पाकिस्तान को आतंकियों के विरोध में कार्रवाई करनी ही होगी – भारतीय उप-राष्ट्रपति व्यंकय्या नायडू

बाकू – ‘अंतरराष्ट्रीय समुदाय का भरौसा प्राप्त करना है तो पाकिस्तान को पहले आतंकवाद की राह छोडनी होगी| पर, फिलहाल पाकिस्तान जागतिक आतंकवाद का केंद्र बना है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को सबसे अधिक खतरा आतंकवाद से ही बनाता है’, ऐसे सीधे शब्दों में भारत के उप-राष्ट्रपति व्यंकय्या नायडू ने पाकिस्तान को फटकार लगाई है| अलिप्ततावादी राष्ट्रों की बैठक में भारत के उप-राष्ट्रपति ने पाकिस्तान पर यह कडी आलोचना की|

अझरबैजान की राजधानी बाकू में अलिप्ततावादी देशों की परिषद हो रही है| उप-राष्ट्रपति व्यंक्यया नायडू इस परिषद में भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे है| इस परिषद में पाकिस्तान के प्रतिनिधियों ने आतंकवाद का समर्थन करने की कोशिश भी की| इसपर भारत ने कडी प्रतिक्रिया दर्ज की है| किसी भी प्रकार से आंतकवाद का समर्थन करना मुमकिन नही होगा, इसका एहसास भारत के उप-राष्ट्रपति ने इस दौरान कराया| इसके अलावा आतंकवाद से एक, दो देश नही, बल्कि पुरे अंतरराष्ट्रीय समुदाय को खतरा बना है, यह बात भारतीय उप-राष्ट्रपति व्यंकय्या नायडू ने कही|

पाकिस्तान यह जागतिक आतंकवाद का केंद्र बना है| इस वजह से अंतरराष्ट्रीय समुदाय का भरौसा प्राप्त करना हो तो पाकिस्तान को काफी कुछ करना होगा| खास तौर पर पाकिस्तान को आतंकियों के विरोध में कार्रवाई करनी ही होगी, यह एहसास व्यंकय्या नायडू ने दिलाया| पाकिस्तान ने आतंक के रास्ते से दूर होकर आतंकी संगठनों पर कार्रवाई की तो वह पडोसी देशों समेत दुनिया के हित में होगा| पाकिस्तान का हित भी इसीमें शामिल है, यह दावा उप-राष्ट्रपति ने किया|

वर्तमान समय में तकनीक की प्रगति की वजह से आतंकियों की क्षमता कई गुना बढी है और इस कारण उनसे हो रही हरकतों से विध्वंस होने की मात्रा भी बढी है, यह बात नायडू ने इस दौरान रखी| इसी वजह से आतंकवाद की समस्या पर मात करने के लिए किसी भी प्रकार का भेद किए बिना आतंकियों पर कडी कार्रवाई करना, यह एक राह है| इस विषय पर किसी भीप्रकार का कारण आगे करना मुमकिन नही होगा, यह भी नायडू ने कहा|

आतंकियों पर कडी कार्रवाई करने के लिए अधिक से अधिक कठोर कानून की आवश्यकता है, यह कहकर उप-राष्ट्रपति व्यंकय्या नायडू ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय ऐसे कानून करें, यह मांग उन्होंने की| साथ ही चरमपंथी विचारधारा और हिंसा का किसी भी प्रकार का समर्थन नही हो सकता, यह बात भी भारतीय उप-राष्ट्रपति ने इस दौरान डटकर रखी|

कश्मीर का मुद्दा उपस्थित करके वहां की जनता अपनी मांगे पुरी ना होने से हथियार उठा रही है, यह दावा पाकिस्तान कर रहा है| जम्मू-कश्मीर में आतंकियों ने शुरू की हिंसा यानी आजादी की जंग होने की बात पाकिस्तान कह रहा है| पर, अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत ने पाकिस्तान के आतंकी निती के विरोध में बनाए मोर्चे का असर दिखने लगा है और पाकिस्तान मुश्किल में फसता दिखाई दे रहा है|

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