पाकिस्तानी महीलाओं पर चीन में हो रहे है अत्याचार

मझाईकेवाले – ‘चीन में मेरे साथ क्या हुआ यह पुछना मत’, यह बात समिया डेव्हिड अपने परिवारजनों से बडे दर्द के साथ कह रही थी| कुछ महीने पहले पाकिस्तान पहुंचे चीन के युवक से उसकी शादी कराई गई थी| चीन पहुंचने तक समिया काफी उत्साही और मजबूत थी| पर, कुछ महीने बाद चीन से लौटी समिया काफी कमजोर बनी थी| चीन में उसे बडे अत्याचारों का सामना करना पड रहा था| उसकी याद से भी वह कांप रही थी| पाकिस्तान में लौटने के बाद कुछ ही हफ्तों में ३७ वर्ष की समिया डेव्हिड की मौत हुई|

पाकिस्तान से करीबन ६२९ महीलाओं से चीन के नागरिकों ने शादी की है और उन्हें चीन ले गए है| यह जानकारी सामने आ रही है| पर, चीन में इन महीलाओं का कोई भी नही है| सीर्फ अच्छे भविष्य की उम्मीद से इन महीलाओं के परिवार जनों ने इनकी शादी चीन के नागरिकों से करा रहे है| पाकिस्तान में काफी खराब स्थिति में दिन गुजार रहे ख्रिस्तधर्मी परिवारों की लडकियों से शादी करने का निवेदन चीन के नागरिक कर रहे है| अफने देश में इसे कुछ भी कमी नही होगी, यह वादा और झुठी बाते कही जा रही है| ऐसी बातों का शिकार होकर बडी उम्मीद से यह परीवार अपनी बच्चियों की शादी चीन के युवकों से करा देते है और उन्हें चीन भेजने के लिए तैयार होते है|

चीन पहुंचने पर इन लडकियों के साथ क्या होता है, इसकी दर्दभरी कहानियां पश्‍चिमी समाचार पत्र एवं वृत्तसंस्था सामने ला रहे है| इन पाकिस्तानी युवतियों को चीन में यौन उत्पीडन का सामना करना पडता है| उन्हें देहविक्रय में उतारा जाता है| इनमें से कई लडकियों के पासपोर्ट तक छिने जाते है और इससे उनका पाकिस्तान लौटने का मार्ग भी बंद होता है| पर, इनमें से कुछ लडकियां बडी कोशिश करके पाकिस्तान पहुंची और अपनी दास्तांन बयान की| समिया डेव्हिड इन्हीं में से एक साबित हुई|

शादी करके चीन पहुंचे अन्य महीलाओं को भी इसी तरह से उत्पीडन का सामना करना पडता है| पर, अपने भविष्य के लिए इनमें से कई लडकियां तकरार दाखिल करने के लिए आगे नही आ रही, ऐसा पाकिस्तान की जांच संस्था के अफसरों ने कहा है|

इसके अलावा ऐसे मामलों की जांच शुरू होती है तो पाकिस्तान में ऐसे मामलों को ज्यादा अहमियत नही दी जाती| इसका कारण ऐसी घटनाओं में फंसी ज्यादातर महीला पाकिस्तान के अल्पसंख्यांक ख्रिस्तधर्मी है| उनकी तकरार पर कार्रवाई करना यानी चीन को?दर्द देना बनता है| यह करने के लिए पाकिस्तान तैयार नही है|

सीपीईसी’ परियोजना के तहेत चीन ने पाकिस्तान में ७५ अरब डॉलर्स का निवेष करना शुरू किया है| इन परियोजनाओं पर काम करने के लिए चीन के कर्मचारी पाकिस्तान पहुंचे है और इन्हीं में से कुछ लोग पाकिस्तानी महीलाओं को शादी का झासा दे रहे है|

इसके आगे भी पाकिस्तान ने चीन के बारे में यही नीति कायम रखी तो पाकिस्तान की अगली पीढी का कुछ ठिकाना नही रहेगा, यह चेतावनी कुछ पाकिस्तानी विश्‍लेषक बडे गुस्से में दे रहे है|

पाकिस्तान की गरीबी का गलत लाभ उठाकर चीन के नागरिक शोषण कर रहे है, यह आरोप भी यह विश्‍लेषक कर रहे है| फिर भी प्रधानमंत्री इम्रान खान की सरकार?इन आरोपों के विरोध में कुछ नही करेगी, क्यों की पाकिस्तान को चीन के निवेष की जरूरत है, यह नाराजगी भी यह विश्‍लेषक व्यक्त कर रहे है|

भारत के संसद में पारित हुए ‘सिटिझनशीप अमेंडमेंट बिल’ यानी नागरिकता संशोधन बिल पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने बडी आलोचना की थी| पर, पाकिस्तान में धार्मिक अल्पसंख्यांकों की बनी स्थिति समिया डेव्हिड की मौत ने दुनिया के सामने लायी है और पश्‍चिमी माध्यमों ने ही इसके लिए पाकिस्तान को फटकार लगाई है| इस वजह से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान की इज्जत और भी उछाली जाती दिख रही है|

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