परमाणु परीक्षण पर लगाई रोक हटाने के लिए रशिया तैयार – अमेरिका के साथ अंतरराष्ट्रीय अभ्यास गुट और विश्लेषकों द्वारा दक्षता की चेतावनी

मास्को/वॉशिंग्टन – रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने ऐसे स्पष्ट संकेत दिए है कि, हमारा देश फिर से परमाणु परीक्षण करना शुरू कर सकता हैं। इसके लिए रशिया की संसद पिछले शतक में पारित किए अंतरराष्ट्रीय समझौते से पीछे हटने की प्रक्रिया शुरू करें, ऐसे आदेश भी राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने दिए हैं। रशिया-यूक्रेन युद्ध की बढ़ती तीव्रता के बीच में रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने नए परमाणु परीक्षण करने की तैयारी शुरू करना अमरीका के साथ पश्चिमी समुदाय की चिंता बढ़ा रहा हैं। रशिया की गतिविधियां ‘वॉर्निंग सिग्नल’ है और इससे दुनियाभर में नए परमाणु परिक्षण करने की प्रतियोगिता शुरू होगी, ऐसी गंभीर चेतावनी अंतरराष्ट्रीय अभ्यास गुट एवं विश्लेषकों ने दी है।

परमाणु परीक्षण पर लगाई रोक हटाने के लिए रशिया तैयार - अमेरिका के साथ अंतरराष्ट्रीय अभ्यास गुट और विश्लेषकों द्वारा दक्षता की चेतावनीपिछले हफ्ते ‘वाल्दई क्लब’ के कार्यक्रम में बोलते समय रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने रशिया ने नए परमाणु अस्त्र विकसित करने का दावा किया था। यह परमाणु अस्त्र अमेरिका तक आसानी से पहुंच सकते हैं और इन्हें कोई भी रोक नहीं सकेगा, ऐसा बयान भी रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने किया था। साथ ही रशिया फिर से नए परमाणु परीक्षण करना शुरू करेगी और इसके लिए रशियन संसद आवश्यक प्रक्रिया पुरी करें, ऐसे आदेश भी पुतिन ने दिए थे। राष्ट्राध्यक्ष पुतिन के आदेश के बाद रशिया की संसद ने इसी हफ्ते चर्चा करने के लिए सत्र का आयोजन किया है, ऐसी जानकारी सूत्रों ने प्रदान की।

वर्ष १९९६ में ‘कॉम्प्रेहेन्सिव न्यूक्लियर टेस्ट बैन ट्रिटी’ (सीटीबीटी) नामक समझौते को अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने मंजूरी दी थी। परमाणु परीक्षण पर लगाई रोक हटाने के लिए रशिया तैयार - अमेरिका के साथ अंतरराष्ट्रीय अभ्यास गुट और विश्लेषकों द्वारा दक्षता की चेतावनीइस समझौते के अनुसार सेना और असैन्यकी कारणों के लिए परमाणु विस्फोट करने पर रोक लगाई गई है। अमेरिका और रशिया इन दोनों देशों ने इस समझौते पर हस्ताक्षर किए थे और संसद ने वर्ष २००० में इसे मंजूरी प्रदान की है। लेकिन, अमेरिका ने अपनी संसद में इस समझौते को मंजूरी नहीं दी है।

रशिया-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के कुछ दिन बाद ही राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने अपने ‘न्युक्लियर फोर्सेस’ को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए थे। इशके बाद पिछले डेढ़ सालों में रशियन न्यूक्लियर फोर्सेस ने कम से कम तीन युद्ध अभ्यास का आयोजन किया है और दो परमाणु परिक्षण भी किए हैं। परमाणु परीक्षण पर लगाई रोक हटाने के लिए रशिया तैयार - अमेरिका के साथ अंतरराष्ट्रीय अभ्यास गुट और विश्लेषकों द्वारा दक्षता की चेतावनीइसमें नए उन्नत ‘सरमात’ परमाणु अस्त्र का समावेश है। यह परमाणु अस्त्र यूक्रेन युद्ध में तैनात करने की प्रक्रिया भी शुरू होने की बात कही जा रही है। दूसरी ओर रशिया ने पड़ोसी और मित्र देश बेलारूस में भी ‘टैक्टिकल न्यूक्लियर वेपन्स’ तैनात किए हैं। रशिया की यह बढ़ती परमाणु गतिविधियां अमेरिका और पश्चिमी देशों की चिंता बढ़ाने वाली साबित हुई हैं।

ऐसे में अब रशिया ने फिर से नए परमाणु परिक्षण शुरू करने के संकेत देकर सनसनी फैलाई है। परमाणु परीक्षण पर लगाई रोक हटाने के लिए रशिया तैयार - अमेरिका के साथ अंतरराष्ट्रीय अभ्यास गुट और विश्लेषकों द्वारा दक्षता की चेतावनीरशिया ने इससे संबंधित गतिविधियां शुरू करने पर अमेरिका, चीन, भारत और पाकिस्तान जैसे देश भी पीछे नहीं रहेंगे, इसपर अभ्यास गुटों ने ध्यान आकर्षित किया है। वैश्विक स्तर पर परमाणु परीक्षण करने की नई प्रतियोगिता शुरू हो सकती है, ऐसा दावा भी विश्लेषकों ने किया।

इसी बीच, अमेरिका ने सर्वसंहारक शस्त्रों के (वेपन्स ऑफ मास डिस्ट्रक्शन) खिलाफ नई गुप्त योजना तैयार की है, ऐसा दावा रशिया के वरिष्ठ अधिकारी इगोर किरिलोव्ह ने किया है। रशिया, चीन, ईरान और उत्तर कोरिया के बेड़े में मौजूद सर्वसंहारक शस्त्रों के बढ़ती संख्या की पृष्ठभूमि पर नई योजना तैयार करने का बयान किरिलोव्ह ने किया है।

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