चीन की तरफ से अमरिका को परमाणु खतरा नहीं है – अमरिका के ‘न्यूक्लिअर पोश्चर रिव्यू’ के बाद चीन का स्पष्टीकरण

बीजिंग/तेहरान/बर्लिन: ‘चीन ने आत्मरक्षा के लिए परमाणु संपादित किए हैं। इन परमाणुओं का भंडार अत्यल्प है और इससे अमरिका की सुरक्षा को कोई भी खतरा संभव नहीं है’, ऐसा स्पष्टीकरण चीन ने दिया है। उसीके साथ ही अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने परमाणु क्षमता में बढ़ोत्तरी करने की घोषित की हुई नीति पर भी चीन ने टीका की है। दौरान, रशिया और चीन के संभाव्य परमाणु हमलों का मुकाबला करने के लिए अमरिका की रक्षा क्षमता में बढ़ोत्तरी करने की आवश्यकता होने की घोषणा अमरीका ने पिछले हफ्ते में की थी। इस पर चीन की तरफ से प्रतिक्रिया आई है।

पिछले हफ्ते में अमरिका के उपरक्षामंत्री ‘पॅट्रिक शॅनाहन’ ने ‘न्यूक्लिअर पोश्चर रिव्यू’ की घोषणा की थी। अमरिका के न्यूक्लिअर पोश्चर रिव्यू पर चीन के रक्षा मंत्रालय ने जोरदार टीका की है। ‘अमरिका की इस परमाणु नीति पर चीन कठोर टीका करता है। अमरिका अपनी शीतयुद्धकालीन मानसिकता छोड़ दे और जिम्मेदारी से अपनी परमाणु की संख्या में कटौती करने की कोशिश करे’, ऐसा चीन के रक्षा मंत्रालय ने प्रवक्ता ‘रेन गुओकियांग’ कहा है।

परमाणु संपादित

उसीके साथ, ‘शांति और विकास यह दोनों उलटी घुमाई जाने वाली प्रक्रिया बनी हैं। अंतर्राष्ट्रीय स्तरपर सर्वाधिक परमाणुओं का भंडार वाले अमरिका ने पहल करके इस संकल्पना से आगे बढे और इसके खिलाफ न जाए’, यह सलाह चीन के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने दी है। दौरान चीन के परमाणु भंडार का गुओकियांग ने जोरदार समर्थन किया है। चीन के पास बहुत ही कम परमाणु हैं और चीन इसका पहले इस्तेमाल नहीं करने वाले है, ऐसा दावा लष्करी प्रवक्ता गुओकियांग ने किया है।

चीन के पास कुल ३०० परमाणु होने का अंदाजा लगाया जा रहा है। चीन ने हमेशा से ही अपनी लष्करी क्षमता के बारे में पारदर्शिता नहीं रखी है। इस वजह से चीन के इस परमाणु भण्डारण के बारे में ठोस बताया नहीं जा सकता है, ऐसा ‘सिप्री’ इस अंतर्राष्ट्रीय संगठन ने स्पष्ट किया है। अमरिका और रशिया के पास प्रत्येकी सात हजार परमाणु का भंडार है, ऐसा दावा किया जाता है।

अमरिका के पहले के ओबामा प्रशासन ने रशिया के साथ किए अनुबंध के अनुसार, अमरिका ने अपनी परमाणु क्षमता में कटौती करने की तैयारी दर्शाई थी। उसके अनुसार ओबामा प्रशासन ने परमाणु की संख्या में बड़ी कटौती करने की घोषणा भी की थी। लेकिन राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने अमरिका के परमाणुओं की संख्या में कटौती करने का ओबामा प्रशासन का फैसला वापस लिया है।

साथ ही रशिया और चीन के संभावित परमाणु हमलों का मुकाबला करने के लिए अमरिका की परमाणु क्षमता में बढ़ोत्तरी करने की घोषणा ‘न्यूक्लिअर पोश्चर रिव्यू’ द्वारा की है। रशिया और चीन अपने परमाणुओं की संख्या में और तकनीक में कर रहे बदलाव की वजह से अमरिका को सज्जता बढाने की आवश्यकता है, ऐसा ट्रम्प ने कहा था।

अमरिका रशिया के खतरे का राक्षस खड़ा करके अपनी क्षमता में बढ़ोत्तरी कर रहा है, ऐसी टीका रशिया ने की है। ईरान के राष्ट्राध्यक्ष हसन रोहानी ने अमरिका का फैसला दुनिया को विनाश की तरफ धकेलने वाला है, ऐसा कहा है। अमरीका के फैसले की वजह से अंतर्राष्ट्रीय स्तरपर परमाणु प्रतियोगिता भड़क रही है, ऐसा जर्मनी के विदेश मंत्री सिग्मार गॅब्रिएल।

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