युद्धपोत, बॉम्बर्स एवं मिसाइल तैयार रखने के रशियन रक्षामंत्री ने जारी किए आदेश

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तर

मास्को – युद्धपोत एवं पनडुब्बीयां, प्रगत एवं हायपरसोनिक मिसाइलों के साथ तैयार रखें और ‘न्युक्लिअर बॉब्मर्स’ भी युद्ध के लिए तैयार रहने दे, यह आदेश रशियन रक्षामंत्री ने जारी किए है| रक्षामंत्री सर्जेई शोईगु ने एक बैठक के दौरान यह आदेश जारी किए है और यह तैयारी जल्द से जल्द पुरी करने पर जोर देने को भी उन्होंने कहा है| कुछ दिन पहले ही रशिया के ‘नॉर्दन फ्लिट’ के प्रमुख ने आर्क्टिक में रशिया और नाटो के देशों में युद्ध होने की चेतावनी दी थी| इस पृष्ठभूमि पर रशियन रक्षामंत्री ने यह आदेश जारी करना ध्यान आकर्षित करता है|

रक्षामंत्री सर्जेई शोईगु ने हाल ही में रशियन रक्षादलों की अहम बैठक बुलाई थी| रशिया के माध्यमों ने यह बैठक होने का दावा किया है| इसी बैठक के दौरान शोईगु ने रशिया के युद्धपोत और पनडुब्बीयों पर प्रगत मिसाइल तैनात करने की प्रक्रिया को गति देने को भी कहा होने का दावा हो रहा है| इस दौरान उन्होंने कैलिबर क्रूझ मिसाइल और झिरकॉन हायपरसोनिक मिसाइल का विशेष जिक्र किया है|

यह दोनों मिसाइल रशिया के बेडे में दाखिल सबसे प्रगत मिसाइल है और यह मिसाइल नौसेना में शीघ्र ही तैनात हो, यह आदेश भी रशियन रक्षामंत्री ने जारी किए है| इनमें से कैलिबर क्रूझ मिसाइल ६०० किलोमीटर से भी अधिक दूरी तक हमला कर सकता हैै| नौसेना के साथ ही वायुसेना का जिक्र करके ‘न्युक्लिअर बॉम्बर्स’ युद्ध के लिए तैयार रहने होंगे, यह भी शोईगु ने इस बैठक में कहा| शोईगु की इस बैठक को रशिया के ‘नॉर्दन फ्लिट’ के प्रमुख व्हाईस एडमिरल एलेक्झांडर मॉईसीव्ह ने दी हुई चेतावनी की पृष्ठभूमि होने की बात कही जा रही है|

‘पिछले कुछ वर्षों में नाटो ने रशिया की आर्क्टिक की सीमा के निकट युद्धाभ्यास करने की मात्रा बढाई है| इन युद्धाभ्यास में परमाणु पनडुब्बीयां, विमान वाहक युद्धपोत, स्पेशल फोर्सेस का समावेश रहा है और आधुनिक हथियारों का भी प्रयोग होेन की बात दिखाई दी है| इन युद्धाभ्यास का दायरा काफी बडा रहा है और इससे नाटो एवं सदस्य देश आर्क्टिक में लष्करी तैनाती बढाने की तैयारी में होने की बात स्पष्ट होती है| यह तैनाती इस तरह से बढाते रहे तो आर्क्टिक में रशिया और नाटो देशों का युद्ध शुरू हो सकता है’, यह इशारा उन्होंने दिया था|

कुछ महीने पहले रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने ‘न्युक्लिअर आईसब्रेकर्स’, लष्करी अड्डे एवं व्यापार के लिए नए बंदरगाह का निर्माण करने का प्रावधान होनेवाले महत्वाकांक्षी ‘आर्क्टिक प्लैन’ का ऐलान किया था|

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