’क्वाड’ का सहयोग चीन के लिए बड़ी परेशानी -विश्‍लेषकों का दावा

बीजिंग – दो वर्ष पहले ‘क्वाड’ यानी समुद्री झाग है, यह बयान करनेवाला चीन अब इसी गुट के कारण काफी बेचैन होने का दावा विश्‍लेषक कर रहे हैं। चीन को संभावित प्रतिद्वंद्वि समझ रहे ‘क्वाड’ ने अब अपना ध्यान सुरक्षा के मुद्दे पर केंद्री करने से चीनी विश्‍लेषक वु सिचुन ने चिंता व्यक्त की है। तभी क्वाड के माध्यम से ऑस्ट्रेलिया जैसा देश मलाबार युद्धाभ्यास में शामिल होने की बात चीन को बेचैन करनेवाली साबित होती है, यह बयान लविना ली नामक ऑस्ट्रेलियन विश्‍लेषिका ने किया है। कुछ दिन पहले भारत, अमरीका, जापान एवं ऑस्ट्रेलिया के ‘क्वाड’ संगठन में शामिल होने के लिए इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के देश उत्सुक होने की बात भी सामने आयी थी।

QUAD-chinaबीते कुछ दिनों में अमरीका ‘क्वाड’ में पूरी तरह से सक्रिय होने की दिशा में जोरदार गतिविधियां कर रही है। अमरिकी विदेशमंत्री एवं राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ‘क्वाड’ के सदस्य देशों के साथ लगातार संपर्क बनाए हुए हैं। इस सप्ताह में अमरिकी विदेश एवं रक्षामंत्री भारत की यात्रा कर रहे हैं और इस दौरान भी ‘क्वाड’ का मुद्दे केंद्र रहेगा, यह संकेत दिए गए हैं। इसी वजह से चीन और भी बेचैन होने की बात सामने आ रही है।

वु सिचुन चीन में सरकारी अभ्यासगुट के प्रमुख हैं। इस वजह से उनकी व्यक्त की हुई चिंता, चीन की हुकूमत की बेचैनी समझी जाती हैं। शुरू के दौर में ‘क्वाड’ का गुट इंडो-पैसिफिक क्षेत्र की आर्थिक एवं सुरक्षा के सहयोग से संबंधित रहेगा, यह चित्र दिख रहा था। लेकिन, फिलहाल यह गुट चीन को संभावित प्रतिद्वंद्वि मानकर केवल सुरक्षा के मुद्दे पर अधिकाधिक ध्यान केंद्रीत करता हुआ दिख रहा है, ऐसी नाराज़गी सिचुन ने व्यक्त की है। हाँगकाँग स्थित साउथ चायना मॉर्निंग पोस्ट नामक वेबसाईट पर जारी किए गए लेख में यह जानकारी साझा की गई है। इसी लेख में चीन के विदेशमंत्री वैंग यी ने दो वर्ष पहले क्वाड से संबंधित बयान का दाखिला भी दिया गया है।

QUAD-chinaमार्च 2018 में एक वार्तापरिषद में चीन के विदेशमंत्री ने क्वाड का गुट यानी केवल पैसिफिक एवं हिंद महासागर में बना झाग है, ऐसा मज़ाक उड़ाया था। लेकिन, उसी चीन को अब ‘क्वाड’ से संबंधित अपनी भूमिका में बदलाव करना पड़ रहा है। बीते महीने में चीन के उप-विदेशमंत्री लुओ झाओहुई ने क्वाड यानी मिनी नाटो एवं चीन के विरोध में बनाया गया गुट है और अमरीका के शीतयुद्ध के दौरान रही मानसिकता का हिस्सा है, यह आलोचना की थी। चीनी मंत्री के ऐसे बदलते स्वर ही उनकी बेचैनी दिखा रहे हैं।

ऑस्ट्रेलियन विश्‍लेषिका लविना ली ने क्वाड में ऑस्ट्रेलिया की बढ़ती सक्रियता चीन को बेचैन करनेवाला मुद्दा होने का दावा किया। भारत की पहल से आयोजित हो रहे मलाबार युद्धाभ्यास में इस वर्ष ऑस्ट्रेलिया भी शामिल हो रहा है। इसी वजह से इस वर्ष का यह युद्धाभ्यास क्वाड का अभ्यास होगा और यह बात चीन के लिए अधिक परेशान करनेवाली है, ऐसा ली ने कहा है।

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