रशिया-चीन की बढ़ती नज़दीकियाँ अमरीका की चिंता बढ़ानेवाली – रशियन राजदूत का दावा

रशिया-चीनवॉशिंग्टन/मास्को/बीजिंग – रशिया के राष्ट्राध्यक्ष का चीन का दौरा और इससे दिखाई दे रही रशिया-चीन की बढ़ती नज़दीकियाँ अमरीका की चिंता बढ़ा सकती हैं, यह दावा रशिया के राजदूत एनातोली एन्टोनोव ने किया है। चीन की राजधानी बीजिंग में हो रहे विंटर ओलंपिक खेलों की पृष्ठभूमि पर रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने चीन का दौरा किया था। इस दौरान रशिया और चीन के बीच कई अहम समझौते किए गए और दोनों देशों ने संयुक्त निवेदन भी जारी किया है। इससे अमरिकी माध्यम एवं राजनीतिक दायरे में गूंज सुनाई दे रही है और रशियन राजदूत का बयान इस पर प्राप्त हुई प्रतिक्रिया मानी जा रही है।

रशिया-चीनपिछले वर्ष से अमरीका और रशिया के संबंधों में तनाव बढ़ रहा है। सायबर हमले, एलेक्सी नैवेल्नी की गिरफ्तारी, बेलारूस, नॉर्ड स्ट्रीम २ र्इंधन पाईपलाइन एवं यूक्रैन ही इस तनाव के प्रमुख कारण बने हैं। यूक्रैन की सीमा पर रशिया की बढ़ती तैनाती से यह तनाव अधिक बढता जा रहा है। अमरीका के साथ पश्‍चिमी देशों से रशिया का तनाव बढ़ रहा है और ऐसे में ही रशिया ने चीन के साथ सहयोग अधिक मज़बूत करने की कोशिश शुरू की है।

दोनों देशों में र्इंधन, अंतरिक्ष, निवेश, मुद्रा कारोबार, बैंकिंग, तकनीक, खेती जैसे क्षेत्रों में अहम समझौते हुए हैं। राष्ट्राध्यक्ष पुतिन के हाल ही में हुए दौरे में १६ समझौते होने की बात कही जा रही है। इनमें र्इंधन क्षेत्र के लंबे समय के समझौते के अलावा, अमरीका के ‘नेविगेशन सिस्टम’ को चुनौती देनेवाले समझौते का भी समावेश है।

रशिया-चीनरशिया ने विकसित की हुई ‘ग्लोनास’ और चीन की ‘बैडू’ जैसे दोनों ‘नेविगेशन सिस्टम्स’ का सहयोग बढ़ाने के लिए समझौता किया गया है। इस समझौते के कारण अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अमरीका की ‘नेविगेशनल सिस्टम’ (जीपीएस) का प्रभाव कम होगा, यह दावा सूत्रों ने किया है। नया समझौता दोनों देशों में वर्ष २०१८ में किए गए प्राथमिक समझौते का अगला चरण होने की बात कही गई है।

रशिया के साथ समझौता करने के अलावा नाटो एवं यूक्रैन के मुद्दे पर चीन ने रशिया को समर्थन प्रदान किया है। यह बात अमरीका की चिंता बढ़ानेवाली साबित होने के संकेत अमरिकी दायरे से प्राप्त हो रहे हैं, ऐसा बयान अमरीका में नियुक्त रशिया के राजदूत एन्टोनोव ने किया है।

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