चीन की माँग के अनुसार फिलीपीन्स अपनी गश्तीनौकाएँ नहीं हटाएगा – फिलीपीन्स के राष्ट्राध्यक्ष की फटकार

मनिला – ‘फिलीपीन्स ने अपनी सागरी सीमा में दो विध्वंसक तैनात किए हैं। चाहे कुछ भी हो, ये विध्वंसक एक इंच भी पीछे नहीं हटेंगे। आप चाहे मेरी जान ले लो, लेकिन ये विध्वंसक यहीं पर तैनात रहेंगे। इस मसले पर फिलीपीन्स-चीन की मित्रता टूट सकती है’, ऐसे करारे शब्दों में फिलीपीन्स के राष्ट्राध्यक्ष रॉड्रिगो दुअर्ते ने चीन को फटकार लगाई।

philippines-china-patrol-ships-2पिछले कुछ हफ्तों से फिलीपीन्स के सागरी क्षेत्र में घुसपैंठ किए मिलिशिया जहाजों पर निगरानी रखने के लिए फिलीपीन्स ने गश्ती नौकाएँ तैनात की हैं। फिलीपीन्स ये गश्तीनौकाएँ वहाँ से हटाएँ, ऐसी माँग चीन ने की थी। उसी के साथ, चीन ने फिलीपीन्स की सीमा में अतिरिक्त २८७ मिलिशिया जहाज रवाना किए हैं। इस मगरूरी के कारण गुस्सा हुए राष्ट्राध्यक्ष दुअर्ते ने चीन को यह चेतावनी दी है।

दो दिन पहले चीन के लगभग २७ जहाजों ने फिलीपीन्स के सागरी क्षेत्र में घुसपैंठ की। कलायत द्वीपों के पास चीन के ये मिलिशिया जहाज़ तैनात होने का आरोप फिलीपीन्स के टास्क फोर्स ने किया है। अपनी सागरी सीमा में चीन के जहाज़ों की यह तैनाती गैरक़ानूनी है, ऐसा फिलीपीन्स ने कहा है। चीनी जहाजों की इस घुसपैंठ की पृष्ठभूमि पर, फिलीपीन्स के राष्ट्राध्यक्ष दुअर्ते और रक्षा मंत्री लॉरेन्झा के बीच कुछ घंटे पहले बैठक संपन्न हुई। इस बैठक का ऑडियो शुक्रवार को जारी हुआ।

इसमें राष्ट्राध्यक्ष दुअर्ते ने चीन के विरोध में कड़ी भूमिका अपनाई है। ‘वेस्ट फिलिपाईन्स सी’ स्थित कलायान और मिसचिफ रिफ इन द्वीपों के क्षेत्र में फिलीपीन्स ने दो गश्ती नौकाओं को स्थायी स्वरूप में तैनात किया है और ये गश्ती नौकाएँ इसी क्षेत्र में तैनात रहेंगी, ऐसे स्पष्ट आदेश दुअर्ते ने दिए हैं।

‘वेस्ट फिलिपाईन्स सी में ये दोनों गश्तीनौकाएँ तैनात हैं और वे वहाँ से हटाई नहीं जाएंगी। चीन को चेतावनी देने के लिए ही इन दो गश्तीनौकाओं की तैनाती की है’, ऐसा फिलीपीन्स के राष्ट्राध्यक्ष ने इस बैठक में डटकर कहा। साथ ही, ये विध्वंसक वहाँ से हटाने के लिए चीन ने हालांकि फिलीपीन्स पर कितना भी दबाव डाला, फिर भी ये गश्तीनौकाएँ इस क्षेत्र से एक इंच भर भी पीछे नहीं हटाईं जाएंगी, ऐसा राष्ट्राध्यक्ष दुअर्ते ने कहा।

philippines-china-patrol-ships-1‘यह भूमिका अपनाने के कारण मेरी जान को खतरा पैदा हो सकता है, इस बात का मुझे एहसास है। फिर भी मैं अब पीछे नहीं हटूँगा। अगर आपको मेरी जान लेनी है, आप अवश्य ले लो। लेकिन मैं मेरे फैसले पर अड़िग हूँ’, ऐसा कहकर राष्ट्राध्यक्ष दुअर्ते ने गंभीर चेतावनी दी कि इस मसले पर चीन-फिलीपीन्स की मित्रता खत्म हो सकती है।

कलायान और मिसचिफ रिफ ये दोनों द्वीप वेस्ट फिलीपीन्स सी के स्प्रार्टले द्वीपसमूहों की सीमा में स्थित हैं। फिलीपीन्स के पलावान प्रांत से चंद कुछ किलोमीटर की दूरी पर ये द्वीप हैं। इनमें से कलायान द्वीप का इस्तेमाल फिलीपीन्स पर्यटन के लिए करता है। वहीं, मिसचिफ रिफ इलाके में चीन ने कृत्रिम द्वीपों का निर्माण करके यहाँ लष्करी अड्डे बनाए हैं। ऐसी परिस्थिति में, फिलीपीन्स की गश्तीनौकाओं के कारण बेचैन हुए चीन ने दुअर्ते सरकार को यह तैनाती पीछे लेने की सूचना की थी।

कुछ ही दिन पहले स्प्रार्टले द्वीपसमूहों की सीमा में स्थित थिटू द्वीप पर फिलीपीन्स ने सुसज्जित मिलिटरी हब यानी लष्करी केंद्र बनाने की घोषणा की थी। अन्य देशों के मिलिशिया जहाज़ों पर नज़र रखने के लिए इस लष्करी केंद्र का इस्तेमाल होगा, ऐसा दावा फिलीपीन्स के लष्करप्रमुख ने किया था। थिटू द्वीप पर बनाया गया फिलीपीन्स का लष्करी केंद्र, इस क्षेत्र में चल रहीं चीन की गतिविधियों के लिए चुनौती साबित हो सकता है। उसी में फिलीपीन्स में दो गश्तीनौकाओं को इस क्षेत्र में तैनात किया होने के कारण चीन की बेचैनी बढ़ी है।

बता दे, मार्च महीने से चीन के लगभग २०० मिलिशिया जहाज़ों ने फिलीपीन्स के जुआन फिलिप द्वीप की सीमा में घुसपैंठ की थी। खराब हवामान के कारण अपनी केवल ३४ मच्छीमारी नौकाएँ ही इस भाग में होने का दावा चीन कर रहा है। चीन के मिलिशिया जहाज़ों पर भी निगरानी रखने के आदेश फिलीपीन्स में अपनी नौसेना और हवाई दल को दिए हैं। 

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