प्रधानमंत्री फ्रान्स, यूएई एवं बहारिन की यात्रा करेंगे

नई दिल्ली – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी २२ अगस्त के दिन फ्रान्स की यात्रा शुरू करेंगे| फ्रान्स के बाद वह खाडी देशों के संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और बाहरिन की भी यात्रा करेंगे| भारत जम्मू-कश्मीर की जनता पर अत्याचार कर रहा है, यह आरोप करके पाकिस्तान ने भारत के विरोध में दुष्प्रचार शुरू किया है| इस पृष्ठभूमि पर प्रधानमंत्री की यह तीन देशों की यात्रा पाकिस्तान के लिए फटकार लगानेवाली साबित होती है|

फ्रान्सी यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष इमैन्युएल मैक्रॉन से रक्षा, परमाणु उर्जा, समुद्री सहयोग एवं आतंकविरोधी कार्यवाही संबंधी सहयोग करने के मुद्दे पर बातचीत करेंगे| भारत ने फ्रान्स से लडाकू ‘रफायल’ विमान खरीद करने के लिए समझौता किया है और जल्द ही यह विमान भारत में दाखिल होंगे, यह कहा जा रहा है| साथ ही भारत को रक्षा सामान की सप्लाई करने के लिए फ्रान्स उत्सुकता दिखा रहा है, यह कहा जा रहा है| इस पृष्ठभूमि पर प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा अहमियत रखती है| 

यूएई ने प्रधानमंत्री मोदी को सर्वोच्च ‘शेख झायेद बिन सुल्तान अल नह्यान’ नागरी पुरस्कार देने का ऐलान किया है| प्रधानमंत्री मोदी की यूएई यात्रा के दौरान यह पुरस्कार प्रदान किया जाएगा| यह पुरस्कार घोषित होने के बाद पाकिस्तान में खलबली मची थी| कश्मीर समस्या पर यूएई ने पाकिस्तान का साथ दिए बिना भारत का समर्थन किया, इस पर भी पाकिस्तानी माध्यमों ने काफी गुस्सा व्यक्त किया था| कश्मीर समस्या पर अरब इस्लामी देश भी भारत के पक्ष में खडे रहे, इस वजह से पाकिस्तान निराश होता दिखाई दिया है|

बाहरिन की यात्रा में प्रधानमंत्री मोदी द्विपक्षीय व्यापार पर चर्चा करेंगे| वर्ष २०१८-१९ में भारत और बाहरिन का व्यापार १.३ अरब डॉलर्स रहा| यह व्यापार बढाने की दिशा में दोनों देशों की कोशिश रहेगी, यह कहा जा रहा है| प्रधानमंत्री दी विदेश यात्रा को राजनयिक एवं सामरिक अहमियत होने की बात स्पष्ट तौर पर दिखाई दे रही है| खास तौर पर पाकिस्तान ने भारत के विरोध में बनाई साजिश की पृष्ठभूमि पर यह यात्रा काफी अहमियत रखती है|

पिछले कुछ दिनों से अन्य देशों में भारतीय दूतावास के सामने पाकिस्तानी वंश के नागरिक प्रदर्शन करके भारत की प्रतिमा मलीन करने की कोशिश कर रहे है| इन पाकिस्तानी प्रदर्शनकारियों ने वहां पर भारतीय नागरिकों पर हमलें करने की कोशिश भी की थी| इसके लिए पाकिस्तान का नेतृत्व ही उन्हें प्रोत्साहित करने की बात स्पष्ट हुई है| ऐसी स्थिति में प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा से भारत के राजनयिक सामर्थ्य का प्रदर्शन होना पाकिस्तान के लिए सबक हो सकता है|

इस दौरान, प्रधानमंत्री मोदी ने अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प से फोन पर बातचीत करने का वृत्त है| लगभग ३० मिनट चली इस बातचीत के दौरान दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंध एवं क्षेत्रिय गतिविधियों पर बातचीत की| साथ ही सीमा के उस पार से निर्यात हो रहे आतंकवाद के मुद्दे पर भी राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प से बातचीत होने की जानकारी प्रधानमंत्री मोदी के कार्यायल ने सोशल मीडिया के जरिए घोषित की है|

आतंकवाद से मुक्त माहौल का निर्माण काफी जरूरी है, यह भूमिका बडे आग्रह के साथ प्रधानमंत्री मोदी ने रखी है| साथ ही यह बातचीत काफी सौहार्द से भरे माहौल मं होने की बात प्रधानमंत्री कार्यालय ने कही है| प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प में हुई इस बातचीत से भारत और अमरिका के संबंध सही होने के स्पष्ट संकेत पूरी दुनिया को प्राप्त हुए है| पिछले कुछ दिनों से दोनों देशों में व्यापारी विवाद शुरू था और इसकी गुंज भी सुनाई पडी थी| लेकिन, दोनों देशों के संबंधों पर इस विवाद का असर नही हुआ है, यही बात इस बातचीत से स्पष्ट हुई है|

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इम्रान खान ने अमरिका यात्रा के दौरान कश्मीर के मुद्दे पर मध्यस्थता करने का वक्तव्य करके अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने पाकिस्तान की उम्मीद जगाई थी| लेकिन, उनका वक्तव्य यानी अमरिका की अधिकृत भूमिका ना होने की बात अगले समय में स्पष्ट हुई थी| राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने भी आगे कश्मीर संबंधी अमरिका की भूमिका में बदलाव नही हुआ है, इसका एहसास पाकिस्तान को कराया था|

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