भारत और इस्राइल मे नौ सहयोगी करार

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू की उपस्थिति में भारत एवं इस्राइल में नौ सहयोगी करार संपन्न हुए हैं। इस में साइबर सुरक्षा, इंधन तेल एवं वायु, औषधि निर्माण, ऊर्जा, हवाई परिवहन और निवेश इत्यादि क्षेत्र में सहयोगी करार का समावेश है। प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू के साथ संयुक्त पत्रकार परिषद में संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने रक्षा साहित्य के निर्माण करने वाले इस्राएली कंपनियों को भारत में उत्पाद करने का निमंत्रण दिया है।

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रविवार को भारत के दौरे पर आए हुए प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रतिनिधि मंडल में प्रदीर्घ चर्चा चर्चा संपन्न हुई है। हम दोनों देशों में सहयोग के प्रगति का ब्यौरा किया है। कृषि, विज्ञान एवं तंत्रज्ञान, सुरक्षा एवं रक्षा इन क्षेत्रों में दोनों देशों के सहयोग से विकास कर रहे हैं, ऐसा कहकर प्रधानमंत्री मोदी ने इस पर समाधान व्यक्त किया है। भारत ने रक्षा क्षेत्र में सीधे विदेशी निवेश की मर्यादा बढ़ाई है, इस पर ध्यान केंद्रित करके रक्षा साहित्य के निर्माण करने वाली कंपनियों को इसका लाभ मिल सकता है, ऐसा आवाहन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया है।

इसके साथ दोनों नेताओं के संयुक्त निवेदन में आतंकवाद के विरोध में कठोर भूमिका ली जाएगी और किसी भी परिस्थिति में आतंकवाद का समर्थन नहीं किया जा सकता, ऐसा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवम् प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने कहा है। दोनों देशों ने आतंकवादी हमले का दुख सहन करके उसके विरोध में लड़ाई की जाएगी, ऐसा कहकर प्रधान मंत्री नेत्यान्याहू ने इस संदर्भ में मुंबई पर आतंकवादी हमले का दाखिला दिया है।

भारत एवं इस्राइल में रक्षा साहित्य का संयुक्त निर्माण, संशोधन तथा तंत्रज्ञान का हस्तांतरण और इस संदर्भ में साझेदारी इस पर व्यापक चर्चा शुरु की जाएगी, ऐसा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवम् प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू के संयुक्त निवेदन में स्पष्ट किया गया है। इस्राइल के साथ साइबर सुरक्षा तथा रक्षा संदर्भ में भारत के सहयोग आने वाले समय में अत्यंत महत्वपूर्ण ठहर सकते हैं। पाकिस्तान के माध्यम एवं विश्लेषक भारत एवं इस्राइल के इन सहयोग पर चिंता व्यक्त कर रहे हैं और इसकी वजह से भारत का सामर्थ्य अत्यंत बड़ी तादाद में बढ़ रहा है, इस पर डर व्यक्त किया जा रहा है।

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