‘मायक्रोसॉफ्ट’ अमरिकी सेना को सर्वोत्तम तकनीक सप्लाई करेगा

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तर

कैलिफोर्निया – ‘आर्टिफिशल इंटेलिजन्स’ के क्षेत्र में अमरिका का लष्कर अन्य देशों के साथ स्पर्धा में पीछे ना रहे, अमरिकी लष्कर विश्‍व की सर्वोत्तम तकनीक से लैस रहे, इस के लिये ‘मायक्रोसॉफ्ट’ इस कंपनी ने अमरिका के रक्षा विभाग ‘पेंटेगॉन’ की सहायता करने का निश्‍चित किया है| पेंटेगॉन और मायक्रोसॉफ्ट के बिच तकनीक के संदर्भ में सहयोग बढ रहा है और दो दिन पहले ही इस अमरिकी कंपनी के ‘होलोलेन्स’ खरीदी करने हेतु ‘पेंटेगॉन’ ने ४८ करोड डॉलर्स का समझौता किया| लेकिन मायक्रोसॉफ्ट के कर्मियों ने इस सहयोग के आचरज जताया है|

पिछले कुछ वर्षों से आंतकविरोधी संघर्ष में व्यस्त रहने के कारण अमरिकी रक्षा विभाग तकनीकी क्षेत्र में काफी पीछे रहा है, यह शिकायत अमरिकी अभ्यास गुटों ने की है| आतंकवाद विरोधी युद्ध में ज्यादा तर रकम खर्च करने की वजह से अमरिका तकनीकी क्षेत्र में प्रतिस्पर्धि रशिया और चीन के पीछे जा सकता है, यह चेतावनी भी इस अभ्यास गुट ने दी थी| अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प इन्होंने इस वर्ष के शुरूआत में रक्षा नीति का ऐलान करते समय प्रगत तकनीक प्राप्त करने के लिये विशेष प्रबंध करने पर जोर दिया था| साथ ही विश्‍व भर में माहिती और तंत्रज्ञान क्षेत्र में सबसे आगे चल रहे सभी अमरिकी कंपनी ‘पेंटेगॉन’ को सहयोग करे, यह दर्ख्वास्त भी उन्होंने की थी|

इस पृष्ठभुमि पर अमरिकी लष्कर को वर्तमान का सर्वोत्तम तंत्रज्ञान उपलब्ध कराके देने की घोषणा ‘मायक्रोसॉफ्ट’ कंपनी के अध्यक्ष ‘ब्रॅड स्मिथ’ इन्होंने की है| ‘भविष्य में आर्टिफिशल इंटेलिजन्स की अहमियत काफी बढेगी’, यह बताकर स्मिथ इन्होंने अमरिकी लष्कर के लिये इस तकनीकी क्षेत्र में सहयोग करेंगे, यह स्पष्ट किया| पेंटेगॉन के साथ हो रहे इस सहयोग को लेकर कंपनी के कुछ अधिकारी और कर्मियों ने दिखाई नाराजगी के संदर्भ में भी स्मिथ ने वक्तव्य किया| ‘मायक्रोसॉफ्ट लष्कर के साथ किसी भी प्रकार के सहयोग में शामिल ना हो, इस दृष्टी सें कुछ कर्मियों में बेचैनी है| लेकिन अमरिकी लष्कर को सहयोग करने का यही अवसर है|’ यह?बताकर स्मिथ इन्होंने कंपनी में दिखाई दे रही नाराजगी दूर करने की कोशिष की|

पिछले हफ्तें में पेंटेगॉन और मायक्रोसॉफ्ट के बिच ४८ करोड डॉलर्स का अहम समझौता हुआ| कुछ महीने पहले पेंटेगॉन ने अपने सैनिकों को प्रशिक्षित करने के लिये तकनीकी क्षेत्र के छोटी-मोटी कंपनी से निविदा की मांग की थी| ‘मायक्रोसॉफ्ट’ की ‘होलोलेन्स’ ने पेंटेगॉन की यह निविदा प्राप्त की थी| ‘होलोलेन्स’ की सहायता से अमरिकी सैनिकों को युद्धक्षेत्र की स्थिती का आकलन और अभ्यास करना संभव होगा, यह पेंटेगॉन ने कहा है| ‘होलोलेन्स’ की वजह से आभासी युद्धभुमि तयार होगी| अमरिकी सैनिकों के लिये यह अहम घटना मानी जाती है|

लेकिन मायक्रोसॉफ्ट के कुछ अधिकारियों ने पेंटेगॉन के साथ स्थापित हुए इस सहयोग को लेकर नाराजगी जताई थी| कुछ दिन पहले ‘गुगल’ ने भी पेंटेगॉन के साथ तकनीकी विषय में समझौता करने के लिये गतिविधियां शुरू की थी| अमरिकी रक्षा विभाग का ‘डाटा’ रखने के लिये गुगल पेंटेगॉन को विशेष तकनीक देने की तैयारी में थी| लेकिन गुगल के कर्मियों ने इस सहयोग के विरोध में कडी भूमिका अपनाने से कंपनी को पीछे हटना पडा था|

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