अमरिका लष्करी संचालन के माध्यम से सामर्थ्य प्रदर्शन करेगा- पेंटॅगॉन को राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प के आदेश

वॉशिंग्टन: अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने रक्षा मुख्यालय पेंटॅगॉन को लष्करी संचालन का आयोजन करने के आदेश दिए हैं। इस साल राजधानी वॉशिंग्टन में अमरिका के जवान, टैंक, मिसाइलों का समावेश लष्करी संचालन में कर के सामर्थ्यप्रदर्शन करने की तैयारी राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने की है। अमरिका के ‘द वॉशिंग्टन पोस्ट’ इस प्रमुख दैनिक ने इसकी जानकारी प्रसिद्ध की है।

लष्करी संचालन

पिछले महीने में १८ जनवरी को राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने पेंटॅगॉन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मुलाकात की थी। इस समय अमरिका के रक्षामंत्री जेम्स मॅटिस और रक्षा दल के प्रमुख जोसेफ डनफोर्ड भी उपस्थित थे। राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प और लष्करी अधिकारियों की यह बैठक गोपनीय थी, ऐसा दावा संबंधित अधिकारियों ने अमरिकी दैनिक के साथ बोलते समय किया। इस बैठक में राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने पेंटॅगॉन के अधिकारियों को लष्करी संचालन के बारे में आदेश दिए।

‘फ़्रांस में आयोजित होने वाले ‘बॅसिल डे’ की तरह अमरिका में भी लष्करी संचालन होना चाहिए’, यह सुचना ट्रम्प ने की है, ऐसा इन घटनाक्रमों से संबंधित अधिकारी ने अमरिकन दैनिक को कहा है। व्हाईट हाउस के कुछ अधिकारियों ने सदर जानकारी प्राथमिक स्वरुप की है और अभी तक अंतिम निर्णय नहीं हुआ है, ऐसा कहा है। व्हाईट हाउस की प्रवक्ता ‘साराह हुकाबी’ ने इस खबर की पुष्टि की है।

‘हर दिन अमरिका को सुरक्षित रखने के लिए अपनी जान खतरे में डालने वाले जवानों के राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प बड़े समर्थक हैं। इन जवानों के लिए विशेष समारंभ का आयोजन करने की ट्रम्प की इच्छा है। इस लष्करी संचालन की वजह से अमरिकन जनता को अपने लष्कर की प्रशंसा करने का मौका प्राप्त होगा, यह सूचना ट्रम्प ने पेंटॅगॉन को की है’, यह जानकारी हुकाबी ने दी है। पेंटॅगॉन के प्रवक्ता ‘थॉमस क्रॉसन’ ने भी रक्षा मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारी इस बारे में विकल्पों पर विचार कर रहे हैं, यह जानकारी दी। लेकिन इस संचालन का दिन निश्चित नहीं हुआ है, ऐसा क्रॉसन ने स्पष्ट किया है।

पिछले वर्ष राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने फ़्रांस का दौरा किया था। फ़्रांस के राष्ट्राध्यक्ष मैक्रॉन ने दिए आमंत्रण के बाद राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प पैरिस में ‘बॅसिल डे’ पर उपस्थित रहे थे। उस समय फ़्रांस के जवानों ने बड़ा संचालन किया था। इस संचालन में अमरिकी जवानों का पथक भी शामिल हुआ था।

अमरिका में लष्करी संचालन की पद्धति नहीं है। हर साल ४ जुलाई को अमरिकी लष्कर के निवृत्त अधिकारी और प्रशासकीय अधिकारी अलग अलग शहरों से संचालन का आयोजन करते हैं। इसमें अमरिका के भी कुछ जवान शामिल होते हैं। लेकिन यह फ़्रांस, रशिया, भारत इन देशों में होने वाले लष्करी संचालन जैसा नहीं होता है, ऐसा दावा अमरिकी मीडिया कर रहा है। इस वजह से लष्कर के कारनामों की प्रशंसा हो इस के लिए लष्करी संचालन का आयोजन किया जाए, यह माँग राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने की है।

दौरान, अमरिका के कुछ नेता और निवृत्त लष्करी अधिकारी राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प की इस योजना से सहमत नहीं हैं। राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प की यह योजना गलत है, ऐसी टीका भूतपूर्व नौसेना अधिकारी और ओबामा प्रशासन में पेंटॅगॉन के प्रवक्ता के तौर पर काम किए जॉन किरबाय ने की है। अमरिकी लष्कर का यह संचालन मतलब शक्ति प्रदर्शन साबित हो सकता है। इस वजह से अमरिका की तरफ से अपने प्रतिस्पर्धी देशों को गलत संकेत मिल सकते हैं, ऐसी टीका डेमोक्रेट पार्टी के कुछ नेता कर रहे हैं।

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