ऑनलाइन ब्लड और आय बॅंक

‘बिना मरे स्वर्ग नहीं दिखाई देता’ कुछ दिनों पहले ऐसा ही एक किस्सा सुना था। मेरे एक मित्र के चाचा को किसी महत्त्वपूर्ण ऑपरेशन के लिए (शस्त्रक्रिया हेतु) अस्पताल में भर्ती करना पड़ा। ऑपरेशन भी कुछ ऐसा था कि उसे कुछ घंटों में ही करना ज़रूरी था। उस ऑपरेशन के लिए उन्हें खून की तुरंत ज़रूरत थी। जिस अस्पताल में उन्हें रखा गया था वहाँ पर उन्हें साफ-साफ शब्दों में कह दिया गया था कि, ‘इनके लिए लगनेवाले खून का इंतजाम तुम्हें ही करना होगा। यदि तुम हमें एक बोतल खून देते हो तब ही हम तुम्हें उसके बदले में एक बोतल खून देंगे’। ऐसी मुसीबत की घड़ी में यह व्यावसायिक दृष्टिकोन कुछ अमानवीयसा लगा, परन्तु आज के दौर में अनेक अस्पतालों में यही blood bankदृष्टिकोन अनेक रुग्णों एवं उनके आप्तों को नज़र आता है। ऐसा उत्तर मिलते ही उस रुग्ण एवं उसके रिश्तेदारों का मनोबल टूट जाता है।

सर्वप्रथम प्रश्न यह उठता है कि मेरे परिचित रक्तदाता जो कोई भी हैं वे अभी इस समय रक्त देने के स्थिति में होंगे क्या? इसके पश्चात महत्त्वपूर्ण प्रश्न यह उठता है कि यदि कोई है भी तो मुझे जिस विशिष्ट रक्तग्रुप की ज़रूरत है उसमें वह होगा क्या? इसके बाद शुरु होती है हमारी भागम-भाग एवं फोन पर फोन करना। मान लो हमारे पास ऐसे लोगों की सूची है जिस में रक्त देने वाले इच्छुक लोगों का नाम एवं मान लो ये सारी सुविधाएँ उपलब्ध हैं तब तो हमारा मानसिक तनाव एवं समस्यायें ज़रूर कम हो जायेगी।

इसके अलावा अनेक लोग रक्तदान की इच्छा रखते हुए भी वे रक्तदान नहीं कर पायेंगे कारण रक्तदान करने के लिए उस स्थान का ज्ञान न होने के कारण, वहाँ के वातावरण के प्रति होने वाले भय के कारण। इन्हीं कारणों से लगभग ९० प्रतिशत भावी रक्तदाता रक्तदान करने से पहले ही हिचकिया जाते हैं। www.bharatbloodbank.com, www.friendstosupport.org, www.indianbloodbank.com ये कुछ इसी प्रकार के संकेत स्थल हैं, जहाँ पर अनेक रक्तदाता रजिस्टर्ड हैं, एवं इन रक्तदाताओं की संपूर्ण जानकारी (उदा.- नाम, फोन नंबर, ब्लडग्रुप, पिछली बार रक्त देने की तारीख दर्ज की गई होती है) हमारे लिए मुफ्त में ही उपलब्ध है। इन संकेत स्थलों के अलावा और भी कुछ संकेत स्थल उपलब्ध हैं परन्तु ऊपर उल्लेख किए गए संकेत स्थलों का उपयोग बिलकुल सामान्य व्यक्ति भी आसानी से कर सकता है।

रुग्णों के लिए ऑनलाईन ब्लड बैंक :blood bank 1

इन सभी साईट्‌स का प्राथमिक उपयोग यही है कि रक्त के ज़रूरतमंद मरीजों के लिए त्वरित रक्त का इंतजाम करना। इसके लिए इन साईट्‌स पर पहले ही उल्लेखित किए नुसार रक्तदाताओं की सूची, उनके नाम, संपर्क क्रमांक, ब्लडग्रुप, लिंग आदिसहित होती है। इस सूची को ढूँढ़ते समय हमारी सुविधा के लिए इन साईट्‌स पर फोल्टस उपलब्ध हैं इससे हमें ढूँढ़ने में आसानी होती है।

