विद्रोहियों के साथ हुए भीषण संघर्ष के बाद म्यांमार के डेढ़ सौ से अधिक सैनिक भाग कर भारत पहुंचे

आयजोल -पिछले चौबीस घंटे में म्यांमार की सेना के १५१ सैनिक भाग कर भारत पहुंचे हैं। यह सैनिक काफी घायल हैं। भारतीय सीमा के करीबी सेना के ठिकानों पर अराकन विद्रोहियों ने किए हमले के बाद अपनी जान बचाकर यह सैनिक मिझोराम के लांगताई जिले में पहुंचने की खबरें प्राप्त हुई हैं। म्यांमार के इन घायल सैनिकों पर भारत के आसाम राइफल के सैनिकों ने इलाज़ किएहैं और म्यांमार की जुंटा हुकूमत से चर्चा करके कुछ दिन बाद उन्हें वापस भेजने की व्यवस्था की जाएगी, ऐसी जानकारी संबंधित अधिकारी ने प्रदान की है।

म्यांमार के राखीन प्रांत में अराकन विद्रोहियों का म्यांमार की सेना के साथ घनघोर संघर्ष शुरू है। इस वजह से पिछले कुछ महीनों से म्यांमार के सैनिक एवं नागरिक आश्रय लेने के लिए भारतीय सीमा में दाखिल होने की घटनाएं बढ़ी हैं।

शुक्रवार २९ दिसंबर से म्यांमार के डेढ़ सौ से अधिक सैनिक विभिन्न भारतीय सीमा में दाखिल हुए हैं। इनमें से ८३ सैनिक शुक्रवार की दोपहर तक भारत पहुंचे थे। इसके बाद देर रात और कुछ सैनिकों का गुट भारतीय सीमा में दाखिल हुआ। इन सैनिकों ने लांगताई जिले के तुसेंटलॉन्ग में असम राइफल के शिविर से संपर्क बनाया। यह सैनिक घायल थे और कुछ के हालात काफी गंभीर थे और उन्हें तुरंत इलाज़ की आवश्यकता थी। भारतीय सैनिकों ने शीघ्रता से इन घायल म्यांमारी सैनिकों का इलाज़ शुरू किया।

विद्रोहियों के साथ हुए भीषण संघर्ष के बाद म्यांमार के डेढ़ सौ से अधिक सैनिक भाग कर भारत पहुंचेअसम राइफल के अधिकारी ने साझा की हुई जानकारी के अनुसार भारत पहुंचे म्यांमार के इन सैनिकों ने भारतीय सीमा के करीबी म्यांमार के इलाके में घनघोर संघर्ष किया। पिछले कुछ दिनों से वहां अराकन विद्रोही और म्यांमार के सैनिकों के बीच बड़ा संघर्ष हो रहा था। दोनों ओर से भारी मात्रा में गोलिबारी हो रही थी। इस संघर्ष के बाद विद्रोहियों ने म्यांमार की सेना के कुछ शिविरों पर कब्ज़ा पाया हैं। इस कारण से वहां पर तैनात म्यांमार के सैनिक अपने हथियार लेकर वहां से भाग निकले और सीमा पार करके भारत में आश्रय लेने के लिए मज़बूर हुए। इनका जहां संघर्ष हुआ वह क्षेत्र भारत की सीमा से १८ किलोमीटर दूर होने की जानकारी प्राप्त हो रही हैं।

म्यांमार के सैनिकों से यह जानकारी प्राप्त होने के बाद असम राइफल के कुछ दल सीमा पर स्थिति का जायजा ले रहे हैं। साथ ही सीमा पर तैनाती भी बढ़ाई गई है। म्यांमार की सैन्य हुकूमत जनतांत्रित संगठन एवं राखीन प्रांत के विद्रोहियों से लगातार संघर्ष कर रही हैं। इस वजह से म्यांमार के सैकड़ो आम नागरिक पहले ही देश छोड़कर आश्रय लेने भारत पहुंचे हैं। भारत में इन्हों ने मिझोराम में बड़ी संख्या में आश्रय लिया है। साथ ही कई म्यांमारी सैनिक भी भागकर भारत पहुंच रहे हैं। पिछले महीने में भी विद्रोहियों के साथ हुए संघर्ष के बाद म्यांमार के १०४ सैनिक भारत भाग आए थे। इन सैनिकों को भारतीय वायुसेना ने एअर लिफ्ट करके मणिपूर पहुंचा हैं। भारत पहुंच रहे म्यांमार के इन सैनिकों को हर प्रक्रिया का पालन करने के बाद भी भारत में प्रवेश दिया जा रहा है। इन सैनिकों को अपने शस्त्र भारतीय सैनिकों को सौंपने पड़ रहे हैं। साथ ही इन सैनिकों को एक प्रक्रिया के तहत फिर से उनके स्वदेश भेजा जाता है, यह जानकारी कुछ दिन पहले ही एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी थी।

इस बीच, म्यांमार की सेना भारतीय सीमा के करीब अराकन विद्रोहियों पर हवाई कार्रवाई भी कर रही हैं। कुछ दिन पहले ही भारतीय सीमा से करीबी क्षेत्र में म्यांमार की सेना ने ऐसी ही कार्रवाई को अंजाम दिया था। उस समय काफी संख्या में विद्रोही मारे गए थे। उससे पहले की गई एक कार्रवाई के दौरान म्यांमार की सेना ने दागा हुआ रॉकेट भारतीय सीमा में आ गिरने की खबरें प्राप्त हुई थी। इसके अलावा अस्थिर हुए म्यांमार के क्षेत्र से हथियार और नशिले पदार्थों की बढ़ रही तस्करी भी भारतीय सुरक्षा यंत्रणा के लिए सिरदर्द बन रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.