तीन साल में इजिप्त में रशियन हवाईअड्डा सक्रिय होगा : रशियन अखबार का दावा

कैरो/मॉस्को, दि. १६ (वृत्तसंस्था) – सीरिया में दो रक्षा अड्डे सक्रिय करनेवाले रशिया द्वारा व्हिएतनाम और क्यूबा के बाद इजिप्त में भी नये रक्षाअड्डे की तैयारी शुरु की जा चुकी है| रशियन अखबार ने दी जानकारी के अनुसार, इजिप्त के ‘सिदी बरानी’ में सन २०१९ तक नया रशियन हवाईअड्डा सक्रिय होने के संकेत सैनिकी सूत्रों ने दिये है| रशियन सेना की टुकडी द्विपक्षीय अभ्यास के लिए पहली ही बार इजिप्त में दाखिल हो रही होकर, इसी दौरान दिये गये ये संकेत ग़ौरतलब साबित हो रहे हैं| इजिप्त के साथ सैनिकी अभ्यास और नया रक्षाअड्डा, इन जैसी गतिविधियाँ रशिया की ‘आफ्रिका पीव्ह्ट’ नीति का हिस्सा मानी जा रही हैं|

रशियन हवाईअड्डारशियन सरकार से जुड़े ‘इझवेस्तिया’ नामक अखबार ने, इजिप्त के रक्षाअड्डे संबंधी खबर दी है| रशिया का विदेशमंत्रालय और रक्षा विभाग से जुडे सूत्रों के हवाले से यह खबर दी गयी होने का दावा रशियन अखबार ने किया है| ‘इझवेस्तिया’ की ख़बर के अनुसार, इजिप्त द्वारा रशिया को, सिदी बरानी हवाई अड्डा इस्तेमाल करने की अनुमती दी गयी है| इस क्षेत्र की भू-राजनीतिक समस्याएँ सुलझाने के लिए तथा इजिप्त के हितसंबंधों की रक्षा करने के लिए यह अड्डा उपयुक्त रहेगा, ऐसा दावा किया गया है| दोनों देशों में हुई प्राथमिक बातचीत के अनुसार, अड्डे के लिए लगनेवाली सामग्री रशिया समुद्री रास्ते से लानेवाला है| अड्डे पर रशिया की स्थायी स्वरूप में सैनिकी तैनाती रहेगी, ऐसे संकेत भी खबर में दिये गये हैं|

आखात और उत्तर आफ्रीका में अशांत स्थिति और उलझनों को ध्यान में रखते हुए रशिया को इस क्षेत्र में सैनिकी अड्डे की ज़रूरत है, ऐसी राय सैनिकी अधिकारियों द्वारा ज़ाहिर की गयी है| इस अड्डे पर, सैनिकी गतिविधियों पर नज़र रखनेवाली अत्याधुनिक रडार यंत्रणा तैनात की जाने के संकेत भी सूत्रों ने दिये हैं| ‘स्ट्रॅटफोर’ नामक अमरिकी अभ्यासगुट ने दी जानकारी के अनुसार, पिछले दो सालों से सिदी बरानी में बडी मात्रा में निर्माण का कार्य शुरू है और इसमें रनवे तथा अन्य बुनियादी सुविधाओं का काम शामिल है|

इजिप्त में हुए सत्ता परिवर्तन के बाद, रशिया और इजिप्त में पैदा हुईं नज़दीकियों को देखते हुए, सिदी बरानी में रशिया का रक्षा अड्डा सक्रिय होने में किसी भी तरह की उलझन नहीं आयेगी, ऐसा कहा जाता है| इससे पहले ‘सोव्हिएत युनियन’ के दौर में सन १९७२ तक सिदी बरानी में रशियन हवाई अड्डा सक्रिय था|

रशियन हवाईअड्डानये रक्षा अड्डों की अटकलों के चलते ही, रशियन सेना की विशेष टुकडी पहले सैनिकी अभ्यास के लिए शनिवार को इजिप्त में दाखिल हुई| ‘डिफेंडर्स ऑफ फ्रेंडशिप २०१६’ नाम का यह अभ्यास, रशिया और इजिप्त के बीच हो रहा पहला बड़ा सैनिकी अभ्यास है| इजिप्त के अल अलामेन क्षेत्र में हो रहे इस अभ्यास के लिए पहली बार रशियन सेना के ‘एअरबोर्न युनिट्स’ की हथियारबंद गाड़ियाँ, टँक्स अन्य सैनिकी सामग्री के साथ दाखिल हुए हैं| अफ्रीका महाद्वीप में बहुराष्ट्रीय सैनिकी अभ्यास में रशियन एअरबोर्न युनिट रशियन शस्त्रसामग्री के साथ पहली ही बार शामिल हुआ होने की जानकारी रशिया के रक्षा मंत्रालय ने दी है|

रशियन हवाईअड्डानया सैनिकी अड्डा और इजिप्त के साथ हो रहा सैनिकी अभ्यास, इन जैसी गतिविधियाँ रशिया की ‘अफ्रीका पीव्ह्ट’ नीति का हिस्सा बतायी जा रही हैं| पिछले महीने दक्षिण अफ्रीका में हुए एक रक्षाविषयक प्रदर्शन में, रशियन कंपनियों के प्रतिनिधियों ने करीब २५ अफ्रीकी देशों के अधिकारियों से मुलाक़ात की थी| इस मुलाक़ात में कई अफ्रीकी देशों को रशियन हेलिकॉप्टर्स की आपूर्ति करने संबंधी प्राथमिक बातचीत हुई थी, ऐसी जानकारी रशियन सूत्रों ने दी|

रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन ने हाल ही में एक बैठक में, ‘ब्रिक्स’ के माध्यम से रशिया अफ्रीका में निवेश बढाने के लिए उत्सुक है, ऐसी जानकारी दी थी| रशिया, राजनीतिक संबंधों को अलग रखते हुए, एकदूसरे का फ़ायदा और मार्केट के नियम इन जैसे मसलों को प्राथमिकता देते हुए निवेश करेगा, ऐसे शब्दों में आश्‍वस्त किया| मार्च महीने में रशिया ने, मोरोक्को तथा ट्युनिशिया जैसे अफ्रीकी देशों के साथ संबंध दृढ़ करने के लिए महत्त्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किये थे|

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