राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प की ओर से अमरिका में स्थित शरणार्थियों की संख्या में कटौती करने का आदेश

वॉशिंगटन: अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने देश में दाखिल होने वाले शरणार्थियों की संख्या में बड़ी कटौती करने का निर्णय लिया है। राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने जारी किए आदेश में २०१८ साल में अमरिका सिर्फ ४५ हजार शरणार्थियों का स्वीकार करेगी, ऐसा स्पष्ट किया गया है। अमरिका में सन १९८० में ‘रिफ्यूजी एक्ट’ लागू किया गया था। उसके बाद के समय का यह निम्न स्तर साबित हुआ है। अमरिका के भूतपूर्व राष्ट्राध्यक्ष बराक ओबामा ने शरणार्थियों की मर्यादा एक लाख दस हजार तक बढाई थी।

निर्णय

पिछले हफ्ते में ही राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने, शरणार्थियों के प्रवेश बंदी की व्याप्ति अधिक बढाने वाला अध्यादेश जारी किया था। उसमे पांच अरब-इस्लामी देशों के साथ उत्तर कोरिया, व्हेनेझुएला और चाड का भी समावेश किया गया था। अमरिका और अमरिकी जनता की सुरक्षा यही मेरे लिए प्राथमिकता रहेगी, इन शब्दों में ट्रम्प ने अपने अध्यादेश का समर्थन किया था। इस अध्यादेश की तैयारी शुरू है, ऐसे में ट्रम्प प्रशासन की ओर से अमरिका में लिए जाने वाले शरणार्थियों की संख्या में कटौती करने के संकेत दिए गए थे।

अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने विदेश मंत्री रेक्स टीलरसन को भेजे हुए खत में, २०१८ साल से अमरिका ४५ हजार शरणार्थियों का ही स्वीकार करेगा, ऐसा स्पष्ट किया गया है। यह निर्णय विदेश विभाग ने दी हुई जानकारी और सिफारिशों पर आधारित है, ऐसा उल्लेख किया गया है। ट्रम्प प्रशासन ने शरणार्थियों की संख्या कम करने के पीछे इसके पहले के शरणार्थियों के आवेदन में बाकि रही खामियां, अधूरे स्त्रोत और मनुष्यबल और सुरक्षा के लिए लागू किए गए मापदंड इन कारणों को आगे किया है।

ट्रम्प ने अपने चुनाव प्रचार में साथ ही उसके बाद भी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर नियमित रूप से शरणार्थियों के मुद्दे पर आक्रामक भूमिका ली है। यूरोप और अमरिका में हुए आतंकवादी हमलों के लिए शरणार्थी ही जिम्मेदार हैं, ऐसा कहकर आतंकवाद रोकने के लिए शरणार्थियों को रोकना आवश्यक है, इस भूमिका को हमेशा सामने रखा है। ट्रम्प ने सत्ता पर आने के बाद लिए हुए महत्वपूर्ण निर्णयों में अमरिका में आने वाले शरणार्थियों को रोकने को महत्व दिया है, ऐसा दिखाई दिया है।

जनवरी साथ ही मार्च महीने में ट्रम्प ने निकाले हुए दो प्रवेश बंदी के आदेशों पर अमरिका के साथ दुनिया भर से तीव्र प्रतिक्रिया आई थी। लेकिन उससे विचलित हुए बिना ट्रम्प ने अपनी नीति को आगे किया है और इस मुद्दे पर आक्रामक भूमिका को कायम रखा है। देश में आनेवाले शरणार्थियों की संख्या पर मर्यादा लगाना यह इस भूमिका की एक महत्वपूर्ण कड़ी है।

शरणार्थियों का समर्थन करने वालों ने ट्रम्प के इस निर्णय पर टीका करते हुए, यह आदेश मानवतावादी मूल्यों के खिलाफ होने का साथ ही अमरिका का विश्व स्तर पर प्रभाव कम होने का सूचक है, ऐसा दावा किया है।

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