हिजबुल्लाह के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय मोर्चे की आवश्यकता – सऊदी के वरिष्ठ मंत्रियों का आवाहन

तेल अवीव: “अल कायदा और ‘आयएस’ को एक करने के बाद जो कुछ भी सबसे बुरा होगा, ऐसा सैतानी समूह मतलब हिजबुल्लाह है। ईरान समर्थक हिजबुल्लाह ने अमानवी अपराध किए हैं और इस संगठन के खिलाफ संघर्ष करने के लिए अंतराष्ट्रीय मोर्चे की आवश्यकता है”, ऐसा सऊदी अरेबिया के ‘गल्फ अफेअर्स मिनिस्टर’ थामेर अल-सभान ने कहा है। उसीके साथ ही यूरोपीय महासंघ हिजबुल्लाह को आतंकवादी संगठन घोषित करे, ऐसा आवाहन भी सभान ने किया है।

अंतर्राष्ट्रीय मोर्चेहाल ही में अमरिका के प्रतिनिधिगृह ने हिजबुल्लाह पर नए प्रतिबन्ध घोषित किए थे। हिजबुल्लाह को मिलने वाला निधि, इस संगठन की भर्ती और हथियारों की खरीदारी रोकने के लिए यह प्रतिबन्ध लगाने की बात कही जा रही है। उसीके साथ ही संयुक्त राष्ट्रसंघ की सुरक्षा परिषद भी हिजबुल्लाह पर प्रतिबन्ध लगाए, इसके लिए डोनाल्ड ट्रम्प कोशिश करे, ऐसी मांग प्रतिनिधिगृह ने की है।

सऊदी के वरिष्ठ मंत्री सभान ने अमरिका ने हिजबुल्लाह पर लगाए प्रतिबंधों का स्वागत किया है। ‘लेकिन खाड़ी में शांति और स्थिरता प्रस्थापित करनी है, तो हिजबुल्लाह पर अमरिका ने लगाए प्रतिबन्ध काफी नहीं हैं। हिजबुल्लाह के खिलाफ संघर्ष करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय मोर्चे की स्थापना करनी होगी’, ऐसा सभान ने स्पष्ट किया है। इसके पहले भी सभान ने सऊदी के खिलाफ पश्चिमी और खाड़ी देशों को एक होने का आवाहन किया था।

उसके बाद हिजबुल्लाह प्रमुख ‘हसन नसरल्ला’ ने सभान पर टीका की थी। ‘सभान और उनके मालिक हमारे खिलाफ कुछ भी कर नहीं सकते। आज हमारा मोर्चा सभी स्तर पर मजबूत है, ऐसी धमकियाँ हिजबुल्लाह का कुछ भी बिगाड़ नहीं सकती हैं’, ऐसा दावा नसरल्ला ने किया है।

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