भारत-तालिबान की प्राथमिक चर्चा से पाकिस्तान बेचैन

इस्लामाबाद – भारतीय शिष्टमंड़ल के अफ़गानिस्तान दौरे पर तालिबान ने बयान किया है। भारत के साथ बेहतर संबंधों की यह शुरूआत होगी, ऐसा तालिबानी हुकूमत ने कहा है। साथ ही आनेवाले समय में अफ़गान सेना के अधिकारियों को ट्रेनिंग के लिए भारत भेजने में दिक्कत नहीं होगी, ऐसा तालिबान का रक्षामंत्री मुल्ला याकूब ने कहा। इससे बेचैन हुए पाकिस्तान ने कहा कि, अफ़गानिस्तान में अन्य कोई भी देश विघातक भूमिका ना निभाए। इससे भारत और तालिबान के संबंधों से पाकिस्तान खौफ में होने की बात स्पष्ट हो रही है।

अफ़गानिस्तान में तालिबान की हुकूमत स्थापित होने के बाद अपना सुवर्णयुग शुरू होगा, ऐसा पाकिस्तान का मानना था। इसी वजह से राजधानी काबुल तालिबान के हाथ लगने के बाद पाकिस्तान में खुशियां मनाई गई थीं। पर अब पाकिस्तान और तालिबान के संबंध सामान्य नहीं रहे। बल्कि, अफ़गानिस्तान-पाकिस्तान की ड्युरंड लाईन पर मुठभेड़ होने लगी है। इसके अलावा पाकिस्तान की कुछ माँगें तालिबान ने स्पष्ट तौर पर ठुकरायी हैं। इसी मात्रा में तालिबान भारत से संबंध सुधारने की कोशिश कर रहा है, यह स्पष्ट होने लगा है।

अफ़गानिस्तान में भारत अपना दूतावास शुरू करे, तथा अफ़गानिस्तान में अपने विकास प्रकल्पों का काम भी शुरू करे, यह प्रस्ताव तालिबान ने दिया था। साथ ही भुखमरी का सामना कर रही अफ़गानी जनता के लिए भारत ने तकरीबन ५० हज़ार टन गेहूं प्रदान करने का ऐलान किया, इसका संज्ञान भी तालिबानी हुकूमत को लेना पड़ा। साथ ही कोरोना के टीके और दवाईयों की आपूर्ति करके भारत ने तालिबान को अपना बनाया, ऐसे दावे पाकिस्तान के विश्लेषक और पत्रकार कर रहे हैं। भारत ने अब तक अफ़गान जनता के लिए की हुई सहायता अफ़गानियों तक सही ढ़ंग से पहुँची है या नहीं, इसे देखने के लिए भारत के शिष्टमंड़ल ने अफ़गानिस्तान का दौरा किया था।

भारत के राजनीतिक अधिकारी जे.पी.सिंह के नेतृत्व में अफ़गानिस्तान पहुँचे इस शिष्टमंड़ल का तालिबान ने स्वागत किया। इस दौरान हुई चर्चा भारत के साथ बेहतर संबंधों की शुरूआत साबित होगी, ऐसा तालिबान ने कहा था। इसके बाद एक भारतीय समाचार चैनल को दिए गए साक्षात्कार में तालिबान के रक्षामंत्री मुल्ला याकूब के बयान काफी चर्चा में थे। अफ़गान सेना अधिकारियों को भारत में प्रशिक्षण पाने के लिए भेजने में कोई दिक्कत नहीं, ऐसा उन्होंने कहा था।

तालिबान इस तरह से भारत से संबंध स्थापित करने की कोशिश करने पर पाकिस्तान खौफ में दिख रहा है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता असिम इफ्तिकार ने इस पर कहा कि, अफ़गानिस्तान में कोई भी देश विघातक भूमिका ना निभाए। पाकिस्तान को शांत, स्थिर और समृद्ध अफ़गानिस्तान की उम्मीद है, यह भी उन्होंने कहा। असल में अफ़गानिस्तान में भारत नकारात्मक भूमिका निभा रहा है, यह आरोप पाकिस्तान का विदेश मंत्रालय लगा रहा है। इस पर किसी से समर्थन प्राप्त होने की संभावना नहीं। बल्कि, अफ़गानिस्तान में पाकिस्तान ने ही अब तक नकारात्मक भूमिका अपनायी थी, इस पर कई देश सहमत हैं।

तालिबान की हुकूमत स्थापित होने के बाद अफ़गानिस्तान में पाकिस्तान की उम्मीदनुसार बातें नहीं हो रही हैं। बल्कि, पाकिस्तान की चिंता बढ़ानेवाली गतिविधियाँ अफ़गानिस्तान में जारी हैं। अगले समय में भारत तालिबान का इस्तेमाल करके पाकिस्तान को चुनौती देगा, यह ड़र पाकिस्तान के विश्लेषक व्यक्त कर रहे हैं।

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