अमरिका और रशिया के ‘न्युक्लिअर बॉम्बर्स’ ने यूरोप के हवाई क्षेत्र में किया अभ्यास

Third World Warवॉशिंगटन/मास्को: ‘आईएनएफ’ समझौते से पीछे हटने के बाद अमरिका और रशिया के बीच परमाणु हथियारों के मुद्दे पर बना तनाव और भी बढने संकेत प्राप्त हो रहे है| कुछ दिन पहले ही अमरिका ने यह संकेत दिए थे की, ‘जरूरत पडने पर सबसे पहले परमाणु हमला करने का अधिकार अमरिका रखता है|’ उसके बाद अब अमरिका और रशिया के ‘न्युक्लिअर बॉम्बर्स’ विमानों ने एक ही समय पर यूरोप के हवाई क्षेत्र में अभ्यास करने का वृत्त सामने आया है|

शनिवार के दिन अमरिका के ‘एअर फोर्स यूरोप’ ने वायुसेना के पांच ‘बी-५२ स्ट्रॅटोफोर्टेस लॉंग रेंज? बॉम्बर्स’ विमानों ने नॉर्वे, आईसलैंड और निदरलैंड की हवाई सीमा में कवायद करने का ऐलान किया| गुरूवार और शुक्रवार के दिन यह कवायद करके यह बॉम्बर्स ब्रिटेन के फेअरफोर्ड हवाई अड्डे पर लौंट गए, ऐसा अमरिकी वायुसेना के निवेदन में बताया गया है| नॉर्वे, आईसलैंड और निदरलैंड के हवाई क्षेत्र में किया गया यह युद्धाभ्यास रशिया की आक्रामकता को सही संदेशा देने की कोशिश थी, यह दावा वायुसेना के अधिकारियों ने किया है| अमरिका के इन ‘बॉम्बर्स’ ने किए इस कवायदी अभ्यास में नॉर्वे के लडाकू ‘एफ-१६’ विमान भी शामिल हुए थे|

अमरिका, रशिया, न्युक्लिअर बॉम्बर्स, यूरोप, हवाई क्षेत्र, अभ्यास, वॉशिंगटन, मास्को‘अमरिकी रक्षादलों की तैनाती के जरिए अमरिका ने अपने मित्र एवं सहयोगी देशों के प्रति कटिबद्धता समय समय पर दिखाई है| यूरोप में किया यह हवाई अभ्यास अमरिकी वायुसेना को इस क्षेत्र के मौसम की जानकारी हो और सहयोगी देशों के वायुसेना के साथ समन्वय बनाने के उद्देश्य से किया गया था| अमरिका की ‘स्ट्रॅटेजिक कमांड’ से सुरक्षा के नजरिए से समय समय पर अपनी सामरिक यंत्रणा का परीक्षण किया जाता है’, ऐसा अमरिकी वायुसेना ने अपने निवेदन में कहा है|

अमरिकी बॉम्बर्स नॉर्वे, आईसलैंड और निदरलैंड की सीमा में अभ्यास कर रहे थे तभी, रशिया ने भी अपने स्ट्रॅटेजिक ‘टीयू-१६०’ बॉम्बर्स विमानों को यूरोप में अभ्यास के लिए रवाना किया था, यह बात स्पष्ट हुई है| इस विमान के साथ रशिया ने अपने ‘सुपरसोनिक इंटरसेप्टर’ वर्ग के प्रगत ‘सु-३१’ विमान भी तैनात किए थे, यह जानकारी रशिया के रक्षा विभाग से दी गई है| रशिया के ‘बॉम्बर्स’ ने ‘बॅरेन्टस् सी’, ‘नॉर्वेजियन सी’ एवं ब्रिटेन के निकट ‘नॉर्थ सी’ के क्षेत्र में अभ्यास करने की जानकारी दी गई है|

रशियन बॉम्बर्स ने किए इस कवायद की जानकारी प्राप्त हुई है, ऐसा नाटो ने स्पष्ट किया है| रशियन बॉम्बर्स के इस युद्धाभ्यास के दौरान नॉर्वे और ब्रिटेन ने अपने लडाकू विमान इस क्षेत्र की गश्त के लिए रवाना किए थे, यह इन देशों के सूत्रों ने स्पष्ट किया|

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