विदेशमंत्री जयशंकर ‘यूएई’ के दौरे पर

दुबई – भारत के विदेशमंत्री एस.जयशंकर संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के दौरे पर हैं और उन्होंने यूएई के क्राउन प्रिन्स मोहम्मद बिन ज़ाएद से बातचीत की। दुबई में आयोजित एक एक्स्पो में विदेशमंत्री जयशंकर ने स्लोवाकिया, सायप्रस और लक्ज़ेम्बर्ग के विदेशमंत्रियों से मुलाकात की। इस यूएई दौरे के दौरान में विदेशमंत्री जयशंकर ने भारत, यूएई, अमरीका और इस्रायल के ‘वेस्ट एशियन क्वाड’ की जल्द ही बैठक होगी, यह बयान करके ध्यान आकर्षित किया।

विदेशमंत्री जयशंकरयूएई’ के दुबई में विशाल एअर शो का आयोजन किया गया है और इसमें भारत भी शामिल है। भारतीय निर्माण के ‘तेजस’ विमान इस एअर शो में चर्चा का विषय बने। इस एअर शो में शामिल होने के लिए विदेशमंत्री जयशंकर यूएई में दाखिल हुए। ‘यूएई’ के क्राउन प्रिन्स मोहम्मद बिन ज़ाएद ने उनका स्वागत किया और दोनों नेताओं ने अहम चर्चा की। भारत और यूएई के व्यापर रणनीतिक सहयोग के लिए क्राऊन प्रिन्स ज़ाएद बड़ा योगदान दे रहे हैं, ऐसा कहकर जयशंकर ने उनका स्वागत किया। इस दौरान विदेशमंत्री जयशंकर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शुभकामनाओं का संदेश क्राऊन प्रिन्स ज़ाएद को दिया। यूएई के विकास की शुभकामना व्यक्त करके प्रधानमंत्री मोदी ने दोनों देशों के द्विपक्षीय सहयोग में काफी बड़ी बढ़ोतरी होगी, यह उम्मीद व्यक्त की है।

विदेशमंत्री जयशंकरभारत के साथ मित्रता का सहयोग बढ़ाने के लिए यूएई उत्सुक होने का बयान करके क्राऊन प्रिन्स ज़ाएद ने भी भारत के प्रधानमंत्री को शुभकामनाएं दी हैं। इसी बीच, पश्‍चिम एशियाई क्वाड के तौर पर जाने जा रहे भारत, इस्रायल, अमरीका और यूएई के सहयोग की ओर पूरे विश्‍व का ध्यान केंद्रीत है। इस सहयोग की वजह से पश्‍चिम एशिया में भारत का प्रभाव प्रचंड़ मात्रा में बढ़ेगा और इसका भारत को बड़ा लाभ होगा, यह दिख रहा है। पाकिस्तान और चीन इससे बेचैन हुए हैं और इस र्इंधन से भरे एवं आर्थिक और रणनीतिक नज़रिये से बड़े अहम क्षेत्र में भारत का प्रभाव बढ़ने का मतलब भारतीय अर्थव्यवस्था की प्रगति प्रचंड़ गति से होगी ही, इस पर पाकिस्तान के विश्‍लेषक अपनी सरकार का ध्यान आकर्षित कर रहे हैं।

इसी बीच जम्मू-कश्‍मीर में निवेश करने का ऐलान करके यूएई ने पाकिस्तान को बड़ा झटका दिया है। इसके अलावा श्रीनगर-शारजा विमान सेवा शुरू करके यूएई ने पाकिस्तान को बेचैन कर दिया है। इस सेवा के लिए अपनी हवाई सीमा का इस्तेमाल करने की अनुमति देने से पाकिस्तान ने इन्कार करने की खबरें प्राप्त हुईं थी। फिर भी पाकिस्तान भारत-यूएई के सहयोग को रोक नहीं पाएगा। अगले दिनों में यह सहयोग अधिकाधिक विकसित होता रहेगा, ऐसा पाकिस्तानी विश्‍लेषकों का कहना है। इस पृष्ठभूमि पर जयशंकर का यह यूएई दौरा ध्यान आकर्षित कर रहा है।

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