उदा. – मान लो किसी व्यक्ति को ‘O+ve’ रक्त की आवश्यकता है। वह रुग्ण ‘मुम्बई’ में ‘अंधेरी’ नामक स्थान पर रहता है। तब ऐसे रुग्ण के लिए रक्तदाता की खोज करते समय हमें ब्लडग्रुप ‘O+ve’ का चुनाव करना है, इसके पश्चात भारत में महाराष्ट्र राज्य को चुनना है, इसके पश्चात जिला में ‘मुंबई-उपनगर’ के ‘अंधेरी’ विभाग में रहनेवाले सभी रक्तदाताओं की सूची हमें अपने स्क्रीन पर दिखाई देगी।

रक्तदाताओं का नाम दर्ज की गई सूची :(रजिस्ट्रेशन)

रक्तदाता के रुप में यदि हम इन साईट्‌स पर अपना नाम दर्ज करवाते हैं तब हमें अपना संपर्क क्रमांक नाम एवं ब्लडग्रुप यह अपनी व्यक्तिगत जानकारी इन साईट्‌स पर देनी पड़ती है। इसके पश्चात् हम इस साईट्‌स के अधिकृत रक्तदाता हो जाते हैं। हमारी यह व्यक्तिगत जानकारी पूरी दुनिया देखेगी इस बात का ध्यान एवं तैयारी हमें रखनी चाहिए। कारण रक्त की ज़रूरत पड़ने पर उस रुग्ण के आप्तों को इस साईट्‌स पर अपनी जानकारी ऑनलाईन पर दिखाई देना जरूरी है। इससे वे त्वरित ही हमारे साथ संपर्क कर सकते हैं। हमारे इस व्यक्तिगत जानकारी देने से यदि किसी की जान बच सकती है तब ऐसे में हमें कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए। इन साईट्‌स पर रक्तदाता के रुप में हमारी शारिरीक गुण एवं क्षमता कितनी होनी चाहिए इस बात की संपूर्ण सूची (चेकलिस्ट) दी गई होती है। इससे हम रक्त देने की योग्यता रखते हैं या नहीं इस बात की जाँच-पड़ताल हम वहीं पर कर सकते हैं।  रक्तदाताओं को अपनी शारिरीक क्षमता बढ़ाने के लिए योग्य सुझाव भी इन साईट्‌स पर दिया गया हैं। इसके अलावा रक्तदान के बारे में कुछ गलतफहमियों को दूर करने के लिए एवं रक्त व रक्तदान के बारे में संपूर्ण जानकारी देने के लिए इन साईट्‌स पर कुछ पाठ एवं ज्ञान भी हमारे लिए उपलब्ध हैं।

मान लो यदि रक्तदाता के रुप में इन साईट्‌स पर हमने अपना नाम दर्ज़ किया है परन्तु हमें किसी कारण वश (शारिरीक अथवा अन्य) कुछ समय तक रक्त देने की मनाई है अथवा हमारी इच्छा नहीं है तब हम उस तरह से लॉगीन करके, इन साईट्‌स पर सूचित कर सकते हैं। इस प्रकार के सूचना देने पर जब तक हम हाँ नही कहेंगे तब तक हमारा नाम प्रदर्शित नहीं किया जायेगा। इसके अलावा एक बार यदि हम रक्तदान करते हैं तब अगले तीन महीनों के लिए सूची से हमारा नाम निकाल दिया जाता है। (दो रक्तदानों के बीच का अंतर कम से कम तीन महीने होना ज़रूरी है) और हम जिस समाज में रहते हैं उस समाज के प्रति हमारा सामाजिक कर्त्यव्य होता है कि हमें रक्तदान करना चाहिए। इसीलिए कहा गया है कि, ‘कुछ पाने के लिए कुछ खोना भी पड़ता है।’ इसीलिए ज़रूरी है ऐसे दबाव डालने वाले शब्दों का उपयोग न करते हुए भी हमें स्वयं यह सोचना चाहिए कि आज यदि मैं दूसरों की मदद करता हूँ तब कल को यदि मेरे किसी आप्तजन पर कोई मुसीबत आन पड़ती है तो ऐसे में दूसरा कोई भी मेरे लिए दौड़कार ज़रूर आयेगा।

इन साईट्‌स के कुछ अन्य फिचर्स :

