क्रान्तिगाथा – ६

क्रान्तिगाथा – ६

अँग्रेज़ों की हुकूमत को पहला धक्का पहुँचा, २९ मार्च १८५७ के दिन। मातृभूमिभक्त भारतीय मन में ओतप्रोत भरे हुए असंतोष को प्रकट किया, मंगल पांडे नाम के एक सैनिक ने अपनी कृति के द्वारा। सारे भारत भर में एक चेतना की लहर दौड़ गयी, इस ग़ुलामी को खत्म कर देने के लिए, उद्धत और खूँखार […]

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सातारा भाग-२

सातारा भाग-२

समर्थ रामदासजी अर्थात् रामदासस्वामीजी ये महाराष्ट्र के एक अग्रसर संतपुरुष थे। वे छत्रपति शिवाजी महाराज के गुरु थे। विदेशी आक्रमकों की ग़ुलामी में रहनेवाली और इस ग़ुलामी के कारण ही दुर्बल बन चुकी उस समय की जनता को जगाने का कार्य समर्थजी ने किया। समर्थजी का अध्यात्म यह निवृत्तिवादी न होते हुए कर्मयोग का था। […]

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जम्मू-कश्मीर की हिंसा रोकने के लिए केंद्र सरकार ‘हुरियत’ के साथ चर्चा करें : सर्वपक्षीय प्रतिनिधिमंडल की माँग

जम्मू-कश्मीर की हिंसा रोकने के लिए केंद्र सरकार ‘हुरियत’ के साथ चर्चा करें : सर्वपक्षीय प्रतिनिधिमंडल की माँग

नई दिल्ली, दि. ७ (पीटीआय)- केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंग की अध्यक्षता के साथ जम्मू-कश्मीर की यात्रा कर आये सर्वपक्षीय प्रतिनिधिमंडल की बैठक हुई| केंद्र सरकार इस राज्य के सभी सदस्यों से साथ वार्तालाप करके इस समस्या का हल निकालें, ऐसी माँग इस प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने की है| वहीं, कुछ लोगों ने, इस प्रतिनिधिमंडल की […]

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प्रयाग भाग- ३

प्रयाग भाग- ३

आज के इंटरनेट के आधुनिक युग में खत भेजनेवालों की संख्या का घट जाना यह स्वाभाविक बात है। बदलते जमाने के साथ साथ बदलनेवाले विज्ञान ने आज इंटरनेट, एस्.एम्.एस्. जैसे इन्स्टंट मार्ग उपलब्ध कराए हैं, इसीलिए खत लिखना यह बात दुर्लभ होती जा रही है। फिर  भी हमारे मन में एक सवाल उपस्थित होता है […]

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स्वतंत्रता दिवस के संदेश में ‘पीओके’ और बलुचिस्तान का ज़िक्र कर प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान को बनाया निशाना

स्वतंत्रता दिवस के संदेश में ‘पीओके’ और बलुचिस्तान का ज़िक्र कर प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान को बनाया निशाना

नई दिल्ली, दि. १५ (पीटीआय) – स्वतंत्रता दिवस  के अवसर पर लाल क़िले से देशवासियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने, ‘पाकिस्तान के क़ब्जेवाले कश्मीर’ (पीओके) समेत बलुचिस्तान का ज़िक्र करते हुए पाकिस्तान को जोर का झटका दिया| ‘पाकिस्तान के पेशावर के स्कूल में हुए हमले के बाद भारतीयों से आँसू रोके नहीं […]

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समय की करवट (भाग ५) – माय भारत इज द बेस्ट!

समय की करवट (भाग ५) – माय भारत इज द बेस्ट!

समय जब करवट बदलता है, तब घटित होनेवाले स्थित्यंतर, हम हमारे देश के विषय में देखते जा रहे हैं। सबसे अहम बात, हमारा देश यह शहरी ‘इंडिया’ और ग्रामीण ‘भारत’ इन दो भागों में किस तरह विभाजित होता जा रहा है और यह बात किस तरह, भारत के महासत्ता बनने के आड़े आ रही है, […]

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लेह-लद्दाख़ (भाग-४ )

लेह-लद्दाख़ (भाग-४ )

मीलों तक फैला  हुआ प्रदेश, जहाँ हरियाली का नामोंनिशान तक नहीं है, लेकिन बर्फ है, ऐसे कईं छोटे-मोटे पर्वत और उनके आस-पास का रेगिस्तान। ऐसा है यह लेह-लद्दाख़ का प्रदेश। ऐसे इस प्रदेश में जहाँ हरियाली बहुत ही कम दिखाई देती है, वहाँ आकर मनुष्य भला कैसे बस गया, यह एक सवाल मन में उठता […]

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राष्ट्राय स्वाहा, राष्ट्राय इदं न मम।

राष्ट्राय स्वाहा,  राष्ट्राय इदं न मम।

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ – भाग ४४   श्रीगुरुजी के निर्वाण का वृत्त सर्वत्र फ़ैल  गया और  ६ जून को उनके अंतिम दर्शन करने नागपूर के ‘महाल’ कार्यालय में भारी मात्रा में भीड़ इकट्ठा हुई। गुरुजी से प्रेम करनेवालों पर तो माने दुख का पहाड़ ही टूट पड़ा था। अपने निर्वाण से पहले पूजनीय डॉक्टर […]

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गुरुजी का महानिर्वाण

गुरुजी का महानिर्वाण

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ – भाग ४३ सन १९६५  में हुआ युद्ध और सन १९७१ में हुआ युद्ध, इनमें एक मूलभूत फर्क था। सन १९७१ में भारत का सेनादल युद्ध के लिए पूरी तरह सिद्ध था। चीन ने जब सन १९६२ में आक्रमण किया, उस समय भारत सतर्क नहीं था। उस समय के राजनीतिक नेतृत्व […]

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गुरुजी का वास्तव्य

गुरुजी का वास्तव्य

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ – भाग ४२ ‘गुरुजी, आपका वास्तव्य कहाँ पर रहता है?’ – ऐसा किसी ने पूछा। ‘रेल के डिब्बे में!’, गुरुजी ने एकदम सहजता से उत्तर दिया। यह गुरुजी द्वारा किया हुआ हँसीमज़ाक नहीं था। वाक़ई गुरुजी ने अपने जीवन का बहुत समय प्रवास में व्यतीत किया है। कई बार देशभ्रमण करनेवाले […]

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