रशियन राष्ट्राध्यक्ष ईरान पहुँचे

तेहरान – युक्रेन युद्ध की तीव्रता बढती जा रही है और रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन मंगलवार को ईरान की राजधानी तेहरान पहुंचे। ईंधन तथा आर्थिक सहयोग पर राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ईरान के राष्ट्राध्यक्ष इब्राहिम रईसी के साथ चर्चा करेंगे। पिछले सप्ताह ही अमेरिका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने खाडी राष्ट्रों का दौरा करके रशिया एवं ईरान के खिलाफ आघाडी मजबूत करने की दिशा में कदम बढाए थे। तत्पश्चात रशियन राष्ट्राध्यक्ष का यह ईरान दौरा अमेरिका के खाडी में राजनैतिकता को भेदने के लिए की गई है, ऐसा दावा पश्चिमी माध्यमों ने किया है।

पिछले महीने में तुर्कमेनिस्तान की राजधानी अश्गाबात में आयोजित कैस्पियन क्षेत्र के राष्ट्रों की बैठक में रशियन राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन और ईरान के राष्ट्राध्यक्ष इब्राहिम रईसी की मुलाकात हुई थी। युक्रेन में युद्ध छिडने के बाद रशियन राष्ट्राध्यक्ष का यह पहला विदेश दौरा है। पर रशियन राष्ट्राध्यक्ष सोविएत मित्रराष्ट्रों के अर्थात रशिया के प्रभावक्षेत्र के राष्ट्रों के दौरे पर होने का दावा पश्चिमी माध्यमों ने किया था। ऐसी स्थिति में राष्ट्राध्यक्ष पुतिन मंगलवार को जब तेहरान में दाखल हुए तब इन्हीं पश्चिमी माध्यमों ने रशियन राष्ट्राध्यक्ष का पहला विदेश दौरा होने की बात प्रसिद्ध की थी।

’अस्ताना समिट’ के निमित्त रशियन राष्ट्राध्यक्ष ईरान के दौरे पर होने की बात इन माध्यमों ने कही। सीरिया में संघर्ष के मुद्दे पर राजधानी तेहरान में रशिया, ईरान और तुर्की के राष्ट्राध्यक्षों में त्रिपक्षिय बैठक संपन्न होगी। तुर्की सीरिया पर हमले ना करे और शांति प्रस्थापित करने के लिए रशिया एवं ईरान को सहायता करे, ऐसी मांग इस बैठक के निमित्त होने की बात ईरानी माध्यमों ने कही। पर इस कारण रशियन राष्ट्राध्यक्ष ईरान के सहयोग बढाएंगे तथा युक्रेन युद्ध की पृष्ठ्भूमि पर ईरान एवं तुर्की के नेताओं से चर्चा करेंगे, यह जानकारी मिली है।

युक्रेन में युद्ध छिडने से लेकर युक्रेन तथा रशिया से निर्यात होनेवाले अनाज की जबरदस्त घुटन हुई है। अमेरिका एवं युरोपिय राष्ट्रों को अनाज से लदे हुए जहाजों की यातायात पर प्रतिबंध लगाने के आरोप रशिया लगा रही है। कुछ दिनों पूर्व ऐसा ही एक जहाज़ तुर्की के बंदरगाह में दाखल हुआ था। रशिया अनाज का निर्यात करने के लिए तैयार है, पर इसके लिए पश्चिमी राष्ट्र समुद्री मार्ग खोलें, ऐसी मांग रशिया कर रही है। राष्ट्राध्यक्ष पुतिन तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष रेसेप तय्यीप एर्दोगन के साथ मुलाकात के दौरान यह प्रश्न उपस्थित करेंगे।

तो इस बैठक के निमित्त रशिया एवं ईरान के राष्ट्राध्यक्ष कुछ महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर कर सकते हैं, ऐसा दावा किया जा रहा है। राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ईरान पहुंचने से पहले रशिया के गाज़ाप्रोम एवं ईरान के ’नैशनल ईरानियन ऑईल कंपनी’ नामक ईंधन कंपनियों में 40 अरब डॉलर्स का ऐतिहासिक समझौता हुआ। ईरान के ईंधन और कुदरती ईंधनवायु के ठिकानों के उत्खनन के लिए रशिया ने यह निवेश किया है। तो रशिया एवं ईरान के बीच नीतिपूर्ण सहयोग पर भी चर्चा हो सकती है।

इस दौरान, अस्ताना बैठक के निमित्त से रशिया खाडी में अमेरिका के राजनीति को भेदने की कोशिश में होने के आरोप पश्चिमी माध्यम लगा रहे हैं।

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