भारत ब्लडबैंक डॉट कॉम एवं इंडिया ब्लॅडबैंक डॉट कॉम से हम अपने अन्य परिचितों को भी रेफरन्स ई-मेल भेजकर उन्हें रक्तदान के लिए उत्तेजित कर सकते हैं। इन साईट्‌स पर हमें रक्त का स्तर सुधारने के लिए जानकारी एवं युक्तियों की सोची दी गई हैं।

यदि हमें रक्तदान जैसे पवित्र कार्य में स्वयंसेवक (वॉलेंटियर) के रुप में काम करने की इच्छा है तब हम फ्रेंडस्‌टूसपोर्ट डॉट ऑर्ग पर स्वयंसेवक के रुप में अपना नाम दर्ज कर सकते हैं।

इंडिया ब्लडबैंक डॉट कॉम एवं भारत ब्लडबैंक डॉट कॉम इन साईट्‌स पर भारत की कुल २४० ब्लडबैंकों की सूची हैं। इन सूचियों में हम विशिष्ट राज्य एवं शहरों के ब्लडबैंकों की ज़ानकारी ढूँढ़ सकते हैं। इन सूचियों में दी गई सभी ब्लडबैंक की जानकारी (नाम, संपर्क स्थापित करनेवाले व्यक्ति, संपर्क जानकारी एवं पता आदि) इन साईट्‌स उपलब्ध हैं। यदि हमें अपने अथवा हमारे जानकारी के किसी ब्लडबैंक के नाम का इस सूचि में समाविष्ट करना है तब वह भी हम कर सकते हैं।

इसके साथ ही एक रक्तदाता के रुप में आने वाले अनुभवों को अथवा प्राप्त होने वाले संतोष को, खुशी को, भी हम इन साईट्‌स पर व्यक्त कर सकते हैं जिसे पढ़कर अन्य लोगों को भी रक्तदान के लिए प्रेरणा मिलेगी (अन्य लोग भी रक्तदान के लिए उत्तेजित होंगे)।

ऑन लाईन आय बैंक :

भारत ब्लडबैंक डॉट कॉम की ही और भी एक साईट है। www.bharateyebank.org. इन साईट्‌स पर हम नेत्रदाता (आयडोनर) के रुप में अपना नाम दर्ज कर सकते हैं। इसके लिए इस साईट्‌स पर हम मुफ्त में अपना नाम दर्ज कर सकते हैं। यहाँ पर नाम दर्ज कर देने पर हमें साईट्‌स की ओर  से ‘आय प्लेज कार्ड’ दिया जाता है। इस कार्ड का उपयोग करके हम अपने पश्चात अपने नेत्रदान करने की सूचना एवं सुविधा करके रख सकते हैं। भारत आय बैंक ऑर्ग के ही समान www.sankaraeye.com एवं www.rajaneyecare.com ये दोनों साईट्‌स भी हैं जहाँ पर भी हम नेत्रदाता के रुप में अपना नाम दर्ज कर सकते हैं। मजे की बात तो यह है की www.rajaneyecare.com इन साईट्‌स पर नेत्र के रुग्णों को ऑनलाईन पर डॉक्टरों की मुफ्त सलाह भी मिलती हैं।

भारत में हर साल लगभग ९० लाख खून के बोतलों की ज़रूरत पड़ती है और उन ज़रूरतों में से ३३ प्रतिशत ज़रूरत अधूरी ही रह जाती है। हम भगवान से प्रार्थना करें कि हमारे किसी भी आप्तजन को  उनके ज़रूरत पड़ने पर खून की कमी के कारण किसी भी प्रकार की यातना न भुगतनी पड़े। और मान लो  यदि ऐसा हो भी जाता है तब? ऐसे ही समय में – ‘कुछ पाने के लिए कुछ खोना भी पड़ता है’ इस सिद्धांत को याद रखना चाहिए। पवित्र ग्रंथों में रक्तदान का श्रेष्ठदान के रुप में उल्लेख भी किया गया है। साथ ही परमात्मा ने भी ‘एक मनुष्य का दूसरे मनुष्य के लिए दिए जाने वाले खून के एक बूँद का दान भी मुझे अधिक प्रिय है।’ इस प्रकार से उल्लेख ग्रंथ में किया ही है। फिर रक्तदान की तैयारी है ना? (तब फिर रक्तदान के लिए तैयार हो ना?)

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