पेंटॅगॉन ‘सीआयए’ को आतंकवाद से लड़ने के लिए प्रदान हो रही राशी में कटौती करेगा – अमरिकी माध्यमों का दावा

वॉशिंग्टन – अमरीका की मुख्य गुप्तचर यंत्रणा ‘सीआयए’ की आतंकवाद विरोधी कार्रवाई के लिए प्रदान हो रही सहायता राशि में कटौती करने की तैयारी अमरिकी रक्षा मुख्यालय ‘पेंटॅगॉन’ ने की है। अगले वर्ष ५ जनवरी से इस निर्णय पर अमल किया जाएगा। अमरीका के अगले राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन की सरकार स्थापित होने से पहले मौजूदा अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प रक्षा यंत्रणा में ऐसी गतिविधियां कर रहे हैं, ऐसा अमरिकी माध्यमों का कहना है। तभी, ‘सीआयए’ को दिए गए अपने ‘एजंट्स’ की तैनाती रशिया और चीन में करने के लिए पेंटॅगॉन ने यह निर्णय करने का वृत्त अमरिकी वेबसाईट ने प्रसिद्ध किया है।

cia-pentagonविश्‍वभर में आतंकवाद के विरोध में खुफिया कारवाई, जासूसी, वैद्यकीय स्थानांतरण करने जैसी ‘सीआयए’ की गतिविधियों के लिए ‘पेंटॅगॉन’ के इन अधिकारियों का इस्तेमाल होता है। आतंकवाद विरोधी गतिविधियों को सहायता प्रदान करने के लिए पेंटॅगॉन ‘सीआयए’ को प्रिडेटर ड्रोन्स एवं अन्य लष्करी सहायता भी प्रदान करता है। फिलहाल पेंटॅगॉन के सैनिक बतौर ‘सीआयए’ एजंट्स अफ्रिकी, खाड़ी एवं एशियाई देशों में तैनात होने का दावा किया जा रहा है। कुछ दिन पहले सोमालिया में हुई एक कार्रवाई के दौरान ‘सीआयए’ का एजंट मारा गया था। यह एजंट अमरिकी नौसेना कमांडो होने की बात भी स्पष्ट हुई थी।

ऐसी स्थिति में ‘सीआयए’ को आतंकवाद विरोधी कार्रवाई के लिए प्रदान हो रही सहायता में बड़ी कटौती करने की योजना पेंटॅगॉन ने तैयार की है। अमरिकी माध्यमों ने वरिष्ठ लष्करी अधिकारी के दाखिले से यह वृत्त प्रसिद्ध किया है। अमरीका के अस्थायी रक्षामंत्री ख्रिस्तोफर मिलर ने पत्र के ज़रिये ‘सीआयए’ की अध्यक्षा जिना हास्पेल को इस निर्णय की जानकारी प्रदान की है, यह दावा अमरिकी माध्यम कर रहे हैं। हास्पेल ने इस निर्णय पर आश्‍चर्य व्यक्त किया है, ऐसा एक पूर्व अफसर का कहना है। तभी ‘पेंटॅगॉन’ और ‘सीआयए’ ने अभी इस खबर पर कुछ भी बयान नहीं किया है।

पेंटॅगॉन के इस निर्णय का ‘सीआयए’ की आतंकवाद विरोधी कार्रवाई पर किस हद तक असर होगा, यह कहना अभी संभव ना होने की बात अमरीका के पूर्व लष्करी अधिकारी कह रहे हैं। लेकिन, खाड़ी क्षेत्र के देशों में व्यस्त ‘सीआयए’ के अफसरों को वहां से हटाकर उन्हें रशिया या चीन रवाना करने की योजना पेंटॅगॉन ने तैयार की है, यह दावा अमरिकी माध्यम कर रहे हैं।

तभी, अमरीका के चुनाव में विफल हुए राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने बीते कुछ दिनों से लष्करी नीति के तहत किए निर्णयों का ही यह एक हिस्सा होने की बात समझी जा रही है। राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने बीते कुछ दिनों में अफ़गानिस्तान, इराक के अलावा सोमालिया में तैनात अपनी सेना तुरंत वहां से हटाने का ऐलान किया है। अगले राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन सरकार बनाने से पहले ट्रम्प प्रशासन इन गतिविधियों को अंजाम दे रहा है, ऐसा प्रमुख अमरिकी माध्यमों का कहना है।

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