भारत-बांग्लादेश में २२ सहयोग समझौते; बांग्लादेश को २९ हजार करोड़ रुपये कर्ज का ऐलान

नई दिल्ली, दि. ८: भारत और बांग्लादेश में रक्षा, परमाणुउर्जा, सायबरसुरक्षा जैसे महत्त्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग विकसित करनेवाले लगभग २२ सामंजस्य समझौते संपन्न हुए हैं| इन समझौतों के साथ भारतीय प्रधानमंत्री ने बांग्लादेश के लिए तक़रीबन २९ हज़ार करोड़ रुपये कर्ज का ऐलान किया| भारत ने हमें आतंकवाद की गुलामी से आज़ाद किया, ऐसा कहकर बांग्लादेश की प्रधानमंत्री ने, अपने देश की स्वतंत्रता के लिए भारत ने दिये योगदान का कृतज्ञतापूर्वक स्मरण किया| वहीं, कुछ देश विकास के बजाय आतंकवाद की राह से आगे जा रहे हैं, ऐसी आलोचना करके प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान को लक्ष्य बनाया|

शुक्रवार प्रधानमंत्री शेख हसिना भारत में दाखिल हुईं| शनिवार को भारतीय प्रधानमंत्री के साथ उनकी प्रदीर्घ चर्चा संपन्न हुई| इसके बाद दोनों नेताओं ने संयुक्त पत्रकार परिषद को संबोधित किया| दोनों देशों में २२ सामंजस्य समझौते संपन्न हुए हैं| इनमें रक्षासंबंधित सहकार्य समझौते भी शामिल हैं| भारत बांग्लादेश को हथियार खरीदने के लिये करीब ५० करोड़ डॉलर उपलब्ध कराके देनेवाला है| साथ ही, तंत्रज्ञान और जानकारी हस्तांतरण और परमाणुरक्षा संबंध में भारत बांग्लादेश को सहकार्य करने वाला है| इसीके साथ, परमाणुउर्जा प्रकल्पों का निर्माण करने के लिए भारत बांग्लादेश की सहायता करेगा| उर्जा क्षेत्र में इस सहायता से भारत-बांग्लादेश की मित्रता को एक नया मार्ग मिलेगा, ऐसा भरोसा इस समय भारतीय प्रधानमंत्री ने जताया|

इस समय प्रधानमंत्री मोदी ने, बांग्लादेश को २९ हजार करोड़ रुपये (४.५ अरब डॉलर) की कर्जसहायता का ऐलान किया| यह कर्जा बांग्लादेश में कई विकास प्रकल्पों के निर्माण के लिए होगा| इसके साथ, रक्षासामग्री खरीदने के लिये ५० करोड़ डॉलर की स्वतंत्र सहायता भी बांग्लादेश को दी जायेगी| इससे पहले बांग्लादेश को दिये गए कर्ज को मिलाकर, भारत ने बांग्लादेश को दिये कर्ज की कुल रक़म करीब ८ अरब डॉलर तक हो गई है|

दोनो नेताओं ने आतंकवादविरोधी सहयोग को और मज़बूत करने का फैसला किया है| बांग्लादेश सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ शुरु की मुहिम की इस समय प्रधानमंत्री मोदी ने खुलकर प्रशंसा की| वहीं दोनो देशों की सीमा पर शांति के लिए जरूरी सभी कदम बांग्लादेश सरकार उठायेगी और बांग्लादेश की भूमि का इस्तेमाल पड़ोसी राष्ट्र के खिलाफ नहीं करने देंगे, ऐसा भरोसा प्रधानमंत्री शेख हसिना ने इस समय जताया|

भारत-बांग्लादेश सीमा पर कई जगह पर ‘बॉर्डर हाट’ स्थापन करने के लिए, बांग्लादेश में आरोग्य सेवा का विस्तार करने के लिए समझौता संपन्न हुआ| साथ ही, दोनों देशों में यात्री जलपरिवहन शुरू करने के मामले में समझौते पर दस्तखत किये गये|

इसी दौरान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रधानमंत्री शेख हसीना, बांग्लादेश के स्वतंत्रतासंग्राम में शहीद हुए भारतीय जवानों को मानवंदना देने हेतु आयोजित किये गये कार्यक्रम में शामिल हुए| इस समय प्रधानमंत्री हसिना ने, भारत ने बांग्लादेशी जनता को आतंकवाद की गुलामी से मुक्ति दिलाई, ऐसा कहकर कृतज्ञता ज़ाहिर की| वहीं, इस क्षेत्र में कुछ देश, विकास के बजाय आतंकवाद की और सहयोग के बजाय विश्‍वासघात की राह से आगे जा रहे हैं, ऐसी आलोचना करके प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान को लक्ष्य बनाया| भारत ने इस क्षेत्र में सभी देशों के सामने मैत्री का हाथ बढ़ाया था| लेकिन कुछ देश विध्वंसक विचारधारा का पुरस्कार कर रहे हैं, ऐसा कहकर प्रधानमंत्री ने, ठेंठ जिक्र ना करते हुए पाकिस्तान पर प्रहार किया|

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