भूमध्य सागर में अमरिका की ‘वॉरशिप डिप्लोमसी’ के बाद रशिया का सीरियन सागर में युद्धाभ्यास

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरबैरूत – कुछ दिन पहले भूमध्य सागर में दो विमानवाहक युद्धपोत तैनात करके ‘वॉरशिप डिप्लोमसी’ के जरिए चेतावनी देनेवाली अमरिका को रशिया ने जवाब दिया है| सीरिया के ‘तारतूस’ बंदरगाह में तैनात रशियन नौसेना ने वहां की समुद्री क्षेत्र में युद्धाभ्यास का आयोजन करने की जानकारी प्रसिद्ध हुई है| रशियन नौसेना का यह युद्धाभ्यास यानी अमरिका और मित्रदेशों के लिए चेतावनी होने का दावा माध्यमों ने किया है|

कुछ दिन पहले ही अमरिकी युद्धपोत, हेलिकॉप्टर्स के बेडे साथ ‘यूएसएस लिंकन’ और ‘यूएसएस स्टेनिस’ यह दो विशाल विमानवाहक युद्धपोत भूमध्य सागर में दाखिल हुई है| अमरिका की एक विमानवाहक युद्धपोत के साथ १० सहाय्यक युद्धपोत, १३० लडाकू विमान और करीबन नौ हजार सैनिक होते है| इस वजह से भूमध्य सागर में अमरिकी नौसेना की यह सबसे बडी तैनाती समझी जा रही है| वर्ष २०१६ के बाद पहली बार अमरिका के दो विमानवाहक युद्धपोतों का बेडा भूमध्य सागर में तैनात हुआ है|

अमरिका ने भूमध्य सागर में सिर्फ विमानवाहक युद्धपोत तैनात नही की है| बल्कि इन युद्धपोतों ने इस समुद्री क्षेत्र में युद्धाभ्यास भी किया| इस्रायल के साथ खाडी क्षेत्र के सीरिया, तुर्की, लेबनान एवं यूरोप के ग्रीस, इटली और अफ्रीका के इजिप्ट, लीबिया एवं अल्जेरिया इन देशों के बीच में रहनेवाले भूमध्य सागर में अमरिका के इन दो युद्धपोतों की तैनाती सामरिक नजरिए से काफी अहम साबित होती है| रशिया में नियुक्त अमरिकी राजदूत जॉन हंटस्मन इन्होंने इन विमानवाहक युद्धपोतों की तैनाती के बारे में जानकारी देते समय रशिया को चेतावनी भी दी थी|

‘दो लाख टन भार की युद्धनीति भूमध्य सागर में है| यह प्रगत युद्धनीति का स्तर है और इसके आगे अधिक कुछ बोलने की जरूरत ही नही| अब सिर्फ आत्मविश्‍वास के साथ पिछले कई वर्षों से बने सवालों का हल निकालना है’, यह कहकर राजदूत हंटस्मन इन्होंने अलग अलग अंतरराष्ट्रीय स्तरों पर तनाव बनने पर रशिया को चेतावनी देने की बात पश्‍चिमी माध्यम कह रहे है|

अमरिकी युद्धपोतों की तैनाती पर रशिया प्रतिक्रिया देने से दूर रहा था| लेकिन, रशिया ने सीरिया की समुद्री क्षेत्र में युद्धाभ्यास का आयोजन करके अमरिका को जैसे को तैसा जवाब दिया है, यह दावा हो रहा है| तारतूस से सूत्रोंने दी जानकारी के नुसार रशियन नौसेना की विध्वंसकों ने इस युद्धाभ्यास के दौरान लाईव्ह फायरिंग का अभ्यास किया| रशियन नौसेना ने बडी तादाद में राकेटस् प्रक्षेपित किए, यह जानकारी तारतूस बंदरगाह में मौजूद स्थानिय लोगों ने दी| वही, इस युद्धाभ्यास के जरिए अमरिका की दो विमानवाहक युद्धपोतों की तैनाती की हमें परवाह नही है और हम इस तैनाती के दबाव में नही आएंगे, यह संदेशा रशिया ने यह युद्धाभ्यास करके दिया है, यह दावा वृत्तसंस्था कर रही है|

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