पाकिस्तान की सर्वोच्च अदालत का इम्रान खान को झटका

इस्लामाबाद – प्रधानमंत्री इम्रान खान और राष्ट्रपती अरिफ अल्वी ने पाकिस्तान की संसद भंग करने का निर्णय किया| लेकिन, इस पर कार्यान्वयन करना पाकिस्तान की सर्वोच्च अदालत के आदेश पर निर्भर होगा, ऐसा पाकिस्तान के सरन्यायाधीश उमर अता बंदियाल ने घोषित किया| हमने विपक्ष को परास्त करने के दावे इम्रान खान और उनके समर्थक कर रहे थे| लेकिन, पाकिस्तान के सरन्यायाधीश के इस ऐलान की वजह से चित्र बदलता हुआ दिख रहा है| पर, इन सभी गतिविधियों से भी ज्यादा इम्रान खान ने अपने खिलाफ अंतरराष्ट्रीय साज़िश के बयान ने पाकिस्तान में बड़ी हलचल मचाई है|

पाकिस्तान की सर्वोच्च अदालत का इम्रान खान को झटकाइम्रान खान ने आरोप लगाया कि, अमरीका के विदेश विभाग के डोनाल्ड लू नामक अधिकारी ने हमारी सरकार गिराने की साज़िश रची थी| पाकिस्तान के अमरीका में नियुक्त राजदूत असाद मजिद को डोनाल्ड लू ने धमकाया था| इम्रान खान की सरकार के विरोध में अविश्‍वासदर्शक प्रस्ताव पारित नहीं हुआ और अगर यह सरकार बच गई, तो इसके परिणाम काफी गंभीर होंगे, ऐसा इशारा इस अमरिकी अधिकारी ने राजदूत असाद मजिद को दिया|

इम्रान खान ने यह आरोप लगाने के बाद पाकिस्तानी माध्यमों में इस पर जोरदार चर्चा शुरू हुई| यदि अमरीका इम्रान खान के खिलाफ इतनी बड़ी साज़िश रच रही थी, तो उन्होंने इसकी जानकारी देश को पहले ही क्यों नहीं दी? ऐसे सवाल विपक्षी नेता कर रहे हैं| इम्रान खान को सत्ता से हटाने की प्रक्रिया जारी थी| इसी बीच इस्लामी देशों की ओआईसी परिषद का भी पाकिस्तान में आयोजन हुआ| इस परिषद के लिए इम्रान खान की सरकार ने अमरीका को भी न्यौता दिया था, वह किस लिए? ऐसा सवाल विपक्ष के कुछ नेताओं ने किया है|

अपनी सरकार को बचाने के लिए इम्रान खान ऐसे अंतरराष्ट्रीय साज़िश का आरोप लगा रहे हैं और इसमें बिल्कुल सच्चाई नहीं है, ऐसा विपक्ष का कहना है| सभी मोर्चों पर नाकाम रहे इम्रान खान पाकिस्तानी जनता की सहानुभूति पाने के लिए ऐसे बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं| लेकिन, इससे उन्हें लाभ नहीं मिल सकता, ऐसा विपक्ष के नेता ड़टकर कह रहे हैं| इसी के साथ हम अकेले ही देशभक्त हैं और अन्य सभी देशद्रोही होने का आरोप लगाने वाले इम्रान खान काफी बड़ा गुनाह कर रहे है, ऐसा पाकिस्तान के माध्यमों का कहना है|

ऐसी स्थिति में पाकिस्तान की सर्वोच्च अदालत की ओर इस देश की नज़रें लगी हैं| इम्रान खान और राष्ट्रपति अल्वी के निर्णय अदालत ने खारिज किए तो उनकी सरकार को अविश्‍वासदर्शक प्रस्ताव का सामना करना पडेगा, या फिर उससे भी पहले इम्रान खान प्रधानमंत्री पद का इस्तीफा देने के लिए मज़बूर होंगे| जैसे ही वे इस पद से हट जाते हैं, पाकिस्तान की सेना इम्रान खान को उनकी जगह दिखाएगी, यह चर्चा भी पाकिस्तान में हो रही है|

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