फिलिपाईन्स-रशिया ने किए परमाणु उर्जा समेत १० अहम समझौते

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरमास्को: फिलिपाईन्स के राष्ट्राध्यक्ष रॉड्रिगो दुअर्ते की रशिया यात्रा के दौरान १० द्विपक्षीय समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए| इन समझौतों में व्यापार, निवेष, समुद्री उत्पाद, विज्ञान, इलेक्ट्रॉनिक्स समेत परमाणु उर्जा संबंधी सहयोग करने के लिए किए समझौतों का समावेश है| इसके अलावा राष्ट्राध्यक्ष दुअर्ते और रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन के बीच द्विपक्षीय रक्षा सहयोग पर बातचीत होने की जानकारी भी सूत्रों ने दी है|

पिछले तीन वर्षों में फिलिपिनी राष्ट्राध्यक्ष ने रशिया की अधिकृत यात्रा करने का यह दुसरा अवसर है| इससे पहले उन्होंने २०१७ में रशिया की यात्र की थी| इस दौरान दोनों देशों ने ११ द्विपक्षीय समझौते किए थे| इनमें रक्षा, लष्करी सहयोग, उद्योग, पर्यटन, कृषि, विज्ञान और तकनीकी क्षेत्र के समझौतों का समावेश था| लेकिन, फिलिपाईन्स के मारावी क्षेत्र में शुरू हुए तीव्र संघर्ष की वजह से दुअर्ते को यह यात्रा समय से पहले खतम करते स्वदेश लौटना पडा था|

इस बार फिलिपिनी राष्ट्राध्यक्ष २ से ५ अक्टुबर के दौरान रशिया की यात्रा कर रहे थे| इस दौरान उन्हों ने रशियन राष्ट्राध्यक्ष पुतिन समेत रशिया के अन्य वरिष्ठ नेताओं से बातचीत की| इस दौरान रशिया में आयोजित ईंधन संबंधी अंतरराष्ट्रीय परीषद के लिए दुअर्ते मौजूद थे| चार दिनों की इस यात्रा के दौरान फिलिपिनी राष्ट्राध्यक्ष ने रशिया के लष्करी अड्डों पर भी भेंट दी है, यह कहा जा रहा है|

चार दिनों में रशिया की यात्रा के दौरान फिलिपाईन्स ने १० द्विपक्षीय समझौते किए| यह समझौते करीबन सवा करोड डॉलर्स के है और इसमें फिश, मार, इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादों का समावेश है| दो देशों में हुए इस समझौते में परमाणु उर्जा संबंधी सहयोग बढाने के लिए किया गया समझौता सबसे अहम समझा जा रहा है| इस समझौते के अनुसार रशिया फिलिपाईन्स में परमाणु उर्जा निर्माण करनेवाली परियोजना का निर्माण करने के संकेत दिए गए है| रशिया की  परमाणु उर्जा ‘रोसएटम’ ने इस समाचार का समर्थन किया है|

फिलहाल रशिया और फिलिपाईन्स में १.४ अरब डॉलर्स का द्विपक्षीय व्यापार हो रहा है| और इसमें रशियन निर्यात का प्रमाण अधिक है| लेकिन, ऐसे होते हुए भी फिलिपाईन्स के राष्ट्राध्यक्ष दुअर्ते ने रशिया यह हमारे लिए व्यापार और निवेष के लिए प्राथमिकता का होनेवाला देश है| यह भरौसा उन्होंने दिलाया| इस वजह से अगले दौर में दो देशों का सहयोग और भी बढेगा, यह संकेत प्राप्त हो रहे है|

फिलिपाईन्स यह अमरिका के मित्रदेश के तौर पर जाना जाता है, फिर भी पिछले कुछ वर्षों में दोनों देशों के संबंधी तनाव से भरे थे| दुअर्ते ने चीन और रशिया जैसे देशों के सहयोग बढाने की निती अपनाई है| रशिया केराष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने भी वर्ष २०१६ में आग्नेय एशियाई देशों में  प्रभाव बढाने की निती अपनाई है और इसमें फिलिपाईन्स अहम अंग साबित होने की बात समाझी जा रही है|

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