उत्तर कोरिया के साथ चर्चा का समय निकल गया – संयुक्त राष्ट्रसंघ के अमरीकी राजदूत का इशारा

न्यू यॉर्क/सेवूल: ‘उत्तर कोरिया की समस्या चर्चा के आधार पर सुलझाने का समय चला गया है। अब उत्तर कोरिया के खिलाफ कड़े कदम उठाने की आवश्यकता हे और चीन ने इसके बारे में अपनी भूमिका स्पष्ट करने का समय आ गया है’, इन शब्दों में संयुक्त राष्ट्रसंघ के अमरीकी राजदूत निकी हैले ने इशारा दिया है। उत्तर कोरिया के मामले में संयमी रवैया अपनाने का आवाहन करने वाले चीन को संबोधित करते हुए अमरीकी राजदूत निकी हैले ने यह इशारा दिया है।

पिछले महीने में दो बैलिस्टिक मिसाइलों का परिक्षण करके अमरीका के शहर अपनी मिसाइलों के दायरे में आने की धमकी उत्तर कोरिया ने दी थी। इसके बाद कोरिया पर कठोर प्रतिबन्ध लगाने का मुद्दा संयुक्त राष्ट्रसंघ में उपस्थित किया गया।

अमरीकी राजदूतकठोर प्रतिबन्ध लगाकर उत्तर कोरिया पर दबाव डालने के अलावा दूसरा कोई चारा नहीं है, ऐसा अमरीका राजदूत ने कहा है। उत्तर कोरिया पर लगे इन प्रतिबंधों को चीन समर्थन देगा क्या, इस पर चीन अपनी भूमिका स्पष्ट करे, ऐसा भी निकी हैले ने कहा। अमरीकी राजदूत की इस आक्रामक भूमिका पर संयुक्त राष्ट्रसंघ के चीनी राजदूतों ने प्रतिक्रिया दी नहीं है।

पिछले कुछ महीनों से उत्तर कोरिया की समस्या सुलझाने के लिए चीन पहल करे, ऐसी माँग अमरीकी राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प कर रहे थे। चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग के साथ इसके बारे में चर्चा हुई और वे जल्द ही इस पर फैसला करेंगे, ऐसा भरोसा ट्रम्प ने जताया है। पिछले शुक्रवार को उत्तर कोरिया ने बैलिस्टिक मिसाइलों का परिक्षण करने के बाद, अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ने चीन पर कड़ी टीका की थी। उत्तर कोरिया पर अंकुश लगाने में चीन असफल रहा है, ऐसा दाग भी ट्रम्प ने चीन पर लगाया है। राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने चीन पर की इस टीका के बाद राजदूत हैले ने चीन को यह इशारा दिया है।

जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे ने अमरीकी राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प के साथ चर्चा की है और उत्तर कोरिया पर कार्रवाई करने में चीन बड़ी भूमिका निभाए, ऐसा आवाहन भी जापान के राष्ट्राध्यक्ष ने किया है। दौरान, उत्तर कोरिया ने किए बैलिस्टिक परिक्षण के बाद कोरियन इलाके की शस्त्र स्पर्धा तेज होने की चिंता व्यक्त की जा रही है। ‘उत्तर कोरिया की तुलना में शक्तिशाली बैलेस्टिक मिसाइल निर्माण करने के लिए दक्षिण कोरिया को अनुमति दी जाए, इसके लिए अमरीका के ट्रम्प प्रशासन के साथ हमारी चर्चा जारी है, यह घोषणा दक्षिण कोरिया के राष्ट्राध्यक्ष मून जे-इन ने की है।

कुछ महीने पहले सत्तापर आए दक्षिण कोरिया के राष्ट्राध्यक्ष ने उत्तर कोरिया की समस्या बातचीत से सुलझाने का रवैया अपनाकर, उत्तर कोरिया के साथ चर्चा के लिए पहल की थी। साथ ही उन्होंने अमरीका की दक्षिण कोरिया में ‘थाड’ की तैनाती को भी विरोध दर्शाया। उनकी इस उदार भूमिका का उत्तर कोरिया की आक्रामक कार्रवाइयों पर परिणाम नहीं हुआ है। इस वजह से अब दक्षिण कोरिया के राष्ट्राध्यक्ष आक्रामक दांवपेचों का अवलंब कर रहे हैं।

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