उत्तर कोरिया की तरफ से सीरिया को रासायनिक मिसाइलों की आपूर्ति – संयुक्त राष्ट्रसंघ की विस्फोटक रिपोर्ट

संयुक्त राष्ट्रसंघ: ‘उत्तर कोरिया ने सीरिया और म्यानमार को रासायनिक और बैलेस्टिक मिसाइलों के निर्माण के लिए आवश्यक सामग्री की बिक्री की है। संयुक्त राष्ट्रसंघ ने प्रतिबन्ध लगाने के बाद भी उत्तर कोरिया ने यह व्यवहार किया है’, ऐसा आरोप संयुक्त राष्ट्रसंघ ने अपनी रिपोर्ट में किया है। साथ ही पिछले नौ महीने में इसी तरह से प्रतिबंधित खनिजों की अंतर्राष्ट्रीय बाजार में बिक्री करके उत्तर कोरिया ने ३ करोड़ डॉलर्स की कमी करने का आरोप भी संयुक्त राष्ट्रसंघ ने लगाया है। राष्ट्रसंघ की इस रिपोर्ट के बाद अमरिका और जापान यह देश उत्तर कोरिया पर नए प्रतिबंधों की माँग कर सकते हैं।

संयुक्त राष्ट्रसंघ ने पिछले शुक्रवार को एक रिपोर्ट प्रसिद्ध की थी। इस रिपोर्ट में उत्तर कोरिया सीरिया की अस्साद राजवट को रासायनिक मिसाइलों के निर्माण के लिए सहायता करता है, ऐसा कहा था। रासायनिक मिसाइलें और लंबी दूरी के बैलेस्टिक मिसाइलों के निर्माण के लिए उत्तर कोरिया ने सीरिया को सामग्री की आपूर्ति करने का दाग भी इस रिपोर्ट में लगाया है। सीरिया में रासायनिक मिसाइलों का निर्माण करने वाली ‘सायंटिफिक स्टडीज एंड रिसर्च सेंटर’ इस प्रयोगशाला में सद्र सामग्री पहुंचाई गई थी।

बैलेस्टिक मिसाइलों

सन २०१२ से २०१७ इन पाँच वर्षों के कालावधि में उत्तर कोरिया ने सीरिया में लगभग ४० बार इन प्रतिबंधित सामग्री की निर्यात की है। सीरिया के ‘सायंटिफिक स्टडीज एंड रिसर्च सेंटर’ में उत्तर कोरिया से भेजी गई सामग्री पहुंची थी, ऐसा दावा राष्ट्रसंघ की रिपोर्ट में किया गया है। इस प्रतिबंधित सामग्री की निर्यात के बारे में किसी भी प्रकार की पंजीकरण नहीं किया गया था। लेकिन यह जानकारी सामने आई है और इसी तरह का व्यवहार उत्तर कोरिया ने म्यानमार के साथ किया है, ऐसा राष्ट्रसंघ ने अपनी रिपोर्ट में कहा है।

सीरिया और म्यानमार के अलावा उत्तर कोरिया ने अन्य कुछ देशों के साथ भी व्यापारी संबंध रखे हैं। इसमें चीन, रशिया, दक्षिण कोरिया, मलेशिया और व्हिएतनाम इन देशों का समावेश होने का दावा संयुक्त राष्ट्रसंघ ने अपनी रिपोर्ट में किया है। उत्तर कोरिया ने इन देशों को कोयला, लोहा, फौलाद और अन्य खनिजों की निर्यात की है। यह निर्यात अन्तराष्ट्रीय परीक्षकों के ध्यान में नए इसलिए उत्तर कोरिया ने अलग अलग मार्ग, योजना और घोटाले किए हैं, ऐसा इस रिपोर्ट में लिखा गया है।

पिछले वर्ष के जनवरी से सितंबर इन पहले नौ महीनों में उत्तर कोरिया ने इस तरह के व्यापार से २० करोड़ डॉलर्स की कमाई की थी। संयुक्त राष्ट्रसंघ ने उत्तर कोरिया पर लादे प्रतिबंधों में रासायनिक मिसाइलों के साथ साथ सदर खनिजों के व्यवहारों पर भी पाबन्दी लगाई थी। लेकिन उत्तर कोरिया ने इन खनिजों की निर्यात करके राष्ट्रसंघ के नियमों का उल्लंघन करने का आरोप किया है। इसके पहले इरना की परमाणु परियोजना निर्माण करने के लिए उत्तर कोरिया ने मदद करने की जानकारी सामने आई है।

दौरान, सीरिया की अस्साद राजवट अपनी जनता पर रासायनिक हथियारों के हमले करती है, ऐसा आरोप राष्ट्रसंघ और अमरिका की तरफ से किया जाता है। इन रासायनिक हमलों को रोकने के लिए अमरिका ने सीरिया में लष्करी कार्रवाई की जाएगी, ऐसा इशारा दिया था। सीरिया में हुए रासायनिक हमलों को लेकर नया संघर्ष भडकने की स्थिति है, ऐसे में सीरिया को रासायनिक हथियारों के लिए उत्तर कोरिया ने मदद करने की संयुक्त राष्ट्रसंघ की यह रिपोर्ट प्रसिद्ध हुई है। इस वजह से इन दिनों उत्तर कोरिया के परमाणुओं की समस्या सुलझाने के लिए चल रही कोशिश असफल हो सकती है।

अमरिका, जापान यह उत्तर कोरिया पर कठोर कार्रवाई करने की माँग करने वाले देश, संयुक्त राष्ट्रसंघ की इस रिपोर्ट के बाद उत्तर कोरिया पर अधिक कठोर प्रतिबन्ध लगाने के लिए आग्रही भूमिका अपनाने की कड़ी संभावना है। इस पर उत्तर कोरिया की ओर से प्रतिक्रिया आने की संभावना है और इस वजह से कोरियन क्षेत्र में तनाव बढने की संभावना है।

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