रशिया से ‘एस-४००’ खरीदने से पहले तुर्की अमरिका की चिंता को ध्यान में रखे – अमरिका के नवनियुक्त विदेश मंत्री माईक पॉम्पिओ

ब्रुसेल्स: अमरिका के विदेश मंत्री पद की शपथ लेने के बाद पहली बार ‘नाटो’ की बैठक में उपस्थित रहे ‘माईक पॉम्पिओ’ ने तुर्की को ताकीद दी है। ‘रशिया से ‘एस-४००’ यह हवाई सुरक्षा यंत्रणा खरिदने से पहले नाटो सदस्य देश तुर्की अमरिका की चिंता कोन में  ध्यारखे’, ऐसा इशारा विदेश मंत्री ‘माईक पॉम्पिओ’ ने दिया है। अमरिका ‘एस-४००’ की खरीद को लेकर दे रही धमकियाँ तुर्की को मान्य नहीं हैं और तुर्की इसकी परवाह नहीं करेगा, ऐसा विदेश मंत्री कावुसोग्लू ने कहा है।

सीरिया का संघर्ष और ईरान की बढती गतिविधियों की पृष्ठभूमि पर, ब्रुसेल्स में स्थित नाटो के मुख्यालय में सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों की बैठ का आयोजन किया गया था। इस बैठक में अमरिका के नवनियुक्त विदेश मंत्री माईक पॉम्पिओने तुर्की के विदेश मंत्री ‘मेवलूत कावुसोग्लू’ से मुलाकात करके सीरिया के बारे में चर्चा की। इस समय अमरिकी विदेश मंत्री ने तुर्की और रशिया के बीच हुए हवाई सुरक्षा यंत्रणा की खरीदारी पर तीव्र नाराजगी जताई है।

एस-४००, खरीदने से पहले, माईक पॉम्पिओ, अमरिका की चिंता, ध्यान, ब्रुसेल्स, रशिया“तुर्की ने रशिया से ‘एस-४००’ ख़रीदा तो उसके आगे की कार्रवाई के बारे में अमरिकी विदेश मंत्री ने तुर्की को सतर्क किया है’’, ऐसी जानकारी एक अमरिकी अधिकारी ने दी है। उसीके साथ ही रशिया से ‘एस-४००’ खरीदने के बजाय तुर्की नाटो की हवाई सुरक्षा यंत्रणा की तैनाती के बारे में गंभीरता से विचार करे, ऐसा सुझाव भी अमरिकी विदेश मंत्री ने दिया है।

अमरिका की इस धमकी को तुर्की स्वीकार नहीं करने वाला है। किसी से कुछ ख़रीदा तो तुम पर प्रतिबन्ध लगाएंगे, ऐसी भूमिका का तुर्की पर परिणाम होने वाला नहीं है, ऐसी चेतावनी कावुसोग्लू ने दी है। साथ ही ‘एस-४००’ का अनुबंध पूरा हुआ है और इसमें परिवर्तन संभव नहीं है, इन शब्दों में तुर्की के विदेश मंत्री ने अमरिका को प्रत्युत्तर दिया है।

लेकिन आने वाले समय में तुर्की को हवाई सुरक्षा यंत्रणाओं की आवश्यकता है और इसके लिए अमरिका की पॅट्रीऑट यंत्रणा के बारे में सोचेंगे, ऐसा आश्वासन विदेश मंत्री कावुसोग्लू ने दिया है।

नाटो ने बहुत पहले तुर्की में ‘पॅट्रीऑट’ इस मिसाइल भेदी यंत्रणा की तैनाती का प्रस्ताव दिया था। लेकिन अमरिका के ओबामा प्रशासन के साथ निर्माण हुए मतभेदों की वजह से तुर्की ने नाटो की यंत्रणा को इन्कार करके रशिया के साथ ढाई अरब डॉलर्स के ‘एस-४००’ की खरीदारी के लिए व्यवहार शुरू किया था।

इस वजह से अमरिका और तुर्की के बीच मतभेद अधिक तीव्र हुए हैं, ऐसा दिखाई दे रहा था। लेकिन ब्रुसेल्स की बैठक में अमरिका और तुर्की के बीच सीरिया के बारे में मतभेद का मुख्य कारण साबित हुए कुर्द बागियों के मुद्दे पर दोनों देशों के बीच एकमत होने की घोषणा तुर्की के विदेश मंत्री कावुसोग्लू ने की है।

सीरिया के मनबिज के संघर्ष में अमरिका और तुर्की एक साथ शामिल होने वाले हैं, ऐसी जानकारी कावुसोग्लू ने दी है। इसके लिए ‘सीरियन कुर्दिश पीपल्स प्रोटेक्शन यूनिट’ (वायजीपी) इस कुर्द बागी संगठन की मनबिज से पीछेहट पर भी अमरिका के साथ सकारात्मक चर्चा होने की बात कावुसोग्लू ने स्पष्ट की है। इस पर जल्द ही अमरिका और तुर्की के बीच चर्चा पूरी होगी, ऐसा तुर्की के विदेश मंत्री ने कहा है।

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