‘पाकिस्तान के असहकार की वजह से ‘सार्क’ देश ‘बिम्सटेक’ के पास जायेंगे’ : भारत के विदेशसचिव की चेतावनी

नई दिल्ली, दि. २२ (पीटीआय)- ‘हम सार्क जैसे संगठन के सदस्य हैं| लेकिन सार्क देशों के क्षेत्रीय सहयोग पर हम ऐतराज़ जतायेंगे  ही| सार्क देशों को जोड़नेवाले व्यापार पर और परिवहन सुविधा पर हम सवाल भी करेंगे| यह सारा करने के बाद भी हम अपने आपको सार्क के अच्छे सदस्य देश के तौर पर प्रस्तुत करेंगे’ ऐसा यदि किसी को लगता हो, तो वह संभव नही है, ऐसे कड़े शब्दों में भारत के विदेशसचिव एस. जयशंकर ने पाकिस्तान को फटकारा| सीधा नाम न लेते हुए जयशंकर ने, पाकिस्तान के इस असहयोग के कारण ‘सार्क’ के सदस्य देश, पाकिस्तान सदस्य न रहनेवाले ‘बिम्सटेक’ के पास जायेंगे, यह चेतावनी दी|

‘सार्क’पंजाब के अमृतसर में ३ और ४ दिसंबर को ‘हार्ट ऑफ एशिया’ परिषद होनेवाली है| इस सम्मेलन में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के सलाहकार सरताझ अझिज शामिल होनेवाले हैं, यह खबर है| सितंबर महीने में, पाकिस्तान में आयोजित की गयी सार्क परिषद में सदस्य देशों ने शामील होने से इन्कार करने के वजह से परिषद रद हुई थी| ‘इसके पीछे भारत की साज़िश है’ यह इल्ज़ाम पाकिस्तान लगा रहा है| वहीं, ‘पाकिस्तान सार्क देशों में होनेवाले व्यापारी और परिवहन क्षेत्र के सहयोग को रोक रहा है’ यह भारत का इल्ज़ाम है| एक अभ्यासगुट को संबोधित करते समय भारत के विदेशसचिव एस. जयशंकर ने पाकिस्तान की इस नीति को लक्ष्य किया|

‘क्षेत्रीय सहयोग के लिए स्थापन हुए सार्क का सदस्यदेश बनकर भी क्षेत्रीय सहयोग को रोकने की पाकिस्तान की भूमिका लापरवाह साबित होती है| पाकिस्तान ने यदि अपनी यह भूमिका कायम रखी, तो सार्क के सदस्यदेश पाकिस्तान सदस्य न रहनेवाले बिम्सटेक में शामिल होंगे| पाकिस्तान को एकाकी बनाते हुए क्षेत्रीय सहयोग आगे ले जायेंगे’ यह भरोसा इस दौरान जयशंकर ने जताया| इस दिशा में भारत ने पिछले दो सालों से कोशिश शुरू की है, यह सामने आ रहा है|

सार्क के माध्यम से बढ़नेवाले क्षेत्रीय सहयोग में पाकिस्तान रुकावटें पैदा कर रहा है| भारत ने इस क्षेत्र के देशों के साथ द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाते हुए, व्यापारी और परिवहन की सुविधाएँ विकसित करने की तैय्यारी शुरू की है| इसे पड़ोसी देशों का अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है| गोवा में संपन्न हुई ‘ब्रिक्स’ परिषद की पृष्ठभूमि पर भारत ने, ‘बिमस्टेक’ के सदस्य देशों के साथ ‘बिम्सटेक’ परिषद का आयोजन किया था| इसे भी अच्छा प्रतिसाद मिला था| लेकिन पाकिस्तान, ‘यह भारत द्वारा उसे घेरने की कोशिश का भाग है, यह मानता है|

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