डॉ. एम्. जी. के. मेनन

डॉ. एम्. जी. के. मेनन

देश के विकास में बहुत बड़े पैमाने पर योगदान देनेवाले वैज्ञानिक देश के हर एक राज्य का कारोबार चलाने का और संपूर्ण देश की वैज्ञानिक नीति आदि निश्‍चित करने का उत्तरदायित्व उस देश की सरकार पर होता है। इसके लिए प्रागतिक विचारों के केबिनेट मंत्रिमंडल का होना ज़रूरी होता है। देश के वैज्ञानिक विकास का […]

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डॉ. यश पाल

डॉ. यश पाल

अवकाश संशोधन क्षेत्र में महत्त्वपूर्ण योगदान देनेवाले वैज्ञानिक विभिन्न प्रकार की चुनौतियाँ हमारे समक्ष समय-समय पर आ खड़ी होती हैं और उन्हीं चुनौतियों के अनुसार समाज बड़े-बड़े विद्वानों के, विचारकों के, वैज्ञानिकों के मतानुसार उन चुनौतियों का उत्तर ढूँढ़ने की कोशिशें करता रहता है। समाज प्रबोधन हेतु भी अनेक वैज्ञानिक आगे बढ़ते हुए दिखाई देते […]

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आर्थर क्लार्क ‘उपग्रह संदेशवहन के जनक’ (१९१७-२००८)

आर्थर क्लार्क  ‘उपग्रह संदेशवहन के जनक’ (१९१७-२००८)

मानव यह एक ऐसा प्राणि है, जिसकी कल्पना उसके कार्य से काफी आगे की कथाएँ होती हैं, इसी लिए कालानुसार अन्य साहित्य-सामग्रियों की तुलना में वैज्ञानिक ही स्थिर रह सकते हैं।’ यह थी आर्थर क्लार्क की राय। इंग्लैंड में जन्मे क्लार्क को आर्थिक परेशानियों के कारण महाविद्यालयीन शिक्षा हासिल करना संभव नहीं था। १९४१-४६ की […]

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परग्रहवासियों की खोज के लिए ‘आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस’ का इस्तेमाल होगा – अमरिकी संसद का एक करोड़ डॉलर्स का प्रावधान

परग्रहवासियों की खोज के लिए ‘आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस’ का इस्तेमाल होगा – अमरिकी संसद का एक करोड़ डॉलर्स का प्रावधान

वॉशिंगटन – परग्रहवासियों के खोज की कोशिश फिर से तेज होने के संकेत मिल रहे हैं। अमरिकी संसद ने इसके लिया पहल की है और इसके लिए एक करोड़ डॉलर्स का प्रावधान किया जाने वाला है। रिपब्लिकन पार्टी के संसद सदस्य लॅमारस्मिथ ने इस संदर्भ में प्रस्ताव रखा है। परग्रहवासियों की खोज के लिए ‘आर्टिफीसियल […]

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भारतीय उपग्रह प्रक्षेपण का शतक

भारतीय उपग्रह प्रक्षेपण का शतक

श्रीहरिकोटा: संपूर्ण रूप से भारतीय बनावट का १००वा उपग्रह अंतरिक्ष में छोड़कर भारतीय अन्तरिक्ष संशोधन संस्था ने (इस्रो) ने इतिहास रचा है। शुक्रवार को इस्रो ने ‘पीएसएलवी’ प्रक्षेपक द्वारा ‘कार्टोसैट-२एफ’ उपग्रह के साथ ३१ उपग्रह अंतरिक्ष में सफलतापूर्वक छोड़कर, अपने इतिहास में एक और मुहिम सफल की है। इस्रो के इस सफलता के बारे में […]

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पृथ्वी पर दिखाई देने वाली ‘अज्ञात उड़न तश्तरियों’ की खोज शुरू थी- अमरिका के रक्षा विभाग की स्वीकृति

पृथ्वी पर दिखाई देने वाली ‘अज्ञात उड़न तश्तरियों’ की खोज शुरू थी- अमरिका के रक्षा विभाग की स्वीकृति

