अमरीका बेवकूफी नहीं करेगा तो उत्तर कोरिया गुआम पर हमला नहीं करेगा – उतर कोरिया की तानाशाह की घोषणा

सेवूल/वाशिंगटन: चीन के आवाहन के बाद भी उत्तर कोरिया ने अपने आक्रामक तेवर को नियंत्रित नहीं किया है। उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जांग-उन ने मंगलवार को आशिया-प्रशांत इलाके के ‘गुआम’ द्वीप के अमरीका के लश्करी अड्डे को उध्वस्त करने की योजना जाहिर की है। साथ ही अमरीका ने उत्तर कोरिया विरोधी नीति को छोड़ दिया तो उत्तर कोरिया गुआम पर हमला नहीं करेगा, ऐसा घोषणा भी उन ने की है। अमरीका के रक्षा मुख्यालय ‘पेंटागन’ ने उत्तर कोरिया के खिलाफ युद्ध के लिए सज्ज होने की घोषणा की है।

गुआमअमरीका के गुआम अड्डे पर हमला करने के लिए आवश्यक क्षमता की मिसाइलें उत्तर कोरिया के पास हैं। इस वजह से अमरीका ने उत्तर कोरिया के खिलाफ प्रक्षोभक गतिविधियाँ जारी रखीं, तो गुआम अड्डे पर हमला करने की धमकी उत्तर कोरिया ने दी थी। इस हमले की योजना तैयार हुई है और किम जांग-उन जल्द ही यह योजना जाहिर करेंगे, ऐसा कोरिया के वरिष्ठ सेना अधिकारी ने हाल ही मे कहा था। इस दौरान मंगलवार को सुबह ‘केसीएन’ इस उत्तर कोरियन न्यूज़ चैनल ने तानाशाह उन के फोटोग्राफ्स प्रसिद्ध किए हैं।

इसके साथ ही तानाशाह उन ने अमरीका को एक इशारा भी दिया है। ‘कोरियन इलाके में युद्ध भड़का तो उसका फायदा किसी भी समूह को नहीं होने वाला है। इस युद्ध के बाद के फायदे और घाटे ध्यान में रखकर इसके आगे की नीति बनाए। अमरीका की यह नीति स्पष्ट होने तक अगले कुछ घंटे उत्तर कोरिया गुआम पर के हमले को रोक सकता है’, ऐसा तानाशाह ने कहा है।

उसी दौरान उत्तर कोरिया ने अमरीका पर हमला करने का ख्याल नहीं छोड़ा है, ऐसा भी उन ने कहा है।

अमरीका ने अपने सामर्थ्य का प्रदर्शन किया तो उत्तर कोरिया होसोंग मिसाइल की सहायता से अमरीका के गले पर छुरा रखेगा, ऐसी धमकी तानाशाह ने दी है।

उत्तर कोरिया की इस धमकी के बाद अमरीका ने भी आक्रामक भूमिका अपनाई है। अमरीका और हितसंबंधों के ठिकानों पर उत्तर कोरिया ने हमला किया तो अमरीका तुरंत जवाब देगा। ऐसा हुआ तो संघर्ष का रूपांतर युद्ध में होगा, ऐसा इशारा पेंटागन ने दिया है। इस सन्दर्भ में अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे की फोन पर चर्चा हुई है। इस चर्चा में उत्तर कोरिया के मिसाइल परिक्षण पर रोक लगाने की बात पर दोनों देशों के बीच एकमत होने की जानकारी, अबे ने दी है।

दौरान, कोरियन इलाका युद्ध की दहलीज पर खड़ा है, ऐसे में अमरीका और उत्तर कोरिया युद्ध की भाषा छोड़ दे, ऐसा आवाहन रशियन विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मरिया झाखारोवा ने किया।

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