कतार ने किया पाकिस्तान में तीन अरब डॉलर्स निवेष करने का ऐलान

दोहा – विदेशी मुद्रा भंड़ार आठ अरब डॉलर्स से कम होने की स्थिति में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ मित्रदेशों के सामने सहायता के लिए हाथ फैला रहे हैं। इसके लिए प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने कतार का दौरा भी किया था। उनके आवाहन पर कतार ने जवाब दिया है और पाकिस्तान में तकरीबन तीन अरब डॉलर्स निवेष करने का ऐलान भी किया है। इससे हमारी अर्थव्यवस्था को काफी बड़ा लाभ प्राप्त होगा, ऐसा दावा पाकिस्तान के एक मंत्री ने किया है।

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शरीफ की कतार के अमीर शेख तमिम बिन हमाद अल थानी से मुलाकात हुई थी। इसके बाद कतार ने पाकिस्तान में तकरीबन तीन अरब डॉलर्स निवेश करने का ऐलान किया। पाकिस्तान की टिजोरी में फिलहाल आठ अरब डॉलर्स से कम राशि जमा है और इससे महज कुछ ही हफ्तों के आयात के बिल का भुगतान करना मुमकिन होगा। इसके बाद पाकिस्तान को भयंकर स्थिति का सामना करना पड़ता। इस पृष्ठभूमि पर कतार ने निवेष का यह ऐलान करके पाकिस्तान को किसी हद तक राहत दी है।

अपने सभी मित्रदेशों के सामने कर्ज़ और निवेष के लिए हाथ फैलाकर पाकिस्तान अपने आर्थिक संकट को दूर करने की कोशिश कर रहा है। अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष ने भी पाकिस्तान को तकरीबन एक अरब डॉलर्स की आर्थिक सहायता प्रदान करने की तैयारी दर्शायी है। इसके लिए पाकिस्तान के सेनाप्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने पहल की थी। अमरीका से खाड़ी देशों तक जनरल बाजवा की मध्यस्थता से पाकिस्तान को कर्ज़ सहायता प्राप्त होने लगी है, ऐसे दावे किए जा रहे हैं। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इम्रान खान ने इसको लेकर पाकिस्तान की सरकार की कड़ी आलोचना की थी।

खाड़ी देशों के साथ पाकिस्तान अमरीका के सामने भी आर्थिक सहायता पाने के लिए गिड़गिड़ा रहा है। आर्थिक सहायता के बदले में अमरीका की माँगें स्वीकारने की तैयारी भी पाकिस्तान ने दिखाई है और अमरीका की कुछ माँगें पाकिस्तान ने स्वीकारी भी हैं, ऐसे आरोप लगाए जा रहे हैं। अमरीका ने अफ़गानिस्तान में ड्रोन हमला करके अल कायदा के प्रमुख जवाहिरी को मार गिराया था। इसके लिए पाकिस्तान की हवाई सीमा का इस्तेमाल करने की अनुमति दी गयी, यह दावा भी किया जा रहा है। साथ ही पाकिस्तान ने ही जवाहिरी की जानकारी अमरीका को प्रदान की, ऐसी खबरें प्रसिद्ध हुई थीं।

इस वजह से आगबबूला हुए अफ़गानिस्तान की तालिबान के हमले पाकिस्तान को भुगतने पडेंगे, ऐसी चिंता इस देश के विश्‍लेषक व्यक्त कर रहे हैं। साथ ही फिलहाल अफ़गानिस्तान के सरहदी क्षेत्र में तालिबान की बढ़ती गतिविधियाँ इसी का नतीजा होने की बात कही जा रही है।

आर्थिक सहायता के लिए अमरीका से हाथ मिलाने की पाकिस्तान की नीति पर चीन से भी प्रतिक्रिया प्राप्त हो रही है और इसको लेकर चीन पाकिस्तान पर काफी नाराज़ होने की चर्चा हो रही है। इसी बीच खाड़ी देशों का एक गुट कर्ज़ के लिए लगातार हाथ फैला रहें पाकिस्तान पर गुस्सा होने की खबरें भी पाकिस्तान के ही माध्यमों ने जारी की थीं। ऐसी स्थिति में कतार से प्राप्त हो रहा तीन अरब डॉलर्स का निवेष कुछ समय के लिए पाकिस्तान की समस्या दूर करेगा। लेकिन, आगे के समय में पाकिस्तान को इससे अधिक गंभीर आर्थिक चुनौतियों का सामना करना पडेगा, ऐसे आसार स्पष्ट दिख रहे हैं।

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