वॉशिंग्टन: अमरिका के डेमोक्रेट पार्टी के वरिष्ठ नेता और सिनेटर हैरी रीड की सूचना पर, पृथ्वी पर देखे जाने वाली ‘अज्ञात उड़न तश्तरियों’ की खोज शुरू की गई थी, इस बात का खुलकर अमरिकी रक्षा विभाग ने स्वीकार किया है। इस तरह से अधिकृतरूप से सरकारी स्तरपर स्वीकार करना, यह अमरिका के इतिहास की पहली […]

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रशिया और चीन के संबंध इन दिनों ‘सर्वोत्तम’ स्तर पर- रशिया के ‘सोव्हरिन फण्ड’ के प्रमुख की पुष्टि

रशिया और चीन के संबंध इन दिनों ‘सर्वोत्तम’ स्तर पर- रशिया के ‘सोव्हरिन फण्ड’ के प्रमुख की पुष्टि

मोस्को: ‘चीन रशिया के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण सामरिक हिस्सेदार बन गया है। इन दिनों रशिया और चीन का संबंध इतिहास के सर्वोत्तम स्तर पर है’, ऐसी पुष्टि रशिया सरकार के ‘सोव्हरिन फण्ड’ के प्रमुख किरिल दिमिट्रीव ने की है। छः महीनों पहले ही रशिया और अमरिका के बिच द्विपक्षीय संबंध शीत युद्ध के बाद का […]

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इसरो की नयी मुहीम क़ामयाब; ‘कार्टोसॅट-२ई’ समेत ३१ उपग्रहों का सफल प्रक्षेपण

इसरो की नयी मुहीम क़ामयाब; ‘कार्टोसॅट-२ई’ समेत ३१ उपग्रहों का सफल प्रक्षेपण

श्रीहरिकोटा, दि. २३: एक के बाद एक सफलता की बुलंदियाँ हासिल करनेवाले ‘भारतीय अंतरिक्ष संशोधन संस्थान’ (इसरो) ने शुक्रवार को एक और अवकाश मुहीम सफल कर दिखायी है| इसरो ने एक ही समय ३१ उपग्रह अवकाश में प्रक्षेपित किये होकर, इनमें २९ विदेशी उपग्रहों का समावेश है| इसके अलावा सेना के अभियान के लिए उपयोगी […]

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इस्रो की ऐतिहासिक सफलता; चार टन के वज़न के उपग्रह का प्रक्षेपण; ‘जीसॅट-१९’ प्रक्षेपण से इंटरनेट की गति प्रति सेकंद ४जीबी

इस्रो की ऐतिहासिक सफलता; चार टन के वज़न के उपग्रह का प्रक्षेपण; ‘जीसॅट-१९’ प्रक्षेपण से इंटरनेट की गति प्रति सेकंद ४जीबी

श्रीहरिकोटा, दि. ५ : ‘जीएसएलव्ही मार्क-३’ रॉकेट द्वारा ३ हजार १३६ किलो वज़न के ‘जीसॅट-१९’ इस उपग्रह क प्रक्षेपण करके भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इस्रो) ने इतिहास रचा है| भारत के भविष्य की दिशा तय करनेवाले प्रक्षेपण के तौर पर इस्रो के इस प्रक्षेपण की ओर देखा जा रहा ह| इसलिए, केवल देश का ही […]

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फ्रेड हॉएल

फ्रेड हॉएल

‘पृथ्वी के चारों ओर अंतरिक्ष में क्या है’, यह जानने की जिज्ञासा सर्वसामान्य नागरिकों को हमेशा से ही रही है। यह जिज्ञासा पूरी करने के लिए खगोलशास्त्रज्ञ अथक निरीक्षण करते रहते हैं। इस निरीक्षण से विश्‍वसंकल्पना के सिद्धांत खगोलशास्त्रज्ञ बनाते रहते हैं, दावा करते हैं। इसके लिए अंतरिक्ष की अनिश्‍चित बातों को स्पष्ट करने के […]

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