राज्य में बिजली दरों में कटौती का बड़ा निर्णय

मुंबई – लॉकडाऊन के चलते उद्योगधंधों के साथ ही आम नागरिकों को आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इस पार्श्वभूमि पर महाराष्ट्र विद्द्युत नियामक आयोग (एमईआरसी) की ओर से घरेलु, व्यवसायिक और उद्योगों के बिजली दरों में अगले पाँच साल के लिए कटौती की सिफ़ारिश की है। घरेलु बिजली के दरों में औसत ७ से ८ प्रतिशत तथा उद्योगों के लिए होनेवाले बिजली दरों में पूरे 10 से 12 प्रतिशत की कटौती की जायें, ऐसा सुझाव एमईआरसी ने दिया था। उसके अनुसार बिजली वितरक कंपनियों को बिजली दरों में कटौती करने होगी। नये दर १ अप्रैल से लागू होंगे, ऐसी जानकारी आयोग के अध्यक्ष आनंद कुलकर्णी ने दी।

विद्यमान हालातों में आर्थिक विकास को चालना देने के उद्देश्य से बिजली दरों में कटौती करने का निर्णय लिया गया है। इस निर्णय के कारण उद्योगों को प्रोत्साहन मिलेगा, ऐसा कुलकर्णी ने इस संदर्भ में घोषणा करते हुए कहा। मुंबई को छोड़कर उर्वरित महाराष्ट्र के लिए, उद्योग हेतु होनेवाले बिजली दर पूरे 10 से 12 प्रतिशत से कम किये जानेवाले हैं।

घरेलु बिजली के दर 5 से 7 प्रतिशत से कम होनेवाले होकर, कृषि के लिए बिजली दर 1 प्रतिशत कम होंगे। मुंबई में ‘बेस्ट’ के, उद्योग के लिए होनेवाले बिजली दर 7 से 8 प्रतिशत से; वहीं, व्यवसाय के लिए होनेवाले बिजली दर 8 से 9 प्रतिशत और घरेलु बिजली दर 1 से 2 प्रतिशत से कम होंगे।

मुंबई में कई भागों में टाटा और अदानी इन कंपनियों के द्वारा बिजली की वितरण किया जाता है। उनके लिए भी आयोग ने बिजली दर कटौती सुझायी है। इन कंपनियों के, उद्योग हेतु होनेवाले बिजली दर 18 से 20 प्रतिशत से; वहीं, व्यवसाय के लिए बिजली के दर 19 से 20 प्रतिशत से और घरेलु इस्तेमाल हेतु बिजली के दर पूरे 10 से 11 प्रतिशत से कम होनेवाले है।

इस दर कटौती से उद्योग-व्यवसायों को बड़ी राहत मिलेगी, ऐसी उम्मीद कुलकर्णी ने जतायी। बिजली दर कटौती के निर्णय के तहत, अगले पाँच सालों के लिए दर कटौती लागू रहेगी, ऐसा स्पष्ट किया गया।

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