयोजित ‘जी-२०’ बैठक में सौदी अहम भूमिका निभाएग, यह विश्वास जयशंकर ने व्यक्त किया। इस ‘जी २०’ बैठक का आयोजन भारत ने जम्मू-कश्मीर में किया और पाकिस्तान को काफी बड़ा झटका दिया था। इस वजह से इस बैठक में सौदी अरब अहम भूमिका निभाएगा, ऐसा विदेशमंत्री का बयान सूचक साबित होता है। इस आयोजन में भारत सफल हुआ तो कश्मीर मुद्दे पर ‘जी २०’ देशों को अपने पक्ष में करने में भारत को सफलता प्राप्त हुई, यह मानना होगा, ऐसा बयान बड़ी बेबसी के साथ पाकिस्तान से प्राप्त हुआ था। इस पृष्ठभूमि पर सौदी अरब के दौरे पर भारतीय विदेशमंत्री के इस बयान को बड़ी सफलता मिली है।

इसी बीच, कोरोना के संकट के दौरान भारत में महसूस हो रही ऑक्सिजन सिलंड़र की किल्लत दूर करने के लिए सौदी अरब ने भी बड़ी सहायता की थी। इसका दाखिला देकर जयशंकर ने भारत और सौदी के मित्रतापूर्ण संबंधों की अहमियत रेखांकित की। साथ ही दोनों देशों के ईंधन सहयोग का भी जयशंकर ने इस दौरान ज़िक्र किया। अपने इस दौरे में एस.जयशंकर सौदी के विदेशमंत्री प्रिन्स फैज़ल बिन फरहान से मुलाकात करके द्वीपक्षीय चर्चा करेंगे।

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