भारत के हमले के डर से पाकिस्तानी लड़ाकू विमान हवा में मँड़राते देखे गए

नई दिल्ली/ इस्लामाबाद – भारत का हमला होगा, इस डर से पाकिस्तान भयभीत हुआ है। इसी वजह से पाकिस्तान ने भारतीय सीमा के नज़दिकी क्षेत्र में गतिविधियाँ बढ़ाईं हैं और इसी के तहत पाकिस्तान के लड़ाकू विमान इस क्षेत्र में उड़ान भरकर लगातार गश्‍त करते देखे गए हैं। पाकिस्तानी वायुसेना के ‘एफ-१६’ और ‘जेएफ-१७’ लड़ाकू विमान गश्‍त कर रहे हैं। इसके अलावा, इसी क्षेत्र में हवाई अभ्यास करके पाकिस्तान अपनी तैयारी होने का संदेशा भारत को देने की कोशिश कर रहा है। लेकिन, वास्तव में पाकिस्तान अब भारत की आक्रामक कार्रवाई के डर से भयभीत हुआ है, यह दावा भारतीय सामरिक विश्‍लेषक एवं लष्करी अफ़सर कर रहे हैं। पाकिस्तान का यह डर इस देश की गतिविधियों से स्पष्ट रूप में दिखाई दे रहा हैं, यह बात इन विश्‍लेषक एवं पूर्व सेना अधिकारियों ने कही है।

भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवल ने सेनाप्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे, गुप्तचर विभाग एवं निमलष्करी बल के वरिष्ठ अफसरों से बैठक करके जम्मू-कश्‍मीर की सुरक्षा का जायज़ा लिया। पिछले हफ़्ते में ही जम्मू-कश्‍मीर के हंड़वारा में हुए आतंकी हमले में, भारतीय सेना के वरिष्ठ अफ़सरों समेत कुल पाँच सैनिक शहीद हुए थे। इसके बाद देश के सुरक्षा बलों ने आतंकवादी हिजबुल मुजाहिदीन संगठन का कमांडर रियाज नायकू और उसके सहयोगियों को ढ़ेर किया था। इस कार्रवाई की गुंज पाकिस्तान में भी सुनाई पड़ी है।

भारत सिर्फ रियाज नायकू को ढ़ेर करके ही नहीं रुकेगा, बल्कि आनेवाले दिनों में अपने वरिष्ठ लष्करी अफ़सरों की हुई हत्या का बदला लेने के लिए पीओके पर हमला करेगा और गिलगित-बाल्टिस्तान प्राप्त करने के लिए लष्करी कार्रवाई करेगा, यह चिंता पाकिस्तान के माध्यम व्यक्त करने लगे हैं। इतना ही नहीं, बल्कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इम्रान खान ने भी, भारत झूठे आतंकी हमले का दिखावा करके पाकिस्तान पर हमला करेगा, यह चिंता व्यक्त की थी। लेकिन, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने व्यक्त की हुई यह शाब्दिक चिंता बेमतलब साबित होगी। भारत के हमले के सामने हम टिक नहीं पाएँगे, यह दावा पाकिस्तानी लष्करी विश्‍लेषक कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री इम्रान खान को यदि भारत के हमले का डर सता रहा है, तो फिर उसका सामना करने के लिए उन्होंने क्या तैयारी की है, यह सवाल पाकिस्तान के भूतपूर्व लष्करी अफ़सर कर रहे हैं। भारत को कितना भी धमकाया, फिर भी भारतीय सेना की ताकत के सामने पाकिस्तानी सेना का टिकना मुमकीन नहीं है, यह बात भी अब ये पूर्व लष्करी अफ़सर स्वीकार कर रहें हैं। ऐसी स्थिति में डर से भयभीत हुए पाकिस्तानी रक्षाबलों द्वारा, अब भारत को जवाब देने के लिए अपनी तैयारी पूरी हुई है, यह चित्र खड़ा कर रहा हैं। इसी के लिए पाकिस्तानी वायुसेना के लड़ाकू विमान, भारतीय सीमा से नज़दिकी क्षेत्र की हवाई सीमा में गश्‍त करने लगें हैं।

पाकिस्तानी वायुसेना के ‘एफ-१६’ और ‘जेएफ-१७’ इन लड़ाकू विमानों की गश्‍त यानी पाकिस्तान को महसूस हो रहे डर का ज़ाहिर रूप में हो रहा प्रदर्शन है, यह कहकर भारत के सामरिक विश्‍लेषक पाकिस्तान का मज़ाक उड़ा रहे हैं। इसी बीच, भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और सेनाप्रमुख एवं अन्य वरिष्ठ अफ़सरों की हुई बैठक ने पाकिस्तान की धड़कनें और भी बढ़ाईं हैं।

कुछ दिन पहले ही भारत के मौसम विभाग ने, ‘पीओके’ एवं ‘गिलगित-बाल्टिस्तान’ के मौसम की जानकारी अपने ‘वेदर बुलेटिन’ में शामिल करके, यह क्षेत्र भी भारत का अभिन्न अंग होने की याद पाकिस्तान को दिलाई थी। इसके बाद दूरदर्शन और ऑल इंड़िया रेड़ियो ने भी मौसम विभाग का अनुकरण किया था। इस वजह से, भारत ज़ल्द ही ‘पीओके’ और गिलगित-बाल्टिस्तान पर कब्ज़ा करने के लिए हमला करेगा, यह डर पाकिस्तान के माध्यम ज़ाहिर करने लगे थे। इस पृष्ठभूमि पर, पाकिस्तान ने भारतीय हवाई सीमा से नज़दिकी क्षेत्र में शुरू की हुई गश्‍त यानी भारत के हमले को टालने के लिए की हुई कोशिश साबित होती है।

हंड़वारा में हुए आतंकी हमले के बाद भारत दोबारा बालाकोट जैसा हवाई हमला कर सकता है। इसे टालना हों, तो हवाई गश्‍त करने के अलावा अन्य कोई विकल्प नहीं है, ऐसा कुछ अंदाजा पाकिस्तान रखता हुआ दिख रहा है। लेकिन, पीओके और गिलगित- बाल्टिस्तान यह भारत का अभिन्न अंग हैं और उसपर कब्ज़ा करने का प्लैन भी सेना ने पूरी तरह से तैयार किया है, यह घोषित करके पूर्व सेनाप्रमुख जनरल व्ही. के. सिंग ने पाकिस्तान पर मानसिक दबाव और भी बढ़ाया है। भारतीय सेना उचित समय पर अपने इस प्लैन को कार्यान्वित करेगी, यह चेतावनी भी पूर्व सेनाप्रमुख जनरल व्ही. के. सिंग ने दी है।

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