रशिया विरोधि देशों के नागरिकों को वीजा देने से इन्कार होगा – रशिया के विदेशमंत्री सर्जेई लैवरोव

मास्को – रशिया पर सख्त प्रतिबंध लगाने वाले एवं रशिया विरोधि भूमिका अपनाने वाले अमरीका, ब्रिटेन और यूरोपिय देशों के नागरिकों को इसके आगे रशिया में प्रवेश नहीं मिलेगा| रशिया के मित्र ना होनेवाले इन देशों के नागरिकों को वीजा देने से इन्कार किया जाएगा, यह ऐलान रशियन विदेशमंत्री सर्जेई लैवरोव ने किया| कुछ ही घंटे पहले यूरोपिय महासंघ ने रशियन नागरिकों को वीजा ना देने का ऐलान किया था| इस पर रशियन विदेशमंत्री की यह प्रतिक्रिया प्राप्त हुई है|

russia-unfriendly-nations-visaअंतरराष्ट्रीय स्तर पर रशिया को घेरने के लिए यूरोपिय महासंघ ने सोमवार को अहम ऐलान किया| इसके अनुसार रशिया और बेलारूस के उद्यमियों को अपने देश में निवेश करने के बदले में गोल्डन पासपोर्ट और वीजा देनेवाले यूरोपिय देशों को महासंघ ने फटकार लगाई| अरबों यूरोस के निवेश के लिए यूरोपिय देश अपनी सुरक्षा को खतरे में ना ड़ालें, यह इशारा महासंघ ने दिया था| इसके कुछ ही घंटे बाद रशिया से प्रतिक्रिया प्राप्त हुई|

‘रशिया विरोधि देशों की भूमिका पर प्रत्युत्तर देनेवाली कार्रवाई का ऐलान जल्द ही किया जाएगा| रशिया के मित्र ना होनेवाले देशों से रशिया में प्रवेश करने की मंशा रखनेवालों को वीजा देने से इन्कार किया जाएगा’, यह ऐलान विदेशमंत्री लैवरोव ने किया| इसके तहत कौनसे देशों पर कार्रवाई की जाएगी इसका ब्यौरा अगले ऐलान में दिया जाएगा| लेकिन, पिछले महीने से रशिया पर सख्त आर्थिक प्रतिबंध लगानेवाले अमरीका और उसके मित्रदेशों का इसमें समावेश होगा|

इससे पहले रशिया ने ‘अनफ्रेंडली’ देशों के नाम घोषित किए थे| इनमें अमरीका, ब्रिटेन के अलावा यूरोप के अन्य सभी देश एवं ऑस्ट्रेलिया, कनाड़ा, जापान, न्यूज़ीलैण्ड, दक्षिण कोरिया जैसे अमरीका के सहयोगी देशों का समावेश था| इसके बाद इस सूचि में ताइवान, ब्रिटीश वर्जिन आयलैण्ड, मायक्रोनेशिया, मोनैको, सैन मैरिनो, सिंगापुर के नाम दर्ज़ हुए थे| इसकी वजह से रशिया इन देशों के नागरिकों के वीजा रोक सकता है, यह दावा अंतरराष्ट्रीय वृत्तसंस्था कर रही है|

यूक्रैन पर सैन्य कार्रवाई करने के बाद पश्‍चिमी देशों ने रशिया के खिलाफ हायब्रिड युद्ध शुरू किया है, ऐसा आरोप रशियन विदेशमंत्री लैवरोव ने पिछले हफ्ते लगाया था| इस हायब्रिड युद्ध के तहत पश्‍चिमी देश रशिया के खिलाफ आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक युद्ध छिड़ रहे हैं, यह आरोप रशियन विदेशमंत्री ने लगाया था|

पश्‍चिमी देशों ने रशिया की अर्थव्यवस्था को तबाह करने के इरादे छुपाकर नहीं रखे हैं| साथ ही राजनीतिक स्थिरता पर हमला करके रशिया में अस्थिरता निर्माण करने के संकेत भी पश्‍चिमी देशों ने दिए हैं, इस पर लैवरोव ने ध्यान आकर्षित किया| इसके आगे, पश्‍चिमी देशों ने रशियन उद्यमी, नागरिकों की निजी संपत्ति कुर्क करके या उसे कब्ज़े में लेकर सीधे तौर पर अंतरराष्ट्रीय ड़कैती की थी, ऐसा बड़ा आरोप रशिया के विदेशमंत्री ने लगाया था| वीजा का मामला भी इसी हायब्रिड युद्ध का एक हिस्सा है, ऐसा लैवरोव का कहना है|

इसी बीच, रशिया और यूरोपिय महासंघ में राजनीतिक युद्ध तीव्र हुआ है| नॉर्थ मैसेडोनिया जैसे यूरोपिय देश ने रशिया के पांच राजनीतिक अधिकारियों को निष्कासित किया| नॉर्थ मैसेडोनिया ने रशियन राजदूत सर्जेई बाझनिकीन को समन्स भेजकर पांच अफसरों को निष्कासित करने का ऐलान किया| इन अफ़सरों ने वियना समझौते का उल्लंघन किया है, यह आरोप मैसेडोनिया ने लगाया|

साथ ही रशिया ने स्लोवाकियन राजदूत लुबोमिर रेगाक के साथ दूतावास के तीन राजनीतिक अफसरों को वापस जाने की सूचना की| इसके लिए रशिया ने स्लोवाकिया के अफसरों को ७२ घंटे दिए हैं|

दूसरी ओर ब्रिटेन ने रशिया पर नया आरोप लगाया| रशिया ने ‘वैग्नर ग्रूप’ नामक निजी कान्ट्रैक्ट कंपनी के सैनिकों को पूर्व यूक्रैन में तैनात करने का दावा ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने किया| वैग्नर के कम से कम एक हज़ार कान्ट्रैक्ट सैनिक यूक्रैन में तैनात हैं, ऐसा ब्रिटेन का कहना है| लेकिन, रशिया ने पूर्व यूक्रैन के पुख्ता कौनसे क्षेत्र में इनकी तैनाती की गई है इसकी जानकारी ब्रिटेन के रक्षा मंत्रायल ने साझा नहीं की| दूसरी ओर रशिया भी आरोप लगा रही है कि, पश्‍चिमी देश यूक्रैन में कान्ट्रैक्ट सैनिकों को भेज रहे हैं|

Leave a Reply

Your email address will not be published.